पाकिस्तान का आइकॉनिक शो 'जिंदगी गुलजार है' एक बार फिर इंडियन टीवी पर लौटा है. ये शो जब भी आता है फैंस कशफ और जारून की खट्टी मीठी लव स्टोरी को देखे बिना नहीं रह पाते. फवाद खान और सनम सईद की केमिस्ट्री और लव एंगल शो में इतना नेचुरल लगा कि कशफ-जारून फैंस की मोस्ट फेवरेट जोड़ी बन गई. शो में दोनों की लव स्टोरी और शादी के ड्रामे से तो आप वाकिफ ही होंगे. तो क्यों ना सनम और फवाद की रियल लव स्टोरी को जान लिया जाए.
सबसे पहले बात करते हैं हैंडसम हंक फवाद खान की. फवाद प्यार के मामले में एकदम पक्के हैं, जिससे प्यार किया उसी से शादी और सालों से हैप्पली मैरिड लाइफ को एंजॉय कर रहे हैं. फवाद ने 7 साल के कोर्टशिप पीरियड के बाद 2005 में सदफ खान से शादी की. इस शादी से फवाद खान के तीन बच्चे हैं.
फवाद लाहौर ग्रामर स्कूल में थे, सदफ इसी स्कूल की गर्ल्स ब्रांच में थीं. उनकी मुलाकात तब हुई थी जब वे 16 साल के थे. सदफ से फवाद को पहली नजर में प्यार हो गया था. उन्हें सदफ पर क्रश था. दोनों ने ऑनलाइन चैटिंग करनी शुरू की. 17 साल की उम्र में फवाद का बुरा एक्सीडेंट हुआ था. फवाद के दोस्तों ने एक्टर को बताया कि सदफ उनके बारे में पूछ रही थी. इससे फवाद को हिंट मिला कि सदफ उन्हें पसंद करती हैं.
इसके कुछ समय बाद दोनों की मुलाकात होने लगी. 1 हफ्ते बाद फवाद ने अपनी लेडीलव को प्रपोज किया. यहां से उनके प्यार की शुरूआत हुई. वे अलग अलग कॉलेज में गए. पर फवाद अक्सर सदफ के कॉलेज के बाहर ही पाए जाते थे. दोनों का प्यार गहराता गया. लेकिन सदफ के परिवार को इस रिश्ते से दिक्कत थी.
फवाद की एक्टिंग और सिंगिंग करियर से सदफ की फैमिली को परेशानी थी. उन्हें इंप्रेस करने के लिए फवाद ने 9-5 बजे की नौकरी भी की. फवाद का प्यार देख सदफ की फैमिली मान गई. 12 नवंबर 2005 को कपल ने अपना ग्रैजुएशन पूरा करने के बाद शादी की.
सनम सईद की मैरिड लाइफ काफी ट्रैजिक रही है. सनम ने अपने बचपन के दोस्त फरहान हसन से शादी की थी. जो कि कराची के बैंकर हैं. उनकी शादी 2 जनवरी 20215 में हुई थी. लेकिन ये शादी लंबी नहीं टिक पाई थी. 2018 में सनम सईद का पति से तलाक हो गया था.
सनम सईद उन एक्टर्स में शामिल हैं जो अपनी पर्सनल लाइफ को प्राइवेट रखते हैं. Speak your Heart with Samina Peerzada शो में सनम ने अपने ब्रेकअप और तलाक पर खुलकर बात की थी. सनम ने कहा था- मेरी मां काफी बीमार थी. मैं दुबई में थी. उस वक्त मेरा दिमाग उस स्थिति में नहीं था कि मैं अपनी शादी और मां की सेहत के बीच बैलेंस बना पाती.
''मुझे मां की बीमार तबीयत की वजह से दुबई छोड़ना पड़ा. मैं कोई त्याग नहीं करना चाहती थी क्योंकि मुझे डर था कि शायद मेरी मां नहीं रहेंगी. मैंने फील किया ये मेरे पति के लिए ये अनफेयर था कि मैं अपना पूरा अटेंशन उन्हें नहीं दे पा रही थी. मुझे समझ आया कि वो बेहतर डिजर्व करते हैं और उन्हें वो मिलना चाहिए. उन्हें पार्टनर का अटेंशन मिलना चाहिए. ना कि कोई दूसरा सिरदर्द. मैं अपनी मां के सिवा किसी और के साथ अपना समय शेयर नहीं करना चाहती थी. इसलिए मैंने ये रिश्ता तोड़ दिया. ''