फिल्म का नाम: ABCD 2 (Any Body Can Dance -2)
डायरेक्टर: रेमो डी सूजा
स्टार कास्ट: वरुण धवन, श्रद्धा कपूर , प्रभु देवा
अवधि: 154 मिनट
सर्टिफिकेट: U
रेटिंग: 2 स्टार
डायरेक्टर के तौर पर रेमो डी सूजा की पहली फिल्म ABCD को दर्शकों ने काफी सराहा था और अबकी बार उसी किश्त को आगे बढ़ाते हुए रेमो ने ABCD 2 (Any Body Can Dance -2) बनाने की कोशिश की है. इस बार स्टार कास्ट में वरुण धवन और श्रद्धा कपूर की मौजूदगी है और फिल्म 3 डी में भी बनायी गई है. क्या इस बार भी रेमो ने दर्शकों को पूरी तरह से छुआ है, आइए फिल्म की समीक्षा करते हैं-
कहानी-
असली घटनाओं पर आधारित यह कहानी है मुंबई के छोटे कस्बे 'नालासोपारा' के डांस ट्रुप की, जिसका सपना है बड़ी ऊंचाइयों को छूना और अपने ऊपर लगे दाग को धुल देना. जिसके लिए सुरेश (वरुण धवन) और उसके साथी भरसक प्रयास करते हैं. इसमें विन्नी (श्रद्धा कपूर) का भी अहम योगदान होता है और विष्णु सर (प्रभु देवा) इस पूरे ग्रुप के टीचर होते हैं. इमोशन, ड्रामा, और सुपर डांस करते हुए आखिरकार टिपिकल इंडियन फिल्मों जैसे इस फिल्म को अंजाम मिलता है.
स्क्रिप्ट, अभिनय-
पिछले दिनों डांस पर आधारित फिल्मों में यह बेहतर फिल्म है. कहानी में कुछ भी नया नहीं है, लेकिन डांस बेहतरीन है. फिल्म की अवधि ढाई घंटे से भी ज्यादा की है जो एक वक्त के बाद बोर करने लगती है. लेकिन फिल्म का 3 डी इफेक्ट लाजवाब है जिसकी वजह से फिल्म एक विजुअल ट्रीट है. किरदारों की वजह से इमोशनल करने की कोशिश तो की जाती है लेकिन आप भावुक हो नहीं पाते हैं. रिश्तों का ताना बाना भी दिखाया गया है और हरेक बात में कुछ ना कुछ कमी झलकती है. फिल्म का लव एंगल भी अधूरा सा दिखता है. कुछ गीत ऐसे भी थे जिनका मेरे हिसाब से होना जरूरी नहीं था वो बेवजह वक्त और स्क्रीनप्ले ले जाते हैं. डांस कॉम्पिटिशन पर आधारित फिल्म है लेकिन इसको काट छांट कर छोटा और क्रिस्प बनाया जा सकता था.
वरुण धवन और श्रद्धा के साथ साथ स्क्रीन पर आए हरेक एक्टर ने बखूब अभिनय किया है. वरुण को आपने इस तरह से डांस करते हुए कभी नहीं देखा होगा और श्रद्धा का ये रूप देखकर आप कह सकते हैं कि वो लाजवाब डांसर भी हैं. प्रभु देवा की एंट्री तो गजब होती है लेकिन मेरे हिसाब से उन्हें ज्यादा प्रयोग में लाया जा सकता था.
संगीत-
डांस पर आधारित फिल्म है तो यकीनन गाने होना लाजमी हैं लेकिन जैसा मैंने पहले भी कहा की कुछ गीत कम होते तो फिल्म और भी दिलचस्प लगती. ये गीत टीवी रेडियो और इंटरनेट पर सुनते वक्त तो काफी अच्छे लगते हैं लेकिन फिल्म में इनका प्रभाव थोड़ा फीका सा लगता है.
क्यों देखें-
अगर आपको डांस में रूचि है, वरुण, श्रद्धा, रेमो और प्रभु देवा के फैन हैं, तो ये फिल्म आप जरूर देखें.
क्यों ना देखें-
अगर आप किसी नई तरह की कहानी की तलाश में हैं, तो यह फिल्म आपके लिए नहीं बनी है. काफी बड़ी फिल्म है जो एक वक्त के बाद थकाने लगती है.