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Film Review: फिल्म नहीं सीरियल है 'सेकेंड हैंड हस्बैंड'

समीप कंग एक्टर डायरेक्टर और फिल्म प्रोड्यूसर से पहले एक केमिकल इंजीनियर हैं. समीप ने कई सारी सुपर हिट पंजाबी फिल्में जैसे 'कैरी ऑन जट्टा,' 'चक दे फट्टे' बनाई हैं समीप पहली बार कोई हिंदी फिल्म लेकर आए हैं.

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'सेकेंड हैंड हस्बैंड' (पोस्टर)
'सेकेंड हैंड हस्बैंड' (पोस्टर)

फिल्म का नाम:सेकेंड हैंड हस्बैंड
डायरेक्टर: समीप कंग
स्टार कास्ट:गिप्पी ग्रेवाल, टीना आहूजा, धर्मेन्द्र ,गीता बसरा, दीपशिखा नागपाल, विजय राज
अवधि: 126 मिनट
सर्टिफिकेट: U/A
रेटिंग: 1 स्टार

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समीप कंग एक्टर डायरेक्टर और फिल्म प्रोड्यूसर से पहले एक केमिकल इंजीनियर हैं. समीप ने कई सारी सुपर हिट पंजाबी फिल्में जैसे 'कैरी ऑन जट्टा ,' 'चक दे फट्टे' बनाई हैं समीप पहली बार कोई हिंदी फिल्म लेकर आए हैं. फिल्म विवाह के बाद जब पति-पत्नी के बीच तलाक की स्थिति आती है तो पति की तरफ से पत्नी को एलीमोनी (निर्वाह के लिए पैसे) देने पड़ते हैं. इसी विषय को लेकर स्मीप ने फिल्म 'सेकेंड हैंड हस्बैंड' बनाई है, आइये जानते हैं आखिर कैसी है यह फिल्म:

कहानी
यह कहानी 'पति पत्नी और वो' टाइप की है जहां पति राजबीर (गिप्पी ग्रेवाल), पत्नी नेहा (गीता बसरा) और वो यानी की पति की लव इंट्रेस्ट गुरप्रीत (टीना आहूजा ) हैं. दरअसल राजबीर और टीना एक दूसरे से प्यार करते हैं लेकिन राजबीर की शादी पहले ही हो चुकी है एसलिए अगर वो अपनी पत्नी नेहा को तलाक देता है तो भी उसे हर महीने एलीमोनी देनी पड़ती है. राजबीर को एलीमोनी ना देना पड़े इसके लिए वह नेहा के लिए नए पति की तलाश शुरू करता है. फिल्म की कहानी बढ़ती जाती है और अलग-अलग ट्विस्ट एंड टर्न के बीच कभी पुलिस इंस्पेक्टर विजय राज की एंट्री होती है तो कहीं राजबीर के बॉस अजित सिंह (धर्मेन्द्र) भी अपने रंगीन मिजाज में दिखते हैं. क्या राजबीर अपनी बीवी की शादी करा पाता है? यही इस फिल्म का राज है जो फिल्म के आखिर में खुलता है.

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स्क्रिप्ट, अभिनय
स्क्रिप्ट टिपिकल पंजाबी फिल्मों जैसी है जिसे हिंदी का रूप दिया है डायरेक्टर समीप कंग ने. प्लाट तो अच्छा है लेकिन एक वक्त के बाद कहानी बड़ी लगने लगती है. कुछ गाने ऐसे हैं जिनकी कोई आवश्यकता नहीं थी और उनके आने से फिल्म लगती है.
पहली बार हिंदी फिल्म करते हुए गिप्पी ग्रेवाल ने ठीक-ठाक एक्टिंग की है. वहीं टीना आहूजा के करियर की शुरुआत के लिए अच्छा प्रयास था लेकिन टीना की एक्टिंग देखकर लगता है कि उन्हे अभी और मेहनत की जरूरत है. लीजेंड धर्मेन्द्र ने अपने किरदार में वही गर्मजोशी दिखाई है जो उनके किरदार के साथ शत-प्रतिशत इत्तेफाक रखती है. विजय राज और पंजाबी एक्टर करमजीत अनमोल के आने से आपके चेहरे पर मुस्कान आती है. एक्ट्रेस गीता बसरा की एक्टिंग के साथ-साथ कुछ बोल्ड सीन भी आपको लुभा सकते हैं, लेकिन फिल्म में वह बात नहीं है जो दर्शकों को बांधे रख सके.


क्यों देखें
अगर आप युवा कलाकारों के साथ-साथ धर्मेन्द्र के दीवाने हैं तो ही यह फिल्म देखें.

क्यों ना देखें
लम्बी और एक वक्त के बाद बोरिंग होने वाली फिल्मों से अगर आप अभी तक बचते आये हैं, तो इस बार भी आप वही फार्मूला अपनाएं.

 

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