पंजाब चुनाव जहां बड़े-बड़े दिग्गजों के लिए भुलाने वाला सपना साबित हुआ. वहीं इस बार अपनी किस्मत आजमा रही अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद को भी हार का सामना करना पड़ा. इस बार कांग्रेस पार्टी ने अपने सीटिंग विधायक को टिकट न देकर अभिनेता सोनू सूद की बहन पर मोगा सीट से दाव खेला पर इस बार के परिणाम ने कांग्रेस पार्टी को हिला कर रख दिया.
इस बार कांग्रेस आलाकमान में अभिनेता सोनु सूद की लोकप्रियता और कोरोना में उनके द्वारा किए गए कामों को पंजाब में भुनाने की कोशिश की. पर कामयाब नहीं हो पाए. कांग्रेस पार्टी ने यही सोचकर सोनू सूद को आगे किया की उनके चेहरे पर वोट बटोर लिए जाएंगे. पर कांग्रेस का यह पैंतरा भी काम नहीं आया. भले ही इस पूरे इलेक्शन प्रचार के दौरान सोनू सूद खुद को कांग्रेस पार्टी से अलग करते दिखे और बताया की मैं अपनी बहन के प्रचार के लिए आया हूं न कि कांग्रेस पार्टी के लिए, लेकिन कांग्रेस पार्टी उनकी लोकप्रियता का भरपूर फायदा उठाना चाहती थी. मोगा सीट पर हमेशा से कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा पर इस बार कांग्रेस ने पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर मालविका सूद को मौका दिया मालविका मोगा शहर में एक कोचिंग सेंटर चलाती हैं. इसके साथ-साथ वह सोशल वर्क भी करती हैं.
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चली आप की 'झाड़ू'
मालविका को कुल 38125 वोट मिले. वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा को 58813 वोट पड़े और विजयी रहे. पंजाब की मोगा विधानसभा सीट से खड़ी हुईं सोनू सूद की बहन मालविका सूद हार गई हैं. मालविका इसी साल कांग्रेस में शामिल हुई थीं. उन्हें पार्टी में शामिल होत ही टिकट भी मिल गया था. उन्हें आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा ने हराया है.
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इस बार के पंजाब परिणामों ने कांग्रेस पार्टी आंतरिक कलह और पार्टी के कुप्रबंध की पोल खोलकर रख दी है, अब देखना दिलचस्प होगा कि यहा से आगे कांग्रेस पार्टी का आंकलन और पार्टी को चेहरे को लेकर क्या फैसला होता है.
रिपोर्ट- आकाश दोसी