रेटिंगः 4 स्टार
कलाकारः नवाजुद्दीन सिद्दीकी, राधिका आप्टे और तिग्मांशू धूलिया
डायरेक्टरः केतन मेहता
बॉलीवुड में कम ही ऐसे डायरेक्टर हैं जो बायोपिक्स को हाथ लगाते हैं. लेकिन पिछले कुछ समय से यह ट्रेंड बढ़ा है. लेकिन केतन मेहता ऐसा नाम हैं जो इस कला में महारत रखते हैं और लंबे समय से इस जॉनर में खेलते आए हैं. फिर चाहे 'सरदार' हो 'मंगल पांडे' हो या 'रंग रसिया' या फिर 'मांझीः द माउंटेन मैन'. वह फिल्मों के लिए अच्छी रिसर्च करते हैं और उसमें नाटकीयता का भी अच्छा पुट डालते हैं. ऐसा ही 'मांझी' के बारे में भी है. फिल्म बायोपिक होते हुए भी ड्रामे और कई तरह के उतार-चढ़ाव भरी है. दशरथ के किरदार में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने सिद्ध कर दिया है कि वह इस दौर के शानदार कलाकार है. वह किरदार में इस तरह घुस जाते हैं कि पूरी तरह असल दशरथ मांझी जैसे ही लगते हैं. केतन ने बायोपिक को प्रेम, संघर्ष, तत्कालीन समाज का ताना-बाना बुनकर दिलचस्प बनाने की कोशिश की है.
कहानी में कितना दम
दशरथ (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) किशोरावस्था में ही अपने गांव गहलौर से भाग जाता है और जवान होने पर लौटता है. उस समय तक सरकारी तौर पर अस्पृश्यता खत्म हो चुकी होती है और सब बराबर की बात हो रही होती है. लेकिन वह अपने गांव में ठीक इसके उलट ही पाता है. फिर उसकी जिंदगी में पत्नी फगुनिया (राधिका आप्टे) कदम रखती है और सब कुछ बदल जाता है. दोनों का प्रेम काफी गाढ़ा हो जाता है. लेकिन एक दिन फगुनिया के साथ हादसा होता है और दशरथ की जिंदगी बदल जाती है. बस वहीं से वह पहाड़ का सीना चीरकर सड़क बनाने का फैसला कर लेता है. केतन ने कहानी में रुतबे वालों का गरीबों या दलितों का शोषण, प्रेम अगन, व्यवस्था पर प्रहार या फिर संघर्ष सबको पेश किया है. हालांकि दशरथ के प्रेम का इजहार थोड़ा ज्यादा रहता है. वह थोड़ा कम हो सकता था.
स्टार अपील
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने सिद्ध कर दिया है कि वह आज के दौर के जानदार, शानदार और जबरदस्त कलाकार हैं. उन्होंने दशरथ के किरदार को इस तरह जिया है जो किसी भी एक्टर के लिए आसान नहीं था. दशरथ की जवानी से लेकर फगुनिया से प्रेम तक और फिर पहाड़ तोड़ने तक वह अपीलिंग लगते हैं. राधिका फगुनिया के रोल में परफेक्ट लगी हैं. उनके बोलने का अंदाज मजेदार लगता है और फिर उनमें सेक्स अपील तो है ही. इसके अलावा, तिग्मांशू धूलिया अच्छी एक्टिंग करने लगे हैं. उन्हें और काम करना चाहिए. पंकज त्रिपाठी और गौरव द्विवेदी की एक्टिंग भी अच्छी है.
कमाई की बात
फिल्म लंबे समय से बनकर पड़ी थी और रिलीज से कुछ दिन पहले यह लीक भी हो गई थी. लेकिन फिल्म को लेकर जबरदस्त हाइप है. नवाजुद्दीन ऐसा चेहरा बन चुके हैं जिनके दर्शक मास और क्लास दोनों में हैं. फिल्म में कनेक्शन पॉइंट है, प्रेरक कहानी है और मांझी की टीम देश के कई शहरों में अच्छा प्रचार कर चुकी है. ऐसे में फिल्म से काफी उम्मीदें हैं.