भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के पॉपुलर शो 'बिग बॉस' को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि वो ऐसा शो है जहां से लड़ाई और झगड़ा ही सीखा जा सकता है. 'बिहार तक' को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'बिगबॉस में मैं गया जरूर था लेकिन वहां से सीखना क्या है, झगड़ा, लड़ाई. वहां से कुछ अच्छी चीजें सीखकर निकले तब तो उसे अच्छा कहा जाए. इस समय बिगबॉस में जो भी लोग हैं अच्छा ही कर रहे होंगे. मैं समय न मिल पाने की वजह से देख नहीं पाया.'
उन्होंने बताया कि वो एक ऐसा प्लेटफॉर्म समझकर बिगबॉस गए थे कि जहां से वो भोजपुरी और भेजपुरी के चाहने वालों के बारे में दुनिया को बता सकें.
उल्टा हाथ क्यों देखते हैं खेसारी?
खेसारी ने बताया कि वो कभी सीधा हाथ नहीं देखते, बल्कि हमेशा उल्टा हाथ देखते हैं, जिस पर उनके संघर्ष के निशान दिखते हैं. वो बताते हैं कि लिट्टी बेचते समय उन्हें काफी आटा गूंथना पड़ता था जिससे उनके हाथों पर निशान पड़ गए. खेसारी के मुताबिक वो ऐसा इसलिए करते हैं ताकि हमेशा उन्हें अपनी शुरुआती दिन याद रहें.
उन्होंने कहा कि अगर वो सिंगर या एक्टर नहीं होते तो सरकारी ऑफिसर होते और लोगों की सेवा करते. इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उनकी परवरिश बेहद गरीबी में हुई है, किताब के पैसों के लिए भी उन्हें सोचना पड़ता था. क्योंकि पापा अकेले कमाने वाले थे. समस्या तो थी ही, लेकिन कोशिश किए और जो अच्छा लगता था उसी में आगे बढ़ पाया.
मकर संक्रांति के मौके पर रिलीज हो रही खेसारी लाल यादव की फिल्म 'दुल्हन वही जो पिया मन भावे' के लिए उन्होंने कहा कि ये एक प्योर पारिवारिक फिल्म है, जिसके लिए लोगों को थियेटर तक पहुंचना चाहिए. साथ ही उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म को गलत करार दिया. उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हम एंजॉय तो कर सकते हैं लेकिन इससे थियेटर के बाहर रोजी-रोटी कमाने वाले हजारों लोगों की जीना मुश्किल हो जाएगा.
तेजस्वी यादव और नीतिश कुमार में कौन बेहतर है? इस सवाल पर खेसारी लाल यादव ने कहा कि मेरे लिए सब एक समान हैं, मैं नेता नहीं हूं और इनमें से बेहतर कौन है ये जनता ही बता सकती है.