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Sidhu Moose Wala Death: बंदूक उसकी GF, माफिया स्टाइल शादी का सपना...'दिल का बुरा नहीं था' मूसेवाला

Sidhu Moose Wala Death: सिद्धू मूसेवाला से एक बार पत्रकार ने सवाल किया था कि क्या वह जीना नहीं चाहते? इसपर मूसेवाला ने कहा था कि जीना झूठ है और मरना सच. मरना-मारना सब लकीर (किस्मत) में लिखा है.

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सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या
सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सिद्धू मूसेवाला की रविवार को हत्या कर दी गई
  • सिद्धू मूसेवाला सिर्फ 28 साल के थे
  • सिद्धू की मां इन दिनों बेटे की शादी की तैयारियां कर रही थीं

Sidhu Moose Wala Death: चेहरे का नूर बता रहा है कि इसका जनाजा जवानी में उठेगा...करोड़ों दिलों पर राज करने वाले सिद्धू मूसेवाला ने हाल ही में यह गाना गाया था. खुद सिद्धू और ना ही उनके फैंस को अंदाजा होगा कि सिर्फ दो हफ्ते में यह बात सच हो जाएगी.

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शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला सिर्फ 28 साल के थे. 11 जून को उनका जन्मदिन आने वाला था. उससे पहले ही रविवार को मनसा जिले में उनके गांव (Moosa) से सिर्फ 4 किलोमीटर दूर उनको गोलियों से भून दिया गया. महिंद्रा थार में बैठे सिद्धू पर बदमाशों ने करीब 30 राउंड गोली चलाई. इसमें से 8 गोली सिद्धू को लगी, जिससे उनकी मौत हो गई.

बंदूक की गोली से कम नहीं थे बोल

सिद्धू मूसेवाला के गानों की बात करें तो उनमें महंगी गाड़ियां और बंदूकें दोनों कॉकटेल देखने को मिलता था. लेकिन इसके साथ-साथ उनके गानों के बोल भी बेहद पसंद किये जाते थे. सिद्धू के गानों के बोल और उनका अलग स्टाइल ही था कि कुछ साल पहले दिल्ली में जब उनका कॉन्सर्ट हुआ तो उसमें 16 लाख के करीब लोग पहुंचे थे. वे सभी सिद्धू की झलक पाने को और उनको लाइव सुनने को बेताब थे.

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यह भी पढ़ें - जवान बेटा दुनिया छोड़ जाए, इससे बड़ा दुख नहीं हो सकता, सिद्धू मूसेवाला की मौत से सदमे में शहनाज-कपिल शर्मा

मूसेवाला के गानों की एक खास बात और थी. वे जो भी गाते उसके पीछे उनकी जिंदगी से जुड़ी कोई ना कोई कहानी थी. किसी में खुद की शक्ल को लेकर उड़े मजाक का जिक्र करते, तो किसी में उनपर लगे केस, आरोपों पर वह बेबाकी से अपनी राय रख देते.

जब हुआ सवाल- क्या आप जीना नहीं चाहते?

सिद्धू अपने गानों में एक लाइन का जिक्र अकसर करते थे. वह थी 'मौत दी वेट विच जींदे आं, साड्डा लिविंग स्टेल है टेडा नी' मतलब हम मौत के इंतजार में जी रहे हैं, हमारा रहने का तरीका टेढ़ा है. इसपर एक पत्रकार ने एक इंटरव्यू में उनसे सवाल भी किया था. पत्रकार ने पूछा कि क्या आप (मूसेवाला) जीना नहीं चाहते?

इसकी सफाई में सिद्धू ने कहा था कि हमारे पूर्वज कहते थे कि 'जीना झूठ है और मरना सच'. मैं भी जाना चाहता हूं लेकिन सच यही है कि हम जिंदगी काट रहे हैं. लेकिन इस विचार से खौफ नहीं खाना चाहिए. मरना-मारना सब लकीर (किस्मत) में लिखा है.

दिल दा नी माडा तेरा सिद्धू मूसेवाला...

सिद्धू जिस तरह के गाने बनाते थे, उनसे उनकी इमेज एक बैड बॉय वाली बनती गई. गानों में बंदूक, धमकी भरे लहजे वाले बोल शायद इसके पीछे की वजह थे. जाने पहचाने गायक बब्बू मान (Babbu Maan) के साथ-साथ एपी ढिल्लों (ap dhillon), करण औजला (karan aujla) के साथ उनके झगड़ों के भी चर्चे रहे.

