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फिल्म रिव्यू: 'डॉली की डोली' को मिलेगा दर्शकों का प्यार

कुछ वर्षों पहले तक उत्तर भारत में अक्सर 'लुटेरी दुल्हन' के किस्से अखबार के किसी छोटे से कोने में दिख जाया करते थे. इन्हें पढ़कर हम और आप जोर-जोर से हंसते थे कि भला ऐसी भी कोई दुल्हन हो सकती है जो शादी करे, ससुराल में चोरी करे और सब कुछ लेकर चम्पत हो जाए. अखबार की उसी कटिंग को लेकर अभि‍षेक डोगरा ने 'डॉली की डोली' के साथ डायरेक्शन में डेब्यू किया है.

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'डॉली की डोली' में लुटेरी दुल्हन बनी हैं सोनम कपूर
'डॉली की डोली' में लुटेरी दुल्हन बनी हैं सोनम कपूर

फिल्म का नाम: डॉली की डोली
डायरेक्टर: अभिषेक डोगरा
स्टार कास्ट: सोनम कपूर, राजकुमार राव, वरुण शर्मा, मुहम्मद जीशान अयूब, पुलकित सम्राट
अवधि: 100 मिनट
सर्टिफिकेट: U/A
रेटिंग: 3

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कुछ वर्षों पहले तक उत्तर भारत में अक्सर 'लुटेरी दुल्हन' के किस्से अखबार के किसी छोटे से कोने में दिख जाया करते थे. इन्हें पढ़कर हम और आप जोर-जोर से हंसते थे कि भला ऐसी भी कोई दुल्हन हो सकती है जो शादी करे, ससुराल में चोरी करे और सब कुछ लेकर चम्पत हो जाए. अखबार की उसी कटिंग को लेकर अभि‍षेक डोगरा ने डायरेक्शन में डेब्यू किया है. शुक्रवार को रिलीज हो रही फिल्म 'डॉली की डोली ' 100 मिनट का मनोरंजन पैकेज है.

कहानी: डॉली (सोनम कपूर) की जिंदगी का एक ही मकसद है, शादी करो और अगली सुबह ससुराल वालों को लूट के रफूचक्कर हो जाओ. इस काम में साथ देने के लिए सोनम के साथ नकली मां-बाप, भाई और एक फोटोग्राफर भी है. दूल्हों में कभी हरियाणा के सोनू सेहरावत (राजकुमार राव) कभी वरुण शर्मा तो कभी एक्टर पुलकित सम्राट नजर आते हैं. कहानी अपनी दिशा में आगे बढ़ती है और फिर अंत में उन कारणों का पता चलता है, जिसकी वजह से डॉली 'लुटेरी दुल्हन' बनती है. छोटे नवाब सैफ अली खान ने भी इस फिल्म में कैमियो किया है.

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देखें, 'डॉली की डोली' का ट्रेलर

क्यों देखें: फिल्म में मंझे हुए कलाकारों राजकुमार राव, राजेश शर्मा (राजकुमार राव के पिता) और मुहम्मद जीशान अयूब (डॉली का भाई) की एक्टिंग देखते ही बनती है. फिल्म सिर्फ 100 मिनट यानी 1 घंटे 40 मिनट की है, लिहाजा देखने से पहले राहत की सांस देती है. फिल्म में मलाइका अरोड़ा खान का आइटम नंबर एक बार फिर धमाल मचाता है. कहानी 'लुटेरी दुल्हन' की है, जिसे दिखाने की अच्छी कोशि‍श की गई है. फिल्म में मनोरंजन का पुट है और कई सीन जबरदस्त ह्यूमर के साथ परोसे गए हैं.

क्यों ना देखें: पुलकित सम्राट की अपनी नेचुरल एक्टिंग के बजाय सलमान खान बनने की चाहत लिए नजर आते हैं. सोनम ने करीब 16 अलग-अलग दुल्हनों का रूप धारण किया है, लेकिन वह डायलॉग डिलिवरी में मात खा जाती हैं. फिल्म की पटकथा भी इंटरवल के बाद किसी और तरफ झुकने लगती है. 100 मिनट के दौरान कई हिस्सों में फिल्म स्लो हो जाती है. फिल्म में गैरजरूरी गीतों का दखल भी है. कुल मिलाकर फिल्म एवरेज है. हां, कुछ डायलॉग्स जरूर करारे हैं.

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