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Movie Review: कैसी है रणबीर कपूर की बेशरम!

यह जवानी है दीवानी में जहां रणबीर कपूर एक सोफिस्टिकेटेड और करियर ओरियंटेड दिलफेंक रोमियो के किरदार में थे तो वे बेशर्म में एकदम नए रंग-ढंग में हैं. जाने फिल्म में क्या है खास...

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फिल्म बेशरम में रणबीर कपूर
फिल्म बेशरम में रणबीर कपूर

स्टारः 3
डायरेक्टरः अभिनव सिंह कश्यप
कलाकारः रणबीर कपूर, पल्लवी शारदा, ऋषि कपूर, नीतू कपूर और जावेद जाफरी
बजटः लगभग 50 करोड़ रु.


यह जवानी है दीवानी में जहां रणबीर कपूर एक सोफिस्टिकेटेड और करियर ओरियंटेड दिलफेंक रोमियो के किरदार में थे तो वे अभिनव सिंह कश्यप के रंग में रंगकर बेशरम में बदमाश बबली बन गए हैं. बिल्कुल टपोरी अंदाज. मुंबई वाला नहीं दिल्ली वाला. रणबीर ने फिल्म में सिद्ध कर दिया है कि वे सिर्फ क्लासेस तक ही नहीं बल्कि मासेस तक पहुंचने का माद्दा भी रखते हैं.

फिल्म बिल्कुल अभिनव अंदाज है. अभिनव ने जहां चुलबुल को उत्तर प्रदेश की जमीन के मुताबिक रचा था तो रणबीर दिल्ली के शेर हैं. फिल्म तालीमार डायलॉग से भरपूर है. लगता है, अभिनव को पर्सनल शब्दों से भी काफी प्यार है. तभी तो दबंगा का चुलबुल पादने की बात करता था तो बेशरम की बुलबुल चौटाला (नीतू कपूर) दो कदम आगे बढ़ जाती हैं.

फिल्म में मा-बाप-बेटे की तिकड़ी जमी है. ऋषि कपूर और नीतू कपूर को फिल्म का एक्स फैक्टर माना जाता है. रणबीर तो बबली के रोल में खूब जमे हैं. उन्होंने खूब बोल्ड डायलॉग मारे हैं, जिस पर जमकर तालियां बजती हैं. जरा गौर फरमाएः मैं तुझे पलंग तोड़ प्यार करूंगा. शायद बबली यह जवानी है दीवानी के बनी से काफी अलग है. फिल्म का देसी अंदाज, रंगीन डायलॉग और कपूर फैमिली के साथ पूरी जान लगाती पल्लवी शारदा काफी जमते हैं. लेकिन कहानी के बारे में ज्यादा सोचने के जरूरत नहीं, वह अपने आप चलती रहती है.

कहानी में कितना दम
कहानी काफी उलझी नहीं है. नई भी नहीं है. एक बिंदास अनाथ लड़का है बबली (रणबीर कपूर) जिसे सोफिस्टिकेटेड लड़की तारा शर्मा से प्यार हो जाता है. दो पुलिस वाले हैं. चुलबुल चौटाला (ऋषि कपूर) और बुलबुल चौटाला. उनके कोई बच्चा नहीं है. एक हवाला कारोबारी है भीम सिंह चंदेल (जावेद जाफरी). फिल्म में शुरू मे हीरो हीरोइन को पटाने की कवायद करता है. फिर एक कार चोरी हो जाती है. उसे लेकर सारी कवायद शुरू होती है. विलेन आता है. पुलिस वाले आते हैं. हीरो-हीरोइन प्रेम फरमाते हैं. मतलब फुलटू मसाला. जिसमें रोमांस, एक्शन, इमोशन और कॉमेडी हर चीज है. अभिनव की खासियत यह है कि उनकी कहानी बहुत नई नहीं होती है लेकिन उसमें मास अपील होती है.

स्टार अपील
रणबीर कपूर ने दिखा दिया है कि वे हर तरह का रोल कर सकते हैं. सिनेमा हॉल में उनके मजेदार डॉयलॉग्स पर ताली बजना यह बताता है कि वे खान तिकड़ी की टेरटिरी में सेंध मारी कर रहे हैं. उन्होंने फिल्म में अपना रोमांटिक अंदाज दिखाया है, तो एक्शन भी बखूबी किया है. पल्लवी शारदा ने भी तारा शर्मा को बखूबी परदे पर उतारा है. पारंपरिक अंदाज में नजर आईं ऑस्ट्रेलियन-भारतीय पल्लवी अपने चेहरे से काफी कुछ कहती हैं और लंबे समय बाद कोई नई ऐक्ट्रेस एक्टिंग करती दिखी है. ऋषि-नीतू की जोड़ी तो बहुत गुदगुदाती है. लेकिन दोनों ने खूब डांस भी किया है और एक्शन भी. ऋषि कपूर को सनी देओल के अंदाज में हैंडपंप उखाड़ते और चिल्लाते देख दर्शक ठहाकों से हॉल को हिला देते हैं. जावेद जाफरी भी विलेन के रोल में ठीक हैं.

कमाई की बात
फिल्म का बजट लगभग 50 करोड़ रु. बताया जाता है. फिल्म में वह हर मसाला है, जो अभी तक सौ करोड़ी फिल्मों में रहा है. इसलिए फिल्म एक बड़ी हिट साबित हो सकती है. फिल्म 3,600 स्क्रीन पर रिलीज हुई है जो चेन्नै एक्सप्रेस से भी ज्यादा है. इसे एक लंबा वीकेंड मिलने वाला है. अगले हफ्ते भी कोई बड़ी फिल्म रिलीज नहीं हो रही है. ऐसे में यह कहना जल्दबाजी नहीं होगी कि रणबीर एक और बड़ी हिट की ओर बढ़ रहे हैं. बाकी सब जनता जनार्दन के हाथ में है. वैसे फिल्म पैसा वसूल है. फिल्म के ट्रीटमेंट और जनता के रिस्पॉन्स को देखते हुए तीन स्टार तो बनते हैं.

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