साउथ स्टार सूर्या और बॉबी देओल की फिल्म 'कंगुवा' गुरुवार को बड़े हाइप के बीच थिएटर्स में रिलीज हुई. तमिल इंडस्ट्री से आई इस लेटेस्ट पैन इंडिया फिल्म के ट्रेलर्स और प्रमोशनल मैटेरियल में काफी दम नजर आ रहा था. हिंदी में पहली बार इतनी बड़ी फिल्म के साथ आ रहे सूर्या के लिए भी लोग एक्साइटेड थे. मगर पहले ही दिन फिल्म ने जिस तरह परफॉर्म किया है, उसका अंदाजा किसी ने गलती से भी नहीं लगाया था.
'कंगुवा' से लोगों को एक शानदार विजुअल एक्सपीरियंस की उम्मीद थी, मगर फिल्म ने इस मामले में बहुत निराश किया. फिल्म के पहले शो के बाद से ही लोगों का वर्ड ऑफ माउथ फिल्म के लिए नेगेटिव होने लगा और रिव्यूज में भी फिल्म की कमियों को खूब उधेड़ा गया. इसका असर सीधा बॉक्स ऑफिस पर हुआ है और 'कंगुवा' को अनुमान से आधी भी ओपनिंग नहीं मिली है. हिंदी वर्जन में फिल्म ने जरूर सॉलिड ओपनिंग की, मगर यहां भी कहानी में एक ट्विस्ट है.
पहले दिन ही ठंडी पड़ी 'कंगुवा' की आग
सूर्या की फिल्म के लिए एडवांस बुकिंग बहुत जोरदार तरीके से शुरू हुई थी. लेट स्टार्ट हुई बुकिंग को शुरुआत से ही ऐसा रिस्पॉन्स मिला कि फिल्म बिजनेस की उम्मीद 'कंगुवा' से बढ़ने लगीं. अनुमान लगाया जा रहा था कि पहले दिन ये फिल्म इंडिया में 60 करोड़ रुपये की रेंज में कलेक्शन करने वाली है.
हालांकि फिल्म ने पहले दिन अनुमान का आधा कलेक्शन भी नहीं किया है. ट्रेड रिपोर्ट्स बताती हैं कि 'कंगुवा' के नेगेटिव माहौल का ऐसा असर पड़ा है कि फिल्म की ओपनिंग अनुमान के मुकाबले आधी भी नहीं बची है. 'कंगुवा' का ओपनिंग कलेक्शन 30 करोड़ रुपये से कम ही हुआ है और फाइनल आंकड़े सामने आने तक यह भी हो सकता है कि ये 25 करोड़ के अंदर ही सिमट जाए.
हिंदी में टूटा रिकॉर्ड, पर कहानी में ट्विस्ट
ट्रेड के अनुमान ये भी कहते हैं कि हिंदी में 'कंगुवा' ने पहले दिन 3 करोड़ से ज्यादा कलेक्शन किया है. आंकड़ों के हिसाब से देखें तो सूर्या की फिल्म को हिंदी में तमिल स्टार्स थलपति विजय की 'लियो', कमल हासन की 'विक्रम' और रजनीकांत की 'जेलर' से बड़ी ओपनिंग मिली है. बल्कि 2018 में आई रजनीकांत की फिल्म '2.0' के बाद ये किसी तमिल फिल्म की, हिंदी में सबसे बड़ी ओपनिंग है. मगर यहां कहानी में एक ट्विस्ट है.
'कंगुवा' पिछले कुछ समय से हिंदी में रिलीज हो रहीं तमिल पैन इंडिया फिल्मों के मुकाबले एक बड़ी रिलीज है. फिल्मों की थिएट्रिकल रिलीज और ओटीटी रिलीज के बीच कम से कम 8 हफ्ते का गैप रखने की शर्त ना मानने के वजह से कई बड़ी तमिल फिल्मों को हिंदी में बड़ी रिलीज नहीं मिल पा रही थी. मगर 'कंगुवा' ने ये शर्त मानी और उत्तर भारत के नेशनल मल्टीप्लेक्स चेन्स थिएटर्स में भी इसे बड़ी रिलीज मिली है.
रिपोर्ट्स बताती हैं कि हिंदी में 'कंगुवा' को मिली स्क्रीन्स की गिनती 3000 के बहुत करीब है. जबकि इंडिया लेवल पर फिल्म का स्क्रीन काउंट 6000 के करीब है. इस स्क्रीन काउंट के हिसाब से कंगुवा की ओपनिंग बहुत फीकी है. फिल्म को तगड़ी कमाई करने के लिए वीकेंड में कुछ बड़ा कमाल करने की जरूरत है.