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तमिलनाडु के धर्मपुरी का अन्नासागरम गांव. दिन के साढ़े 11 बजे हैं. एक छोटे से घर के बाहर भीड़ लगनी शुरू हो चुकी है. मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) के संस्थापक और दिग्गज अभिनेता कमल हासन ने शिवागामनि अम्माल के घर आना है. अम्माल नेताजी सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी में शामिल रहे हैं. कमल हासन के आने को लेकर लोगों में उत्साह है.
दोपहर करीब 12 बजे कमल हासन सलेम में चुनावी प्रचार निपटाने के बाद अन्नासागरम गांव में पहुंचते हैं. लोग जोश के साथ उनका स्वागत करते हैं, हर कोई मोबाइल से उनके साथ सेल्फी लेने की कोशिश करता दिखता है. कमल हासन धैर्य के साथ लोगों के साथ पोज देते हैं. कमल हासन तमिलनाडु के राजनेताओं की ट्रेडमार्क सफेद पोशाक के उलट टी-शर्ट के ऊपर डायनम जैकेट और कूलर्स में नजर आते हैं.
भीड़ आपके 6 दशक के फिल्म करियर की फैन होने की वजह से जुटी है या उसे नेता के तौर पर आप से उम्मीदें हैं, इसलिए यहां आई है, इस सवाल के जवाब में 66 साल के कमल हासन कहते हैं, “मैं लाइमलाइट और लोगों से प्रशंसा मिलने का पिछले 60 साल से आदि हूं लेकिन ये भीड़ किसी फिल्म में मेरे निभाए चरित्र के लिए नहीं बल्कि मेरी राजनीति में एंट्री की वजह से आई है. मैंने इस तरह की भीड़ पहले कभी नहीं देखी. वो मुझे अपने घरों से ही जुड़ा मान कर देख रहे हैं.”
कमल हासन अपनी बात को और साफ करते हैं, “लोग जानते हैं कि हमारे इरादे नेक हैं. वो हमसे अपना नजरिया साझा कर रहे हैं. मेरे लिए ये भावुक करने वाला है. वो मुझे औरों की तरह नहीं देखना चाहते.”
कमल हासन की वैन के पीछे लोग दौड़ते नजर आते हैं. कमल हासन ने इंडिया टुडे टीवी से बातचीत में कहा, “लोगों को मेरा स्वागत करते देख राज्य सरकार खुश नहीं है. उन्होंने कई जगह बिजली बंद कर दी. लेकिन हमारे पास अपने प्रबंध हैं.”
DMK और AIADMK दोनों को बताया लुटेरी पार्टियां
कमल हासन से जब उनकी विचारधारा के बारे में पूछा तो उनका संक्षिप्त उत्तर था- ‘लोगों की भलाई’. जब हमने उनसे इस संबंध में और विस्तार से बताने को कहा क्योंकि डीएमके और एआईडीएमके दोनों, ही सामाजिक न्याय को अपनी विचारधारा बताते हैं, तो कमल हासन ने कहा, “डीएमके और एआईडीएमके दोनों लुटरे हैं. मैं द्रविड़ विचारधारा के खिलाफ नहीं हूं. मैं हर विचारधारा की अच्छाइयों को ले रहा हूं. यही वजह है कि मैं खुद को सेंटरिस्ट (मध्यमार्गी) बताता हूं. मुझे डीएमके या एआईडीएमके की अच्छी बातें लेने में कोई परहेज नहीं है लेकिन मैं इन दोनों पार्टियों के भ्रष्टाचार का अनुसरण नहीं करना चाहता.”
कमल हासन के साथ हम ऐसी जगह पहुंच जाते हैं जहां उन्हें लोगों को संबोधित करना है. जैसे ही वो वैन के पोडियम से खुले में आते हैं लोग ‘वझागा नम्मावार’ (हमारे शख्स का अभिवादन) के नारों से उनका स्वागत करते हैं.
