बॉलीवुड ने कई बदले की कहानी दिखाई हैं. ढेर सारे एक्शन से लेकर इंटेंस ड्रामा तक, सबकुछ कई फिल्मों में देखा जा चुका है. अंदाज बदल जाता है, चेहरे अलग होते हैं, लेकिन फंडा वहीं रहता है. ऐसे में तैश के मेकर जब अपनी फिल्म को प्रमोट कर रहे थे तब वे इसे एक रिवेंज ड्रामा बता रहे थे. सीरीज को लेकर कहा गया था कि हर मोड़ पर सस्पेंस है और हैरान कर देने वाले ट्विस्ट. अब उन दावों में कितना दम है ये जानने का समय आ गया है. जी 5 पर बिजॉय नाम्बियार की वेब सीरीज तैश रिलीज हो गई है.
कहानी
एक पंजाबी शादी, दो परिवार और उन्हें बांधकर रखने वाली बदले की कहानी, इन्हीं तीन पहलू पर तैश आगे बढ़ती है. हर किरदार के साथ कुछ गलत हुआ है, सभी के दिल में कोई गहरा राज दफन है और धधक रही है बदले की भावना. इस वेब सीरीज की कहानी का ताना-बाना उसके टाइटल के लिहाज से ही तैयार किया गया है. तैश का मतलब होता है गुस्सा, ऐसा गुस्सा की इंसान सारी सीमाएं तोड़ दे. पहले एपिसोड के पहले ही सीन में सनी (पुलकित सम्राट), कुली (अभिमन्यु सिंह) को बुरी तरह पीट रहा है. उसके तैश के आगे कुली कही नहीं टिकता और अधमरा सा वहीं पड़ा रहता है. अब सनी ने क्यों मारा, कौन है कुली, ये सब आपको सीरीज देख समझ आ जाएगा.
खैर कहानी आगे बढ़ती है, लंदन में एक आलीशान शादी हो रही है. रोहन कालरा ( जिम सरभ) के छोटे भाई क्रिश ( अंकुर राठी) की शादी होने जा रही है. रोहन का जिगरी दोस्त सनी भी आया है. लेकिन सनी के शादी में होने का मतलब ही ये है कि एक बदले की कहानी शुरू हो चुकी है. जिस कुली को सनी ने मार-मार कर अधमरा कर दिया है, वो एक बड़ा गैंग्सटर है. कुली का परिवार कई गलत धंधों में शामिल है. इसका मतलब ये है कि जो बदले की कहानी सनी ने शुरू की थी, उसमें अब रोहन का पूरा परिवार भी शरीक होने वाला है.
सीरीज देख आपको पता चलेगा कि कुली का एक छोटा भाई भी है- पाली (हर्षवर्धन राणे). अब एक भाई पर हमला हो तो दूसरा बदला ना ले, ऐसा नहीं हो सकता. इसलिए पाली के अंदर भी तैश भरा हुआ है. उसे उस आदमी से बदला लेना जिसने कुली की ये हालत कर दी है. लेकिन पाली की जिंदगी में एक बात का नहीं, कई वजहों से तैश भरा हुआ है. वो जिस जहान ( संजीदा शेख) से प्यरा करता है, उससे उसके भाई कुली ने शादी कर रखी है. ऐसे में प्यार का छिनना भी पाली को तैश से भर रहा है. तो कहा तक जाएगी ये बदले की कहानी और कितनों को देनी पड़ेगी जान की बली, तैश देख इस राज से पर्दा उठ जाएगा.
धीमी शुरुआत के बाद वापसी
ट्रैफिक के बीच गाड़ी काफी धीमी गति से आगे बढ़ती है, मन हमेशा करता है कि एक्सीलेटर पर पैर रखें और हवा से बात करना शुरू कर दें. लेकिन जब तक कोई एक्सप्रेस वे ना आए, उस स्पीड तक पहुंचा नहीं जा सकता. तैश भी ऐसी ही एक वेब सीरीज है जहां पर छटपटाहट तो दिखती है कि जल्दी-जल्दी ट्विस्ट एंड टर्नस दिखाए जाएं, लेकिन कोई ना कोई बात उस स्पीड पर ब्रेक लगा देती है. तैश के शुरुआती तीन एपिसोड देखते समय काफी पेशेंस रखिएगा क्योंकि किरदारों को सेट करने में काफी समय लगाया गया है. इतना ज्यादा की एक मौके पर आकर आप बोर भी हो सकते हैं. लेकिन उस सब्र का फल को आपको आने वाले तीन एपिसोड में मिल सकता है, जब तैश की गाड़ी फुल स्पीड पर दौड़ना शुरू कर देती है.
कैसा रहा कलाकारों का काम?
बिजॉय नाम्बियार ने तैश बनाते समय स्टारकास्ट पर काफी ध्यान दिया है. हर किरदार के लिए एक ऐसा कलाकार ढूंढा गया है जो उसके साथ न्याय कर सके. सनी के रोल में पुलकित सम्राट का तैश देखते ही बनता है. उनकी जिद और वो गुस्सा आप हर सीन में महसूस कर सकते हैं. पाली के रोल में हर्षवर्धन राणे दमदार कहे जाएंगे. हर फिल्म के साथ उनकी एक्टिंग निखरकर सामने आ रही है. पुलकित के साथ सबसे ज्यादा स्क्रीन स्पेस जिम सरभ ने शेयर की है, लेकिन वे धोड़े कमोजर और फीके साबित हुए हैं. गुस्से से लेकर खुशी तक, उनका हर इमोशन एक समान लगा है. महिला किरदारों में सिर्फ संजीदा शेख अपनी उपस्थिति दर्ज करवाती दिख गई हैं. बिजॉय ने कृति और जोआ मोरानी के किरदार पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया है. उनका होना ना होना एक ही बात लगी है.
देखें या ना देखें
शैतान जैसी फिल्म का निर्देशन करने के बाद बिजॉय नाम्बियार ने ओटीटी पर तैश बनाई है. शैतान और तैश में एक बात कॉमन रही है, वो ये है कि सस्पेंस की भरमार है और अंत तक उसे संभालकर रखने की कोशिश रही है. अगर सीरीज की धीमी शुरुआत का क्रेडित बिजॉय को जाता है तो बाद के एपिसोड में दिखी वापसी का क्रिडित भी उन्हीं की खाते में जाएगा. उन्होंने ठीक समय पर एक्सीलेटर पर पैर रखा और तैश को डूबने से बचा लिया. ओटीटी के लिहाज से तैश एक बढ़िया सीरीज बनकर बाहर निकली है जिसे एक बार देखा जा सकता है.