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शायद गानों की वजह से बनती इमेज ही वजह रही होगी कि सिद्धू को अपने गानों तक में 'दिल दा नी माडा तेरा सिद्धू मूसेवाला' लाइन शामिल करनी पड़ी. जिसका मतलब था कि तेरा सिद्धू मूसेवाला दिल का बुरा नहीं है.

कई इंटरव्यू में भी सिद्धू ने यही कहा कि गानों में जिस एंग्री लुक में वह दिखते हैं वह सिर्फ गानों तक सीमित रहता है, असल जिंदगी में वह बिल्कुल ऐसे नहीं हैं. सिद्धू को करीब से जानने वाले यह मानते भी थे.

केस में नाम आया तो बना डाले गाने

-- सिद्धू का लगभग हर गाना हिट रहा. लेकिन कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने विवाद खड़े कर दिये. इसमें Jatti Jeonay Morh Di Bandook Wargi का विवाद सबसे बड़ा था, जिसके लिए सिद्धू को माफी भी मांगनी पड़ी थी. सिद्धू के इस गाने में 18वीं सदी की सिख योद्धा रहीं माई भागो (Mai Bhago) का जिक्र था.

इसपर पंजाब में हंगामा हो गया. शिरोमणि अकाली दल ने तो सिद्धू की गिरफ्तारी की मांग तक कर दी. बाद में सिद्धू ने इसपर सफाई दी. सिद्धू ने कहा कि उनका इरादा Mai Bhago की छवि को ठेस पहुंचाना नहीं था. लेकिन अगर किसी को ऐसा लगता है तो वह माफी मांगते हैं.

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सिद्धू ने माफी तो मांग ली. लेकिन फिर 295 नाम से गाना भी बना दिया. इसके बोल थे कि अगर तरक्की करेगा बेटा तो नफरत मिलेगी, सच बोलेगा तो 295 (धारा) मिलेगी.

-- दूसरा विवाद हुआ साल 2020 की मई में. तब खुद सिद्धू मूसेवाला को पुलिसवालों ने AK-47 से फायरिंग करने की इजाजत दी थी. देखते ही देखते इसके वीडियोज वायरल हो गए. फिर क्या था, खुद को घिरता देख पुलिस प्रशासन ने पटियाला के SHO और कॉन्सटेबल को सस्पेंड कर दिया.

इस मामले में सिद्धू को गिरफ्तार भी किया गया. फिर बाद में उनको जमानत मिल गई. लेकिन जमानत पर बाहर आकर भी सिद्धू शांत नहीं बैठे. उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को संजय दत्त की गिरफ्तारी से जोड़ते हुए Sanju नाम से गाना निकाल दिया. इसमें सिद्धू ने कहा कि उनपर संजय दत्त की तरह AK-47 बंदूक रखने का केस चला है.

-- तीसरे मामले को विवाद तो नहीं कहा जा सकता. लेकिन सिद्धू का यह कदम चर्चा की वजह जरूर बना. जिस वक्त दिल्ली के बॉर्डर पर किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे. तब बाकी पंजाबी गायकों की तरह सिद्धू ने भी गाना निकालकर किसानों का समर्थन किया था.

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'कह कह के बदले लेंदा, मेनू पंजाब कहंदे आं' जैसे बोल के जरिये यहां सिद्धू ने केंद्र की मोदी सरकार को सीधी चुनौती दी थी.

गाने जो मूसेवाला को अमर कर गए

शुभदीप सिंह भले सिर्फ 28 साल की उम्र में दुनिया छोड़ गए. लेकिन इतने कम वक्त में उन्होंने जो लाइफ जी वह किंग साइज ही रही. उनके गानों के बोल जैसे 'डॉलर की तरह हमारा नाम चलता है', 'हमारा सिर झुका हुआ है, लेकिन मूंछ खड़ी है', 'मर्दों पर तो मुसीबत आती रहती है, तू दबना (झुकना) मत ये दुनिया तो ऐसे ही स्वाद लेती है' हमेशा गुनगुनाए जाते रहेंगे.

वहीं उनके गाने Jatt da Muqabla, LEGEND, OLD SKOOL, TIBEYAN DA PUTT, SANJU, ME AND MY GIRLFRIEND, GOAT, GAME लोगों की गाड़ियों, पार्टियों में बजकर बार-बार सिद्धू की याद दिलाते रहेंगे.

 

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