यूपी के बागपत की नैंसी त्यागी ने सपनों उड़ान भरी और इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल कान्स पहुंच गई. नैंसी की हर ओर चर्चा हो रही है, रेड कारपेट पर इस सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर का जादू छा गया. नैंसी ने ना सिर्फ कान्स रेड कारपेट पर वॉक किया, बल्कि इसके लिए जो आउटफिट पहने, उन्हें भी खुद डिजाइन किया था. जाहिर है, नैंसी का ये सफर आसान तो बिल्कुल नहीं था.
नैंसी ने अपने इस सफरनामे के बारे में इंडिया टुडे से एक्सक्लुसिव बातचीत की. उन्होंने बताया कि कैसे वो यहां तक पहुंची और कहां से ये स्ट्रगल शुरू हुआ. नैंसी ने बताया कि वो अपनी मम्मी की मदद करना चाहती थीं. लॉकडाउन में उनका काम बंद हो गया था. वो एक फैक्ट्री में काम करती थीं. फिर हम किधर जाएंगे. लेकिन नैंसी ने अपने पढ़ाई के पैसों से एक कैमरा खरीदा और उससे वीडियो बनाने की शुरुआत की. नैंसी ने बताया कि उन्हें खुद पर पूरा विश्वास था कि वो एक दिन नाम जरूर कमा लेंगी, लेकिन साथ ही ये भी जानती थीं कि इसमें वक्त जरूर लगेगा.
मां की मदद करनी थी
नैंसी ने कहा- मैं जानती थी कि मम्मी कब तक ही काम करेंगी. कुछ ना कुछ तो करना है. पहले हम दूसरे तरह के वीडियोज बनाते थे. फिर भगवान ने इशारा किया. पहले मैं वेबसाइट्स के लिए अजीब सी वीडियोज बनाती थी. फिर एक दिन मैंने मम्मी की साड़ी ली और ड्रेस बनाकर वीडियो बना दिया. वो वायरल हो गई. पर तब भी ये नहीं आया दिमाग में कि यही बनाऊं, तब भी वेबसाइट्स वाली वीडियो बनाती थी. बीच बीच में डिजाइन भी करती थी. फिर एक दिन लगा कि यही करना चाहिए ये चल रहा है.
नहीं किया कोई कोर्स
अपने स्किल्स पर बात करते हुए नैंसी ने कहा कि ये तो मुझे भी नहीं पता कि से ऐसे डिजाइनर स्किल्स मेरे अंदर कहां से आए. मैंने कभी कुछ सीखा नहीं है. बस ऊपरवाले का हाथ है. ड्रेस डिजाइन करती थी ट्राय कर कर के देखती थी कि फिटिंग कैसी है. करते करते सीखी, अभी तक तो मैं कॉपी कर के सिलती थी. अब खुद के डिजाइन करूंगी. इतने बड़े सपने भी नहीं थे मेरे जितना हो गया है. अभी तक तो मैं सोच भी नहीं पा रही हूं कि क्या से क्या हो गया है.
सोनम के लिए करेंगी डिजाइन
कान्स में नैंसी के कपड़े सभी ने खूब पसंद किए. उनकी रफल ड्रेस और वेल वाली साड़ी का लुक सोनम कपूर तक ने पसंद किया और नैंसी से उनके लिए भी डिजाइन करने को कहा था. ये सुनकर नैंसी ने कहा- मम्मी को मैंने वीडियोज दिखाए अपने कि लोग मेरे बारे में क्या क्या कह रहे हैं. वो बहुत खुश हैं. सोनम कपूर को मेरी साड़ी पसंद आई थी तो मैं उनके लिए कुछ ऐसा ही बनाऊंगी. अभी ज्यादा नहीं सोचा, लेकिन मुझे पता चल गया है कि उनको क्या चाहिए वैसा ही कुछ डिजाइन करूंगी.
भाषा नहीं बनी रुकावट
नैंसी से जब उनकी भाषा के बारे में पूछा गया कि कैसे उन्होंने कैसे इंटरनेशनल लेवल पर मैनेज किया तो वो बोलीं कि अब अगर मैं हिचक करूंगी तो बोलूंगी कैसे फिर. अब जो मुझे आता है वही बोलूंगी. एक तो भाषा आती है उसे ही नहीं कहूंगी तो गूंगी थोड़े हो जाऊंगी. मेरा भाई है मेरा सबसे बड़ा इंस्पिरेशन है. वो मुझे मोटिवेट करता है. वो बोलता है एक भाषा ही तो नहीं आती तुझे बाकि तो सब आता है. मुझे खुद को भी लगता है कि इतना कुछ बड़ा तो मैं कर रही हूं और एक हिंदी की वजह से सोचूं कि मुझसे कुछ नहीं हो रहा. तो हिंदी भी एक भाषा ही तो है.
नैंसी अब आगे अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए भी आउटफिट बनाएंगी. फिलहाल वो खुद के लिए थोड़ा वक्त निकालना चाहती हैं. नैंसी ने ये भी बताया कि वो अब ज्यादातर अपने कपड़े खुद ही सिलती हैं. वो सीलमपुर की मार्केट से कपड़ा खरीदती हैं और उन्हें सिलती हैं. उनके पास कान्स के तीन रेड कारपेट आउटफिट के लिए दो महीने का ही समय था. इतने में ही उन्होंने तीनों को सिला और डिजाइन किया है.
सही मायने में 23 साल की नैंसी के हौसले बेहद बुलंद हैं. वो आज की यंग जेनरेशन के लिए एक ट्रू इंस्पिरेशन हैं.