असगर फरहदी की ईरानी फिल्म 'द सेल्समैन' को विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का ऑस्कर मिला है. फरहदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रवासी नीति के विरोध में 89वें अकादमी अवॉर्ड में शामिल नहीं हुए. फरहदी के बयान को रविवार को समारोह में पढ़ा गया.
बयान के मुताबिक, उन्होंने कहा, 'मुझे खेद है कि मैं आज रात आप लोगों के साथ नहीं हूं. मैने अपने देश अैर छह अन्य देशों के लोगों के सम्मान के लिए यह फैसला किया है, जिनका उस अमानवीय कानून के कारण अपमान हुआ है, जिसके तहत शरणार्थियों के अमेरिका में एंट्री पर रोक लगा दी गई है.'
फरहदी ने कहा , 'फिल्मकार साझा मानवीय विशेषताओं को अपने कैमरों में कैद कर सकते हैं और विभिन्न देशों और धर्मो की घिसी-पिटी छवियों को तोड़ सकते हैं. वे अपने और अन्य लोगों के बीच समानुभूति का भाव पैदा करते हैं. इस समानुभूति की आज हमें सबसे ज्यादा जरूरत है.'
फरहदी का यह दूसरा अकादमी पुरस्कार है. 'द सेल्समैन' ईरानी दंपति एमाद और राणा की कहानी है, जिन्हें एक नए अपार्टमेंट में जाना पड़ता है और एक हिंसक घटना के कारण उनकी जिंदगी में अशांति पैदा हो जाती है.