स्टार- 1.5
कलाकार- सनी लियोन, सचिन जोशी और नसीरूद्दीन शाह
डायरेक्टर- कैजाद गुस्ताद
जिस बात का अंदाज लगाया जा रहा था, सनी लियोन कुछ उसी राह पर बढ़ती जा रही हैं. जब उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा था तो वे महेश भट्ट के साथ आईं, फिर एकता कपूर का दामन थामा, फिर कैजाद गुस्ताद का. लगता है, वे यहीं चूक कर बैठीं. इस तरह की चूक उन्हें ऐक्टिंग से दूर और अपने जिस्म दिखाने के पुराने अंदाज के करीब ले जा सकती है. जैकपॉट को देखकर ऐसा ही लगता है. फिल्म के हीरो सचिन जोशी के साथ इस फिल्म का चयन सनी के लिए बड़ी भूल साबित हो सकती है, वैसे भी कैजाद के कॉन्सेप्ट आसानी से समझ नहीं आते हैं और वे अपनी फिल्म को कुछ जेम्स हेडली चेइज के उपन्यास की तरह बुनना चाहते हैं, लेकिन अक्सर वे चूक जाते हैं. जैसा उनके साथ बूम के दौरान भी हुआ था. शायद दर्शक सिर्फ सनी का जिस्म देखने के लिए टिकट की खिड़की तक नहीं जाएंगे क्योंकि हमेशा डायरेक्टर यह भूल जाते हैं कि सनी लियोन एक पोर्न स्टार रही हैं. भारतीय दर्शक उनका हॉट अंदाज तो पसंद करते ही हैं लेकिन उसके साथ ही उन्हें मजबूत कहानी और सनी को ऐक्टिंग करते हुए भी देखना है.
कहानी में कितना दम
कहानी की तो बात ही मत करें. आजकल फिल्मों में राइटर तो फिजूल ही होते जा रहे हैं. इसमे माया (सनी) और फ्रांसिस (सचिन) हैं. दोनों लोगों को चूना लगाने में माहिर हैं और वे एक बड़ा खेल खेलने का मन बनाते हैं और इसी से सारी गड़बड़ शुरू होती है. कहानी थोड़ी सुस्त है. सेकंड हाफ में थोड़ी तेजी आती है. बूम की तरह फिल्म में कंटीन्यूटी का अभाव है. एक समय ऐसा आता है कि समझ ही नहीं आता है कि यह सिक्वेंस क्यों डाली गई है. कहानी बहुत ही इजी है. कुछ भी एक्स फैक्टर नहीं है. बाकी मसाले के शौकीन लोगों के लिए ठीक है.
स्टार अपील
सनी अब भी ऐक्टिंग के मामले में जूझती नजर आ रही हैं. जहां तक जिस्म दिखाने की बात है तो कुछ सीन हैं लेकिन उन दर्शकों को निराशा हो सकती है जो सिर्फ इसी उद्देश्य से फिल्म देखने जा रहे थे. नसीरुद्दीन शाह भी कोई चमत्कार नहीं कर सके और एक समय यह बात गले से उतारनी मुश्किल हो जाती है कि आखिर नसीर ने इस फिल्म को हां क्यों किया. आखिर ऐसी क्या मजबूरी आन पड़ी थी. सचिन जोशी के बारे में तो क्या कहें. अपना पैसा, अपनी फिल्म वाली बात है.
सबसे बड़ा रुपैया
कैजाद ने 2003 में बूम दी थी और इस फिल्म से कटरीना को लॉन्च करने की वजह से उन्हें जाना जाता है. इसके अलावा हमें उनका कोई और बड़ा काम ध्यान नहीं आता है. फिल्म थ्रिलर जॉनर की है और कैजाद का अंदाज है. इसलिए उनकी फिल्मों को देखने के शौकीन लोगों के लिए यह अच्छा मसाला फिल्म हो सकती है. ज्यादा उम्मीदें नहीं की जा सकती हैं.