कमल सत्ता में आने पर फ्री लैपटॉप देने का वादा करते हैं, लेकिन साथ ही कहते हैं कि “ये डीएमके या एआईडीएमके की मुफ्त चुनावी सौगातों जैसा नहीं है. वे कहते हैं, ये वक्त की जरूरत है. इसलिए हम उन्हें ये उपलब्ध कराना चाहते हैं. जैसे कि हमारा गृहणियों को भत्ता देने का वादा है. ये सिर्फ मातृशक्ति की कड़ी मेहनत को सम्मान देने के लिए है.”
मैं क्यों नहीं कर सकता MGR के नाम का इस्तेमाल?
कमल उन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में आईं महिलाओं की ओर इशारा भी करते हैं. कमल हासन की पार्टी एमएनएम के कैम्पेन सॉन्ग की पंक्तियां एम जी रामचंद्रन (एमजीआर) की ‘नलाई नमाधे’ (कल हमारा है) से ली गई हैं. ऐसा किए जाने से एआईडीएमके खुश नहीं है.
इस पर कमल कहते हैं, “मैं क्यों नहीं इसे इस्तेमाल कर सकता? एमजीआर ने खुद को किसी के साथ जोड़े जाने की वसीयत नहीं की थी. असल में, मैं खुद को गांधी जी का पड़पोता कह सकता हूं. एमजीआर किसी की निजी जागीर नहीं हैं.”
कमल हासन ने याद किया कि एमजीआर किस तरह लोगों के लिए कड़ी मेहनत करते थे. उन्होंने कहा, “मुझे एमजीआर की गोद में बैठने का सौभाग्य मिला था, वो लोगों की भलाई में यकीन रखते थे. कोई भी जो सुशासन देना चाहता है वो उनके नाम का इस्तेमाल कर सकता है. तो मैं क्यों नहीं?” कमल ने वो पोस्टर भी दिखाया जिसमें एमजीआर ने बालक कमल को गोद में उठाया हुआ है.
अचानक तभी भीड़ से एक युवक पूछता है कि क्या एमएनएम धर्मपुरी जिले के पानी की किल्लत दूर करेगी, इस पर कमल का जवाब था कि उनकी पार्टी तमिलनाडु के हर हिस्से में पानी संकट दूर करेगी.
लोगों के मुद्दों पर ध्यान देने के लिए कमल हासन की टीम में पूर्व नौकरशाहों, पर्यावरणविदों और एक्टिविस्ट्स शिल हैं. तमिलनाडु के सीनियर आईएएस डॉ संतोष बाबू हाल में सर्विस से इस्तीफा देकर एमएनएम में शामिल हुए हैं. उन्हें पार्टी का महासचिव बनाया गया है. वे पार्टी के घोषणापत्र को तैयार कर रहे हैं. संतोष बाबू के मुताबिक पार्टी विभिन्न सेक्टर्स के लिए 7 सूत्री एजेंडा लेकर आएगी.
धर्मपुरी में बीएसएनएल दफ्तर के पास कमल हासन का कैम्पेन वाहन पहुंचता है तो भीड़ में से एक युवक उनसे मूछों को मोड़ने के अपने यूनिक स्टाइल को दिखाने की मांग करता है. कमल हासन उसकी मांग पूरी करते हैं. इस पर युवक कमल हासन को ‘अंदावरे’ नाम से संबोधित करता है. (कमल हासन को उनके प्रशंसक ‘अलवरपेट अंदावर’ के नाम से बुलाते हैं. ये उनकी एक फिल्म के गाने से ली गई पंक्ति है जिसका अर्थ है कि भगवान जो अलवरपेट से नाता रखता है. अलवरपेट कमल हासन की रिहाइश की जगह है.)
हमने जब उस युवक से पूछा कि क्या वो सुपरस्टार को देखने आया है या वो उनकी नीतियों से प्रभावित है, इस पर 18 साल के इब्राहिम ने जवाब दिया- “मैं सर को सुपरस्टार के नाते पसंद करता हूं. पर वो अलग हैं. हमें यकीन है कि वो बदलाव लाएंगे.”
कमल हासन कहते हैं, “ये फर्स्ट जेनेरेशन के वोटर बदलाव चाहते हैं. हम डीएमके और एआईडीएमके के विकल्प हैं.”
