रेटिंगः 2.5
डायरेक्टरः साजिद-फरहाद
कलाकारः अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन, रितेश देशमुख, बोमन ईरानी, जैक्लीन फर्नांडिस, लीजा हेडन, नरगिस फाखरी और जैकी श्रॉफ
बॉलीवुड हंसाने के मायने ही भूल चुका है. वह सिर्फ व्हॉट्सएप और सोशल मीडिया जोक्स को आधार बनाकर कॉमेडी फिल्म बनाने की जुगत में लगा नजर आ रहा है. या फिर उसकी कोशिश ऐसी कॉमेडी करने की है, जिसका कहानी से कोई कनेक्शन ही नहीं है. नेचुरल कॉमेडी या कहानी के मुताबिक कॉमेडी अब गुजरे जमाने की बात लगने लगी है और कॉमेडी के संदर्भ में यही बात निराश करने वाली है. साजिद-फरहाद वैसे तो कॉमेडी फिल्में लिखने वाली हिट जोड़ी है. लेकिन वे एंटरटेनमेंट फिल्म के साथ डायरेक्शन में कदम रख चुके हैं. लेकिन उनका डायरेक्शन में आना कोई बहुत उम्मीद नहीं जगाता है.
कहानी में कितना दम
बमन ईरानी की तीन बेटियां हैः नरगिस, जैक्लीन और लीजा. हर बाप की तरह बमन का भी सपना अपनी बेटियों के लिए योग्य वर की तलाश है. तीनों लड़कियों को पसंदे आते हैं अक्षय , अभिषेक और रितेश. लेकिन ये तीनों लड़कियों के पिता को पसंद नहीं हैं. उसके बाद पिता अपने हथकंडे अपनाता है और बेटियां अपने और बेटियों के प्रेमी अपने. कहानी में कुछ भी नया नहीं है. इस सब के बीच जैकी श्रॉफ की एंट्री हो जाती है. कुल मिलाकर फिल्म में कैरेक्टर्स का ढेर लगता जाता है, और हल्के किस्म का मजाक करने की कोशिश जारी रहती है. फिल्म में कहानी का फैक्टर पूरी तरह मिसिंग है, और ऐसा ही लगता है कि सिर्फ जोक्स दिखाने के लिए ही फिल्म बनाई गई थी. पहला हाफ ठीक है लेकिन सेकंड हाफ में फिल्म थकाने लगती है. फिर इंग्लिश जुमलों का हिंदी अनुवाद, बहुत ही खराब लगता है.
स्टार अपील
अक्षय कुमार एयरलिफ्ट और बेबी जैसी फिल्में करने के बाद इस तरह की फिल्में करके न जाने अपनी इमेज के साथ खिलवाड़ क्यों करते हैं. वे एक अच्छे कलाकार है, वे डायरेक्टर से चाहें तो स्टोरी ओरियंटेड फिल्म बनवा सकते हैं. यही कहेंगे कि इस फिल्म में उनकी ऐक्टिंग अच्छी है. रितेश देशमुख इस तरह की फिल्मों को अच्छी तरह निभा जाते हैं, वह उन्होंने बखूबी किया भी है. अभिषेक बच्चन निराश करते हैं. उनकी कॉमिक टाइमिंग फिल्म में बिल्कुल भी मजेदार नहीं रही है. फिर तीनों लड़कियां तो सिर्फ ग्लैमर के लिए ही हैं. न तो उनका उच्चारण अच्छा लगता है और न ही कॉमेडी की टाइमिंग ही, डायरेक्टर ने ऐक्टिंग और हिंदी में कमजोर लड़कियों को कॉमेडी फिल्म में क्यो लिया ये तो वही जानें. बमन को इस तरह के किरदारों में कई बार देखा है. शायद उन्हें इस तरह के रोल पसंद हैं.
कमाई की बात
फिल्म की पब्लिसिटी जबरदस्त ढंग से की गई है. स्टारकास्ट के नाम पर ढेरों सितारे हैं. फिल्म का म्यूजिक औसत है. लेकिन 'हाउसफुल' एक हिट सीरीज है, इसके पहले दो पार्ट को भी दर्शकों ने पसंद किया था लेकिन यह पार्ट पिछली फिल्मों से थोड़ा कमजोर है. फिल्म बड़े बजट की है, और इसमें कॉमेडी के नाम पर व्हॉट्सएप चुटकुलों की भरमार है. अब ये चुटकुले और यह मजाक दर्शकों के गले उतर जाता है तो फिल्म इतिहास दोहरा सकती है.