फिल्म का नाम: 'X :Past is Present'
डायरेक्टर: अभिनव शिव तिवारी, अनु मेनन ,हेमंत गाबा, नलन कुमारस्वामी, प्रतिम डी गुप्ता, कौशिक मुखर्जी,राजा सेन, राजश्री ओझा, संदीप मोहन , सुधीश कामत, सुपर्ण वर्मा
स्टार कास्ट: रजत कपूर, स्वरा भास्कर, हुमा कुरैशी, राधिका आप्टे, नेहा महाजन, अदिति चेंगप्पा, पिया बाजपेयी, बिदिता बैग, उषा उत्थुप, ऋचा शुक्ला, अंशुमान झा, ऋ सेन, पर्णो मित्रा, पूजा रूपरेल
अवधि: 1 घंटा 46 मिनट
सर्टिफिकेट: A
रेटिंग: 1 स्टार
कहानी
यह कहानी है किशन उर्फ 'K ' (रजत कपूर) की है, जो युवावस्था से ही फिल्मों का डायरेक्टर बनना चाहता था और अपनी जिंदगी के इर्द गिर्द हो रही घटनाओं को अपनी आँखों के कमरे में कैद करता रहता है. और जब K बड़ा होकर फिल्म डायरेक्टर बन जाता है तो एक फिल्म फेस्टिवल के दौरान उसकी मुलाकात एक अंजान लड़की से होती है जो उसे उसकी जिन्दगी की सभी घटनाओं को वर्तमान में होती हुई महसूस कराती है. वह लड़की, कन्हैया को हरेक महिला की याद दिलाती है जिसके साथ कन्हैया का कोई ना कोई रिश्ता जरूर रहता है. अब क्या वह लड़की कोई भूत है या सिर्फ कन्हैया के दिमाग की उपज? कन्हैया को अतीत के फलसफा अब वर्तमान में मिल पायेगा? इसका पता आपको फिल्म देखकर चलेगा.
स्क्रिप्ट
वैसे तो फिल्म में 11 अलग अलग कहानिया हैं जो 11 अलग डायरेक्टर्स ने डायरेक्ट की हैं और उन सब में एक कॉमन इंसान है - कन्हैया उर्फ K . फिल्म की कहानी में इतने सारे फ़्लैश बैक हैं की एक वक्त पर आपको लगने लगता है की इस रात की सुबह कब होगी? काफी कन्फूजिंग सी कहानी जान पड़ती है और लगता है की एक से बढ़कर एक डायरेक्टर्स ने इतने सारे अच्छे एक्टर्स का प्रयोग 5 प्रतिशत भी नहीं किया है. हालांकि एक-दो कहानिया बेहद दिलचस्प थी जैसे - नलन कुमारस्वामी द्वारा डायरेक्ट किया गया स्वरा भास्कर, अंशुमान के साथ का हिस्सा, वहीं कोलकाता में किराए के मकान वाली कहानी भी काफी दिलचस्प थी.
अभिनय
फिल्म के एक्टर्स रजत कपूर, अंशुमन झा, स्वरा भास्कर, हुमा कुरैशी,राधिका आप्टे, नेहा महाजन, अदिति चेंगप्पा, पिया बाजपेयी, बिदिता बैग, उषा उत्थुप, ऋचा शुक्ला,ऋ सेन, पर्णो मित्रा , पूजा रूपरेल ने एक्टिंग में अपना शत प्रतिशत दिया है.
क्यों न देखें
फिल्म की सबसे कमजोर कड़ी इसकी अतीत (Past) और वर्तमान (Present) की आपाधापी है और एक वक्त के बाद सारी आशाएं भी त्यागकर बस ये सोचते हैं की आखिर कब मिलेगा इस फिल्म को अंजाम.
क्यों देखें
यह फिल्म खास वर्ग के लोगों को जरूर पसंद आ सकती है लेकिन आम इंसान इस वीकेंड कोई और विकल्प ढ़ूंढ सकते हैं.