किसानों को लेकर केंद्र सरकार से नाखुश
कमल हासन अपने कैम्पेन के तहत फिर एक मैरिज हॉल में पहुंचते हैं जहां किसान उनका इंतजार कर रहे हैं. किसानों से बात करने के बाद कमल इंडिया टुडे टीवी से कहते हैं, “मोदी सरकार किसान संकट को ठीक तरह से हैंडल नहीं कर रही है. मैं नाराज हूं. किसान अर्थव्यवस्था के अहम हिस्सा हैं. आप उनकी अनदेखी नहीं कर सकते. आपकी कोई भी नीति हो, वो किसानों के बिना नहीं अमल में आ सकती.” कमल हासन ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वो उन्हीं प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दे रही है जो उसकी पसंद के हैं.
‘मैं बीजेपी की B-पार्टी नहीं’
अन्ना यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर एमके सुराप्पा को समर्थन देने पर कमल हासन पर बीजेपी की बी टीम होने के आरोपों का हवाला देने पर कमल ने कहा, “मैंने उन्हें इंसान की तरह देखा. मैं बीजेपी की बी टीम नहीं हूं. मैं ऐसा होना भी नहीं चाहता.”
हालांकि डीएमके की नीतियों से भी कमल इत्तेफाक नहीं रखते लेकिन वो तमिलनाडु में सत्तारूढ़ एआईडीएमके के खिलाफ अधिक सख्त दिखे. तमिलनाडु में सीएम ईपीएस और पूर्व सीएम ओपीएस के शीतयुद्ध पर कमल हासन ने कहा, “ये लूट के लिए लड़ाई है. बड़े पैमाने पर डकैती में शामिल लोगों के साथ ऐसा होता है.”
रजनीकांत के राजनीति से हटने पर जताई निराशा
कमल हासन की तमिलनाडु के एक और बड़े सुपरस्टार रजनीकांत के साथ कई साल की दोस्ती रही है. रजनीकांत को लेकर कमल हासन ने कहा, “मुझे निराशा हुई जब रजनीकांत ने राजनीति से अलग रहने की घोषणा की. लोगों ने अपना विश्वास दिया. ऐसे में उनकी निराशा को साझा करता हूं. लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारण बताए हैं, इसका हमें सम्मान करना चाहिए. मैंने उनसे फोन पर बात की. हम अपने फैसलों को हमेशा साझा करते हैं.”
क्या रजनीकांत अपने दोस्त को समर्थन देंगे? इस सवाल पर कमल हासन ने कहा, ‘इसका जवाब मैं नहीं जानता. ये उनकी पसंद हैं. मैं उनसे सिर्फ कह सकता हूं.’ अब तक दोपहर के तीन बज चुके थे. कमल हासन पार्वाथनावल्ली गांव में पार्टी के एक कार्यकर्ता के घर लंच के लिए रुकते हैं.
कमल हासन की पार्टी एमएनएम ने पिछले लोकसभा चुनाव में महज 4 फीसदी वोट हासिल किए थे. कुछ क्षेत्रों में ये आंकड़ा 10 फीसदी तक का रहा. लेकिन क्या ये काफी है? या कमल किसी गठबंधन में बेहतर खिलेंगे? इस पर कमल हासन वैन के आसपास घेरा डाले लोगों की ओर इशारा करते हैं- “मेरा गठबंधन इनके साथ है.”
हालांकि कमल हासन ने दूसरे दलों से गठबंधन की संभावना, चुनाव बाद भी, से इनकार नहीं किया. कमल हासन ने कहा, “फिलहाल हम सिर्फ सोच रहे हैं. अगर लोग बाहर आते हैं और वोट करते हैं तो मेरा गठबंधन उनके साथ है. हमें साबित करना होगा कि हम कौन है.”
लंच के बाद कमल फिर कैम्पेन शुरू करते हैं. हमने कमल हासन से पूछा कि उन्हें ऊर्जा कहां से मिलती हैं तो उन्होंने फिर लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा- “ये हैं मेरी ऊर्जा.” इसके साथ ही अपनी ट्रेडमार्क स्माइल के साथ कमल हासन ने बातचीत के इस दौर को खत्म किया.
(इनपुट: प्रियमवदा पी)