डायरेक्टर: शंकर
स्टार कास्ट: सुपरस्टार विक्रम, एमी जैक्सन, उपेन पटेल, सुरेश गोपी
अवधि: 188 मिनट
रेटिंग: 3 स्टार
अपनी तमिल और हिंदी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले डायरेक्टर शंकर की फिल्म 'आई' रिलीज हो गई है. इसके पहले उन्होंने फिल्म 'रोबोट' के लिए बनाई थी, जिसने साइंस फिक्शन के आधार पर काफी नाम कमाया. रजनीकांत को रोबोट के अवतार में हरेक बारीकियों का ध्यान रख कर जनता के सामने प्रस्तुत करने का काम शंकर ने ही किया था. वैसे शंकर ने अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी बजट की फिल्म अब बनाई है, जिसका नाम है 'आई'. यह करीब 180 करोड़ रुपये की लागत से बनी फिल्म है, इसके पहले रोबोट के दौरान फिल्म का बजट 132 करोड़ रुपये था.
कहानी: शंकर की फिल्म 'आई' की कहानी है एक बॉडी बिल्डर 'लिंगेसन' की, जिसे मिस्टर तमिलनाडु के खिताब के बाद, मिस्टर इंडिया के कॉम्पिटिशन में भी भाग लेकर अपना नाम करना है और उसे प्यार है एक मशहूर मॉडल दीया से. लिंगेसन दीया से मिलने की हर संभव कोशिश करता है और आखिर वह उससे मिल भी लेता है. हरेक तरकीब करता है दिया से मिलने की , और आखिरकार मिलना भी हो जाता है , दीया को जॉन नाम का मॉडल काफी परेशान करता रहता है, जिसकी वजह से कुछ ऐसा होता है कि एक चीन के प्रोजेक्ट के लिए दिया अपने साथ जॉन कि जगह लिंगेसन को ले जाती है. धीरे-धीरे लिंगेसन और दीया के बीच रोमांस शुरू हो जाता है और ये बातें जॉन और उसके ग्रुप के दोस्तों को पसंद नहीं आती. इसी वजह से लिंगेसन के खूबसूरत शरीर को जॉन और उसके दोस्त षड़यंत्र करवाकर बर्बाद कर देते हैं और फिर लिंगेसन जॉन और उसके दोस्तों से बदला लेता है. अब इस पूरी फिल्म में 'आई' क्या है, उसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.
क्यों देखें: फिल्म में शंकर ने शूटिंग बड़े पैमाने पर की है. भारत और चीन की खूबसूरती के साथ-साथ एक्शन सीक्वेंस, डांसिंग क्रिएटिव्स को बखूबी दिखाने की कोशिश की गई है. शंकर ने छोटी-छोटी बारीकियों को शूटिंग के दौरान बड़े सही ढंग से प्रस्तुत किया है. एमी जैक्सन को कभी फोन तो कभी मछली तो कभी फूल तो कभी परी के रूप में दर्शाया गया है. वहीं, सुपरस्टार विक्रम के चार अलग-अलग रूप देखे गए हैं. मूंछों में, बिना मूंछों के, पूरे शरीर में बालों के रूप में और झुकी कमर के साथ फफोले पड़े शरीर वाले इंसान के रूप में दर्शक विक्रम को देख पाएंगे.
क्यों ना देखें: आज कल T20 का जमाना है, लोगों को 5 दिनों का टेस्ट मैच भी आखिरी दिन ही अच्छा लगता है तो फिल्म की अवधि बहुत बड़ी समस्या है. यह फिल्म लगभग 3 घंटे 8 मिनट की है, जो की कई मायनों में और छोटी हो सकती थी. मसलन जो बड़े-बड़े गीतों को फिल्म की कहानी के दौरान दिखाया गया है वो और भी छोटे हो सकते थे. तो अगर आप पॉप कॉर्न के शौकीन हैं तो शायद फिल्म के दौरान 4 से 5 बार आपको उठकर कुछ ना कुछ खरीदना ही पड़ेगा और रोबोट फिल्म से आप 'आई' की तुलना नहीं कर सकते हैं.