रेटिंगः 3.5 स्टार
डायरेक्टरः नीरज पांडेय
कलाकारः अक्षय कुमार, तापसी पन्नू, राणा डग्गूबत्ती, डैनी डेंजोंग्पा, अनुपम खेर और के के मेनन
इसमें कोई शुक नहीं कि नीरज पांडेय एक अच्छे डायरेक्टर हैं. वे अच्छी कहानियां चुनते हैं. ऐक्टरों से अच्छा काम लेते हैं और कहानी तथा एडिटिंग को काफी सधा हुआ रखते हैं. इन सारी बातों के दर्शन 'बेबी' में भी हो जाते हैं. कहानी टाइट है. देश भक्ति की भावना से ओत-प्रोत है. लेकिन नीरज पांडेय फिल्म में अपना फोकस खोते नहीं हैं, और ऐसा ही पूरी फिल्म में भी नजर आता है. जहां हर किरदार अपने काम में बहुत ज्यादा व्यस्त है. कहानी रफ्तार से चलती है. लेकिन फिल्म में 'डी डे 'और 'हॉलिडे' जैसी फिल्मों की झलक मिलती है.
कहानी में कितना दम
कुछ चुनिंदा अफसरों का पांच साल का 'बेबी' नाम का मिशन है, इसका सिर्फ एकमात्र उद्देश्य देश के दुश्मनों को नेस्तानाबूद करना है. इसके अधिकारी अपनी पहचान छिपाकर काम करते हैं और देश के लिए कुर्बान हो जाते हैं. इसी तरह का एक अधिकारी है अक्षय कुमार. उसे आतंकवादी (के के मेनन) को ठिकाने लगाना है ताकि देश को सुरक्षित किया जा सके. कहानी में तापसी पन्नू , राणा डग्गुबत्ती और अनुपम खेर जैसे कैरेक्टर आते जाते रहते हैं. हालांकि फिल्म में प्यार और कॉमेडी जैसे फैक्टरों के लिए ज्यादा समय नहीं है. सीन काफी लंबे हैं. कहानी में बहुत ज्यादा नयापन नहीं है लेकिन चौंकाने वाले कई पल हैं. फिल्म का डायरेक्शन और नीरज का ट्रीटमेंट फिल्म की यूएसपी हैं.
स्टार अपील
नीरज पांडेय की फिल्मों में कोशिश कहानी को ऊपर रखने की होती है. 'बेबी' भी ऐसी ही फिल्म है. अक्षय कुमार का चयन एकदम सही है. वे भागते हैं और ऐक्शन करते हैं तो लगता है कि यह बंदा ऐसा कर सकता है. वैसे भी वे नीरज के साथ 'स्पेशल 26' जैसी हिट फिल्म दे चुके हैं. फिल्म में डैनी बढ़िया लगे हैं. वैसे डायरेक्टर ने किसी और किरदार को ज्यादा उभरने का मौका नहीं दिया है, उसका पूरा फोकस अक्षय कुमार पर ही रहा है. तापसी पन्नू को थोड़ा और देखने का मन करता है, वह ऐक्शन करती हैं, मजा आता है. अनुपम खेर भी ओके हैं. राणा तो बोलते हुए बहुत कम ही दिखे हैं.
कमाई की बात
यह फिल्म नीरज के चाहने वालों के लिए अच्छा तोहफा हैं. फिर अक्षय कुमार के फैन्स के लिए भी यह फिल्म खास है क्योंकि उनके स्टार अलग अंदाज में दिखेंगे, एकदम गंभीर वाले. फिल्म में उनकी छाप कहीं नजर नहीं आती है. पूरा स्टाइल नीरज का है. फिल्म को लेकर वर्ड ऑफ माउथ काफी काम करेगा. इसे चार दिन का वीकेंड मिल रहा है. फिर कहानी में तेजी, कमाल की एडिटिंग और देशभक्ति की भावना इस हफ्ते के अनुकूल भी है. इस हफ्ते 'डॉली की डोली' रिलीज हुई है और फिल्म पूरी तरह अलग तेवरों की है तो 'बेबी' को दर्शक मिलने में ज्यादा दिक्कत आने वाली है नहीं. फिल्म काफी बड़े बजट की है, इसलिए वीकेंड इसके लिए काफी अहम रहेगा.