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फेमस आर्टिस्ट परेश मैती की कलाकृतियों के प्रदर्शन को लेकर मुंबई में रविवार को एक्जीबिशन की शुरुआत हुई. इस मौके पर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी मौजूद रहे. एक्जीबिशन में परेश मैती के 32 साल के करियर के दौरान किए गए कामों का प्रदर्शन किया जा रहा है. यह एक्जीबिशन 'इनफिनिट लाइट' के तहत है. यह 10 जनवरी तक चलेगी. इससे पहले नवंबर में एक्जीबिशन का आयोजन दिल्ली में किया गया था. मुंबई के बाद कोलकाता और बेंगलुरु में भी यह एक्जीबिशन होगी.
एक्जीबिशन में आर्टिस्ट परेश मैती की बनाईं कलाकृतियों को प्रदर्शित किया जा रहा है. इसमें उनकी पेंटिंग, ड्राइंग, मूर्तिकला में योगदान के साथ-साथ सिरेमिक में उनकी कलाकारी को दर्शाया गया है. इनमें से प्रत्येक रूप में, मैती ने परिदृश्य और नदियों के दृश्य, भारत और दुनिया भर में अपनी यात्रा के दौरान अवशोषित की गई संवेदनाओं और दुनिया के बदलते मिजाज व मौसमों का बहुत की खूबसूरती से अपनी कला में दर्शाया है. इस प्रदर्शनी में परेश मैती के 450 आर्ट वर्क्स को रखा गया है.
क्या है एक्जीबिशन में खास?
इस एक्जीबिशन में 8500 घंटियों से बना बुल यानी सांड का स्कल्प्चर आकर्षण का खास केंद्र है. इसके पीछे मैसेज भारत और उसकी प्रगति है. इसके अलावा नदी के घाटों पर रखे दीयों की पेंटिंग भी दर्शकों को काफी पसंद आ रही है. इसके अलावा उन्होंने गोल्डन शावर के नाम से एक पेड़ का स्कल्प्चर बनाया है, जो मैसेज देता है कि हमें पेड़ नहीं काटने चाहिए.
एक्जीबिशन में कई सारी ऑइल ऑन कैनवास और अकरेलिक ऑन कैनवास पेंटिंग्स हैं, जिन्हें आप देख सकते हैं. टेक्स्टिल में परेश मैती ने वाराणसी के पूरे शहर को बनाया है. उन्होंने बताया कि पिछले 37 सालों में वो कम से कम 100 बार बनारस जा चुके हैं. हर बार वो शहर में कुछ नया, सुंदर और एनर्जी से भरा देखते हैं. इसके अलावा इस एक्जीबिशन में निरवाना नाम की एक पेंटिंग भी है, जिसकी लंबाई 45 फुट है. इसमें परेश ने देव दीपावली के त्योहार को दिखाने की कोशिश की है.
परेश मैती बताते हैं कि उनका सालों से सपना था कि हिंदुस्तान के कला रसिक को सबके सामने रखा जाए और दिखाया जाए. इस एक्जीबिशन से परेश बेहद खुश भी हैं. परेश मैती ने दर्शकों से गुजारिश की कि वो उनके आर्ट को देखने के लिए आएं. वो कहते हैं कि उन्हें इस बात से बेहद खुशी अगर वो आर्ट से लोगों को खुशी दे पाएं, क्योंकि आर्ट सभी के लिए होता है.