फिल्म का नाम: 'तुम बिन 2'
डायरेक्टर: अनुभव सिन्हा
स्टार कास्ट: नेहा शर्मा , आदित्य सील, आशिम गुलाटी, कंवलजीत सिंह ,मेहर विज , सोनिया बलानी
अवधि: 2 घंटा 27 मिनट
सर्टिफिकेट: U/A
रेटिंग: 2 स्टार
साल 2001 में अनुभव सिन्हा ने भूषण कुमार के प्रोडक्शन में पहली वाली 'तुम बिन' फिल्म बनाई थी, जो रिलीज होने के कुछ समय के बाद दर्शकों के दिलों में घर करने लगी और इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कलेक्शन भी की, फिल्म की कहानी के साथ-साथ उसके गानों को भी काफी सराहा गया था. अब 15 साल बाद 'तुम बिन 2' का निर्माण किया गया है, जिसे रोमांटिक लव स्टोरी का नाम दिया गया है, आइए जानते हैं क्या तुम बिन का सीक्वल दर्शकों को रिझा पाएगा?
कहानी
फिल्म की कहानी स्कॉटलैंड में बेस्ड है जहां तरन (नेहा शर्मा) अपने होने वाले पति अमर (आशिम गुलाटी) को एक स्कीईंग एक्सीडेंट में खो देती है, लेकिन
इस एक्सीडेंट के आठ महीने बाद धीरे-धीरे तरन अपनी बहनों और अमर के पिता (कंवलजीत) के साथ इस हादसे को भुलाकर जिंदगी में आगे बढ़ने की
कोशिश करती है, लेकिन बार-बार उसको अमर की याद आती है, उसके साथ गुजारे पल सामने आ जाते हैं. तभी कहानी में शेखर (आदित्य सील) की एंट्री
होती है जो 26 साल की उम्र में बहुत सी घटनाओं का सामना कर चुका है, तरन को शेखर के साथ वक्त बीताना पसंद आने लगा लेकिन बार-बार उसे
अमर की याद आती रहती है. अब क्या तरन पिछली बातें भूलकर, अपने दिल की आवाज सुनते हुए शेखर को जीवनसाथी बनाएगी, या अमर की यादों के
सहारे गुजर बसर करेगी, इसका पता आपको थिएटर तक जाकर ही चल पायेगा.
कमजोर कड़ियां
1. फिल्म में वो 'तुम बिन' वाली कहानी, अमर और शेखर तो है, लेकिन 2016 में ऐसी कहानियों से ज्यादा लोग इत्तेफाक नहीं रख पाएंगे. काफी पुरानी
कहानी लगती है.
2. फिल्म काफी बड़ी है, इसकी एडिटिंग की जाती तो शायद थोड़ी बेहतर लगती. खास तौर पर इंटरवल के बाद का हिस्सा काफी बोर करता है.
3. आजकल 20-20 के जमाने यह फिल्म 60 ओवरों वाले टेस्ट क्रिकेट के जैसे लगती है, हालांकि विजुअल के हिसाब से काफी रिच फिल्म है, लेकिन
ट्रीटमेंट और बेहतर हो सकता था.
4. फिल्म में गानों का ओवरडोज भी दिखाई पड़ता है, पहला गाना फिल्म के तीसरे मिनट में ही आ जाता है.
5. फिल्म का क्लाइमैक्स भी काफी पुराना और कमजोर है, जिसे देखकर आपको 'सलामी' और शाहरुख खान की 'दीवाना' फिल्म की याद भी आ जाती
है. वहीं फर्स्ट हाफ में भी पाकिस्तानी लड़के वाला सीक्वेंस जबरदस्ती रखा हुआ लगता है.
क्यों देखें
फिल्म की लोकेशंस कमाल की हैं और शूटिंग, डायरेक्शन, सिनेमाटोग्राफी काबिल-ए-तारीफ है. फिल्म में नेहा शर्मा का जबरदस्त रोल है,
इमोशंस को बखूबी दर्शाया गया है, वहीं दोनों लीड एक्टर्स आशिम गुलाटी और आदित्य सील का काम भी सहज है, कंवलजीत सिंह ने पिता के रूप में
कहानी में अपने किरदार को बखूबी अदा किया है. बाकी किरदारों जैसा मेहर विज, सोनिया बलानी ने भी अच्छा काम किया है. फिल्म के गाने भी अच्छे हैं
और खास तौर से 'तेरी फरियाद' वाली गजल समय-समय पर कहानी के फ्लो को बनाए रखने की कोशिश करती है. फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर
अंकित तिवारी ने अच्छा दिया है. अगर आपको शायरी पसंद है, तो कुछ अच्छे वन लाईनर्स भी है.
बॉक्स ऑफिस
फिल्म ने गानो के माध्यम से पहले ही अच्छी कमाई कर रखी है, अभी भी हर जगह 'तुम बिन 2' के गाने सुनाई पड़ते हैं और फिल्म का बजट भी बहुत
ज्यादा नहीं है, लेकिन नोटबंदी की वजह से थोड़ा नुकसान हो सकता है.