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KBC-13 में सागर की पुलिस सब-इंस्पेक्टर निमिशा, फर्स्ट ट्राई में पहुंचीं डायरेक्ट हॉट सीट तक

सागर की महिला पुलिस सब-इंस्पेक्टर न‍िम‍िशा KBC की हॉट सीट तक फर्स्ट ट्राई में न स‍िर्फ पहुंची बल्क‍ि डायरेक्ट हॉट सीट तक पहुंचकर नौवें सवाल तक खेला और अभी भी खेल में बनी हुई हैं.

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केबीसी में न‍िम‍िशा अह‍िरवार.
केबीसी में न‍िम‍िशा अह‍िरवार.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सागर की महिला सब-इंस्पेक्टर पहुंची गेम शो "कौन बनेगा करोड़पति 13" में
  • अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठकर दिए सवालों के जवाब
  • पहले एपिसोड में एक लाख साठ हजार की इनामी राशि वाले नौवें सवाल तक खेला

एमपी के सागर की एक महिला पुलिस सब-इंस्पेक्टर गेम शो "कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) 13 की हॉट सीट पर पहुंची हैं. निमिशा अहिरवार नाम की इस पुलिस सब-इंस्पेक्टर के दो एपिसोड शूट हुए हैं. पहले एपिसोड में वे एक लाख साठ हजार की इनामी राशि वाले नौवें सवाल तक खेलीं. इसी बीच समय पूरा होने का हूटर बज गया. अब वे अगले एपिसोड में अपने आगे का सफर जारी रखेंगी. 

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30 वर्षीय निमिशा सागर के कॉन्स्टेबल ट्रेनिंग सेंटर में सेवारत हैं. निमिशा के पति हेली पांडे कंप्यूटर और आईटी से जुड़ी चीजों का शोरूम चलाते हैं. निमिशा फिलहाल अपने परिवार के साथ सागर के पुलिस क्वार्टर में रहती हैं.

निमिशा ने इस शो पहुंचने के लिए खुद को बहुत लकी बताती हैं. वे कहती हैं क‍ि इसके लिए उन्होंने पहली बार ट्राय किया और हॉट सीट तक पहुंच गईं.

आगे वे कहती हैं कि मेरा मायका टीकमगढ़ के एक छोटे से गांव उदयपुरा में है. वहां लड़कियों को आज भी ज्यादा पढ़ाया- लिखाया नहीं जाता. इस मंच पर आने का एक उद्देश्य यह भी था कि एक बड़े प्लेटफार्म से लड़कियों को उच्च शिक्षा देने के लिए जागरूक और प्रेरित कर सकूंगी.

वहीं, इसको लेकर उनके पति हेली पांडे कहते है कि परिवार और रिश्तेदारों में खुशी का माहौल है और सभी के लिए गर्व का विषय है. 

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KBC की हॉट सीट तक पहुंचने वाली महिला पुलिस सब-इंस्पेक्टर निमिशा अहिरवार ने बताया क‍ि मेरा फर्स्ट ट्राई था, फर्स्ट ट्राई में डायरेक्ट हॉट सीट तक पहुंच गई, इसके लिए मैं खुद को बहुत ज्यादा लकी समझती हूं. पूरी लाइफ के लिए अच्छी मेमोरी बन गई है. इसमें बहुत अच्छी बात यह रही कि मुझे सर के साथ बात करने का मौका मिला.जिस जगह से मैं बिलॉन्ग करती हूं, वहां छोटे से गांव में लड़कियों को इतना पढ़ाया-लिखाया नहीं जाता तो कहीं ना कहीं मेरे दिमाग में यह चीज भी थी कि अगर मुझे अच्छा प्लेटफार्म मिलता है तो उनके ल‍िए ज्यादा सशक्त माध्यम से बोल सकती हूं.

इनपुट-सागर से ह‍िमांशु श‍िवा पुरोह‍ित 

 

 

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