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Movie Review: कन्फ्यूजिंग खेल है 'लव गेम्स'

कभी  'गुलाम' और 'फुटपाथ' फिल्में तो कभी 'राज' और '1920 ' जैसी फिल्में डायरेक्ट करने वाले विक्रम भट्ट ने इस बार र्बन इरॉटिक थ्रिलर 'लव गेम्स' बनाई है, आई जानें कैसी है यह फिल्म.

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फिल्म का नाम: लव गेम्स
डायरेक्टर: विक्रम भट्ट
स्टार कास्ट: पत्रलेखा, तारा अलीशा बेरी, गौरव अरोड़ा ,हितेन तेजवानी
अवधि: 1 घंटा 54 मिनट
सर्टिफिकेट: A
रेटिंग: 2 स्टार

विक्रम भट्ट हमेशा से ही रोमांटिक फिल्मों के साथ साथ हॉरर और इरॉटिक थ्रिलर वाली फिल्मों के एक्सपर्ट माने जाते हैं. कभी वो 'गुलाम' और 'फुटपाथ' फिल्में बनाते हैं तो कभी 'राज' और '1920 ' जैसी फिल्मों को भी डायरेक्ट करते हैं. इस बार विक्रम ने अर्बन इरॉटिक थ्रिलर 'लव गेम्स' बनाई है, आई जानें कैसी है यह फिल्म.

कहानी
यहां कहानी रमोना (पत्रलेखा ) और समीर सक्सेना (गौरव अरोड़ा) की है. ये दोनों ही अमीर लोग हैं लेकिन जीवन में संतुष्ट नहीं हैं और एक वक्त के बाद इन दोनों को 'स्विंगर' ग्रुप का पता चलता है, और दोनों बड़ी पार्टीज का हिस्सा बनकर कपल्स के बीच में ब्रेकअप वाला 'लव गेम' खेलने लगते हैं. इसी बीच समीर को अलीशा (तारा अलीशा बेरी) से प्यार हो जाता है, जो रमोना को अच्छा नहीं लगता. कहानी में ट्विस्ट टर्न आते हैं और इस लव गेम का एक अंजाम सामने आता है, जो आपको फिल्म देखकर ही पता चलेगा.

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स्क्रिप्ट
फिल्म की सोच तो अच्छी है जो 'स्विंगर्स' के बारे में फोकस करती है और विक्रम ने इसे दर्शाने का भरपूर प्रयास किया है. विक्रम ने इंटीमेट सीन्स के साथ समाज के एक खास ग्रुप की मानसिकता का भी जिक्र करने की कोशिश की है. हालांकि फिल्म की गति धीमी है जो और फास्ट हो सकती थी साथ ही और भी सारे ट्विस्ट दिखाए जा सकते थे. साथ ही फिल्म का मकसद प्यार है, बदला है या क्या है, ये भी पता नहीं चल पाता है. फिल्म में बोल्ड सीन्स की भरमार है. फिल्म की शूटिंग लोकेशन्स भी बेहतर हैं.

अभिनय
फिल्म का सब्जेक्ट अहम है जिसके हिसाब से मॉडल एक्टर गौरव अरोड़ा ने अच्छा काम किया है वहीं तारा अलीशा बेरी ने भी 'अलीशा' के किरदार को बखूबी निभाया है. पत्रलेखा ने जहां एक तरफ 'सिटी लाईट्स' में टिपिकल राजस्थान की महिला का अभिनय किया था और अब इससे उल इमेज ग्लैमरस रमोना का किरदार निभाया है. हितेन तेजवानी का किरदार छोटा है लेकिन अच्छा है.

संगीत
फिल्म का म्यूजिक भी उतना खास नहीं जो आपको बांध सके.

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