विल स्मिथ और उनके बेटे जेडन स्मिथ की अगली फिल्म आफ्टर अर्थ 7 जून को भारत में रिलीज हो रही है. इससे पहले पिता-पुत्र की जोड़ी हैपीनेस ऑफ परस्युट में भी काम कर चुकी है जबकि जेडन स्मिथ की कराटे किड ने जबरदस्त सफलता हासिल की थी. पिता-पुत्र के संबंधों को केंद्र में रखकर बनाई गई साइंस फिक्शन आफ्टर अर्थ और कम उम्र में बुलंदियां छूने को लेकर जेडन स्मिथ से बातचीत के प्रमुख अंशः
अपने किरदार ‘किताई’ के बारे में बताएं?
किताई सबसे बेहतरीन काम कर सकता है. शारीरिक तौर पर भी उसके अंदर इतनी क्षमता है कि वह सबसे बेहतर कर सके. लेकिन वह आलसी है. उसे लगता हैं कि उसे कुछ साबित करना है, जिसकी वजह उसके पिता हैं. और जिस वजह से पहले भी बहुत कुछ हो चुका है. उसके लिए अपनी भावनाओं को संभालना बहुत मुश्किल है.
इस फिल्म में पिता-पुत्र के संबंधों को दिखाया गया हैं. निजी जीवन में आप अपने पिता के साथ किस तरह से रिलेट करते हैं?
हमने तो सबसे पहले फिल्म 'परस्युट ऑफ हैपीनेस' में एक साथ काम किया था. बाद में हमें महसूस हुआ कि हमारे लिए यह करना आसान था क्योंकि हम असल जिंदगी में बाप बेटे हैं.
आप दोनों के दिमाग में इस फिल्म का विचार कैसे आया. फिल्म बनने के बाद जब आपने इसे देखा तो पहली प्रतिक्रिया क्या थी?
पहली बार हमने इस फिल्म के बारे में चीन में बात की थी, उस वक्त मैं अपनी फिल्म कराटे किड की शूटिंग कर रहा था. उसी दौरान यह विचार आया. डैड ने ‘आफ्टर अर्थ’ के संबंध में एम. नाइट श्यामलन से बात करने के बाद ही मुझसे बात की थी. हां! वे मॉम से इस बारे में जरूर बात करते थे. लेकिन तब मुझे इस बात का अहसास नहीं था कि ऐसा कुछ होगा.
तो क्या इसमें युवा दर्शकों के लिए पर्यावरण को लेकर कोई संदेश है?
जी हां! मुझे लगता है कि इसमें पर्यावरण को लेकर संदेश हैं, लेकिन यह संदेश सिर्फ युवाओं के लिए ही नहीं, बल्कि सभी उम्र के लोगों के लिए है. ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि ऐसा कुछ हमारे विश्व के साथ भी हो सकता है कि सब कुछ बर्बाद हो जाए और शायद यही वजह है कि हमने इस पर फिल्म बनाई है.
आपने कम उम्र में मूवी स्टार बनने के बारे में क्यों सोचा?
देखिए, मेरे पिता फिल्म स्टार हैं. हमने बचपन से ही फिल्मी माहौल देखा है. हम भी चाहते हैं कि लोग हमारे इर्द-गिर्द घूमें. मैं भी कुछ क्रिएटिव करना चाहता हूं. एम. नाइट श्यामलन जैसे डायरेक्टर के साथ काम करने का मौका कोई नहीं खोना चाहता. अब मेरी उम्र के लोग मेरे पास आकर जब तारीफ करते हैं, तो अच्छा लगता है. लेकिन मैं आज भी अपने दोस्तों के साथ घूमना पसंद करता हूं.