scorecardresearch
 

Kapil Sharma: जब किन्नर बनकर कप‍िल शर्मा ने किया पहला शो, इंग्लिश गाना गाकर जीती थी ट्रॉफी

Kapil Sharma Birthday: कपिल शर्मा का आज जन्मदिन है. इस मौके पर कपिल के करीबी दोस्त विक्रम ग्रोवर ने उनसे जुड़ी कई इंट्रेस्टिंग किस्से हमसे शेयर कर रहे हैं.

Advertisement
X
कपिल शर्मा-विक्रम ग्रोवर
कपिल शर्मा-विक्रम ग्रोवर

कपिल शर्मा ने अपने शोज के दौरान अपने थिएटर के दिनों का हमेशा जिक्र किया है. बता दें, कॉलेज के दिनों से ही कपिल अमृतसर के थिएटर ग्रुप से जुड़े थे. उन दिनों कपिल की इस एक्टिंग कला को परखने वाले थिएटर ग्रुप के डायरेक्टर विक्रम ग्रोवर थे. वक्त बीतने के साथ कपिल और विक्रम करीबी दोस्त भी बन गए. आज विक्रम कपिल के उन दोस्तों में शुमार हैं, जिनका अगर रात के दो बजे भी कॉल आ जाए, तो कपिल मिस नहीं करते हैं. विक्रम हमसे कपिल के थिएटर की दिनों की कई दिलचस्प यादें शेयर करते हैं. 

Advertisement

पहले स्टेज शो में कपिल बने थे 'किन्नर' 
आजतक डॉट इन से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान विक्रम कहते हैं,'कॉलेज से पासआउट करने के बाद मैं थिएटर ग्रुप से जुड़ गया था. मैं अमृतसर के हिंदू कॉलेज में बतौर थिएटर डायरेक्टर अपॉइंट हुआ था. कपिल से वहां पहली बार मुलाकात हुई थी. वो ऑडिशन देने आया था. मैंने उससे बातें की और अहसास हुआ कि यार ये बंदा तो कमाल कर सकता है. मैंने उससे पूछा भी कि तुम कहां थे, तो कहता कि मैं फर्स्ट ईयर में हूं सर. उस बंदे ने बहुत गरीबी देखी है. उसके पास जिंदगी के बहुत एक्सपीरियंस हैं. मैंने उसे टीम में शामिल कर लिया.  उसका पहला शो 'ब्रहन्नला' था, जिसमें उसने मेन लीड का किरदार निभाया था. उसने जब एक्ट शुरू किया, तो मैं हैरान हो गया था. यूथ फेस्टिवल चल रहा था. थिएटर के अलावा वो गाने वाले ग्रुप से भी जुड़ा हुआ था. मैंने उससे कहा कि तुम्हें म्यूजिकल ग्रुप छोड़ना होगा क्योंकि यहां बहुत टाइम लगता है. उसने कहा कि नहीं गाना नहीं छोड़ सकता, वो मेरा पैशन है. चूंकि वो एक्टिंग इतनी अच्छी कर रहा था, तो मैंने उसे इसकी इजाजत दे दी थी. उस प्ले में वो फर्स्ट आया था.'

Advertisement

ऐसे झूठ बोलकर 8 लोगों को खिलाया था खाना 
विक्रम आगे बताते हैं,'अमृतसर में थिएटर करने के बाद मैं जालंधर के एक कॉलेज में चला गया. वहां कपिल को बुला लिया. कपिल ने मेरे कहने पर वहां के कॉलेज में दाखिला ले लिया था. कपिल और मेरा जो थिएटर का सिलसिला चलता रहा, वो नैशनल लेवल पर हम दूसरे शहरों के कॉलेज में परफॉर्म करते रहे. एक दिलचस्प किस्सा है, मेरे दो ग्रुप में स्टूडेंट थे, एक प्ले लड़कियों का था और दूसरा लड़कों का था. जिसमें मेरी ग्रुप की लड़कियों ने बाजी मारी थी. नेशनल में हम उन्हीं ग्रुप को लेकर जाते हैं, जिन्होंने जोन लेवल पर टॉप किया हो. अब कपिल मुझसे कहने लगा कि मुझे भी नेशनल में जाना है. मैं कहता सारी लड़कियां तू कहां से फिट होगा. उसकी जिद्द पर मैंने उन 8 लड़कियों के साथ कपिल को फिट किया. उस प्ले का नाम था इति, जिसमें उसने केवल लड़कियों के साथ परफॉर्म किया.

