ऑस्कर अवॉर्ड्स 2021 में चीन की महिला डायरेक्टर Chloe zhao क्लोए ज्हाओ (chloe zhao) ने इतिहास रच दिया है. वे पहली एशियन महिला हैं जिन्होंने ऑस्कर में बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड जीता है. हालांकि उनके खुद के देश ने ही उनकी इस उपलब्धि को सेंसर किया हुआ था. सेंसरशिप के तहत ऑस्कर सेरेमनी का लाइव प्रसारण चीन में नहीं हो रहा था.
इसके अलावा कई न्यूज साइट्स पर भी अब तक क्लोए की ऐतिहासिक जीत के बारे में किसी भी तरह का अपडेट अब तक नहीं आया है. गौरतलब है कि क्लोए ने एक दौर में चीन की सरकार की तीखी आलोचना की थी. साल 2013 में उन्होंने एक मैगजीन को इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन एक ऐसा देश हैं जहां हर जगह झूठ फैला हुआ है.
क्लोए के इस बयान को निशाना बनाते हुए चीन के कई राष्ट्रवादी संस्थाओं ने उनका बहिष्कार करना शुरू कर दिया था. उनकी फिल्म नोमैडलैंड जिसने ऑस्कर अवॉर्ड्स में कमाल की परफॉर्मेंस दी है, ये फिल्म अब तक चीन में रिलीज भी नहीं हो पाई है. इसके अलावा भी उनके कुछ विवादित बयानों के चलते वे ट्रोलर्स के निशाने पर रही हैं.
क्लोए का जन्म बीजिंग में हुआ था लेकिन उन्होंने ब्रिटेन और अमेरिका से स्कूली पढ़ाई पूरी की है. वे 14 साल तक चीन में थी इसके बाद वो अपनी पढ़ाई पूरी करने लंदन गई थीं. इसके बाद उन्होंने अमेरिका के प्रतिष्ठित फिल्म स्कूल से पढ़ाई की थी. क्लोए जहां जीत के कुछ पलों बाद ही चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेंड होने लगी थी वही कुछ घंटों के अंदर ही वे ट्रेंडिंग से बाहर हो गई थी.
गौरतलब है कि चीन के सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया साइट वाईबो पर क्लोए काफी ट्रेंड हो रही थीं. एक एंटरटेन्मेन्ट ब्लॉगर ने क्लोए की तारीफ करते हुए उनकी उपलब्धियां बताई थी. इस पोस्ट को 80 लाख लोग लाइक कर चुके थे लेकिन कुछ घंटों बाद ही इस साइट से रहस्यमयी तरीके से पोस्ट डिलीट कर दिया गया.
एक हैरान-परेशान यूजर ने इस मामले में लिखा था कि चीन में पब्लिक की राय को कंट्रोल करने का काम एक बड़े स्तर पर हो रहा है और ये बहुत ही चिंताजनक है. यहीं नहीं फ्री टू एयर ब्रॉडकास्टर टीवीबी ने 52 साल में पहली बार ऑस्कर का लाइव टेलीकास्ट करने से मना कर दिया था जिसके चलते हॉन्गकॉन्ग की टीवी जनता भी ये अवॉर्ड्स सेरेमनी नहीं देख पाए थे.
इस मामले में एक चीनी महिला ने एएफपी के साथ बातचीत में कहा कि उनकी उपलब्धि चीन के लिए गर्व की बात है. ऐसा बहुत कम होता है जब किसी चीन के इंसान को ऑस्कर मिलता है. मुझे लगता है कि इससे चीन की फिल्मों को एक्जपोजर मिलेगा और यहां की फिल्में पहले से बेहतर साबित होंगी.