रितिकरोशन फेस्टिवल सीजन को अच्छे से भुनाना जानते हैं, और पिछली दीवाली पर उन्होंने कृष-3 के साथ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया था. इस बार वे नाइट ऐंड डे के रीमेक बैंग बैंग में हैं, लेकिन डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद ने फिल्म को पूरी तरह से नया लुक दिया और बहुत ही कम मौकों पर नाइट ऐंड डे की याद आती है. थोड़ा स्क्रीनप्ले में झोल है लेकिन फिल्म पूरी तरह से फेस्टिव सीजन के मुताबिक है. कहानी पर ज्यादा गौर न करें, ऐक्शन देखें और आसपास का माहौल देखें, कैमरे का कमाल भी मजेदार है. ज्यादा तार जोड़ने की जरूरत नहीं है.
कहानी में कितना दम
राजवीर (रितिकरोशन) दुनिया के सबसे कीमती हीरे कोहिनूर के साथ फरार है. बस, इसी वजह से सारे खलनायक उसके पीछे हैं. इसी सारी जद्दोजहद में उसकी मुलाकात बैंक में काम करने वाली हरलीन (कटरीना कैफ) से होती है. जाने-अनजाने प्रेम की पींगें पड़ने लगती है. राजवीर और हरलीन का साथ कई सुंदर दृश्यों को जन्म देता है. कभी फिल्म शिमला में होती है तो कभी प्राग पहुंच जाती है. बस, इसी तरह फिल्म चलती रहती है. कहानी बिल्कुल किसी भी बॉलीवुड की फिल्म जैसी है. लेकिन फिल्म का ट्रीटमेंट बेहतरीन है. सिद्धार्थ ने हर सीन को खास बनाने की कोशिश की है. चाहें रितिकका फाइटिंग के दौरान पानी से निकलना हो या फिर एफवन. ऐक्शन देखकर तो सांसें थम जाती है. इसका श्रेय द अमेजिंग स्पाइडरमैन-2 के ऐक्शन कोरियोग्राफर एंडी आर्मस्ट्रांग को जाता है.
स्टार अपील
रितिक रोशन जितनी दौड़-भाग करते हैं, उतने ही जमते हैं. ऐक्शन करते हुए तो कमाल लगते हैं. फिल्म में कमाल का एक्शन है और किन्हीं भी मायनों में हॉलीवुड से कम नहीं है. रितिकने राजवीर के अपने किरदार को बखूबी निभाया है. कटरीना कैफ की खूबसूरती तो कमाल है. रितिकके साथ हॉटनेस भी बढ़िया है. हॉटपैंट्स में भी जमती हैं. लेकिन ऐक्टिंग के मामले में वे आज भी जूझती हुई नजर आती हैं. उनके डायलॉग बहुत ही सपाट होते हैं. डैनी जबरदस्त लगे हैं. बिल्कुल अपने नाम के मुताबिक. सिद्धार्थ आनंद ने सलाम नमस्ते (2005) और ता रा रम पम (2007) और अंजाना अंजानी (2010) जैसी फिल्में बना चुके हैं, लेकिन उन्हें याद बैंग बैंग के लिए रखा जाएगा.
कमाई की बात
बैंग बैंग बॉलीवुड की महंगी फिल्मों में से एक है. फिल्म का बजट 140 करोड़ रु. का है. फिल्म में पूरी तरह से यूथ को कनेक्ट करने वाला कंटेंट है. चाहे रोमांस की बात हो या ऐक्शन की. फिल्म के गाने भी काफी पसंद किए गए हैं. वैसे भी फेस्टिव सीजन है तो लोगों को हैप्पी हैप्पी मूवीज ही पसंद आती हैं. इसी तरह का मसाला बैंग बैंग में समाया हुआ है. फिल्म को बृहस्पतिवार से लेकर रविवार तक का समय मिल रहा है. फिल्म में हर वह चीज है जो इसे एक बार देखने लायक बनाती है. इसलिए फायदा तय है. 100 करोड़ रु. में कोई दिक्कत नहीं है, चुनौती 250 करोड़ रु. की होगी.