दूसरा किस्सा था, जब इलाहबाद में हम एक लड़कियों की ग्रुप लेकर जा रहे थे, तो कहता मुझे भी दुनिया देखनी है, मुझे इलाहाबाद जाना है. हमने जुगाड़ लगाकर वहां भी उसे फिट कर लिया. एक और किस्सा है, बीएचयू में हमारा शो था. हम पहुंचे थे चालीस बंदे लेकिन कैंटीन में केवल एक कॉलेज के 32 बंदो को ही खाने का कूपन मिलता था. हम आठ भूखे होते, तो वहां उसने जुगाड़ लगाकर कैंटीन के काउंटर में जाकर कहा कि हम 'जय-जयकार' यूनिवर्सिटी उत्तरांचल से आए हैं. उस बंदे ने मनगंढ़त कॉलेज का नाम लेकर हम 8 बंदों को खाना खिलाया था.'

Advertisement

जब इंग्लिश गाना गाकर लूटी थी महफिल 
कपिल शर्मा भले शो में अपनी तंग इंग्लिश को लेकर खुद का मजाक बनाते हों, लेकिन क्या आपको पता है कि उन्होंने कॉलेज के दिनों में इंग्लिश गाना गाकर ट्रॉफी जीती हैं. दोस्त विक्रम बताते हैं, 'हां, ये बात काफी कम लोगों को पता होंगी लेकिन कपिल ने कॉलेज के दिनों में स्टेज पर कई इंग्लिश गाने भी गाए हैं. उन दिनों इंग्लिश का एक पॉप्युलर गाना गाकर उन्होंने बकायदा इनाम भी बटोरा है. मुझे उस गाने की लिरिक्स तो याद नहीं है लेकिन उसने गाकर महफिल लूट ली थी.'

दस लाख रुपये का चेक देकर की थी मेरी मदद 
दोस्ती पर विक्रम कहते हैं,'कपिल ने अपने दोस्तों को सहेजकर रखा है. कॉलेज के दिनों से ही जो उसके 8 से 9 लोगों की जो सर्किल है, उसे कपिल हमेशा लेकर चलते हैं. अब तो हम थोड़ा सहम भी जाते हैं क्योंकि वो इतना बिजी रहता है. लेकिन जैसे ही हमें देखेगा, वो सारे काम को छोड़ हमसे गपियाने लगता है. जिसकी वजह से हमें हिचक भी होती है. हमारी बॉन्डिंग कुछ ऐसे हो गई है कि हम लोगों में से अगर रात के दो बजे भी उसे कॉल कर दे, तो उसे मिस नहीं करेगा. उसने फाइनैंसियल मुझे सपोर्ट किया है. आज 2013 की बात होगी, मैं किसी पैसे की दिक्कतों से गुजर रहा था. घर पर मायूस सा बैठा था, पता नहीं, उसे मेरे बारे में कैसे पता लगी. वो मेरे पास आया और उसने दस लाख रुपये की चेक काटकर मुझे देते हुए कहा कि 'रख ली.. दोबारा वापस न करी...'. मुझे इस बात से इंकार ही नहीं कि आज अगर मेरी रोजी-रोटी चल रही है, तो उसमें कपिल का बहुत बड़ा हाथ है. उसने मुझे अपनी फिल्म 'सन ऑफ मंजीत सिंह' को डायरेक्ट करने की जिम्मेदारी सौंपी थी. पंजाब में मेरी कितनी फिल्मों का वो प्रोड्यूसर है.'

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement