scorecardresearch
 

दिसंबर में हाेेनी थी वैभवी की शादी, एक्सीडेंट ने सबकुछ किया खत्म, मौत से टूटा परिवार

वैभवी उपाध्याय इस साल के दिसंबर में अपने मंगेतर संग शादी के बंधन में बंधने जा रही थीं. इसकी तैयारी भी वैभवी और उनके परिवार वाले जोरों शोरों से कर कर रहे थे.

Advertisement
X
वैभवी उपाध्याय
वैभवी उपाध्याय

वैभवी उपाध्याय ने एक रोड एक्सीडेंट में अपनी जान गवां दी है. ट्रैवलिंग की शौकीन वैभवी ने कभी नहीं सोचा होगा कि यूं सफर करते हुए वो इस दुनिया से भी कहीं आगे निकल पहुंचेंगी. इस सफर में उनके होने वाले हमसफर जय सुरेश गांधी भी मौजूद थे. जय और वैभवी साल के दिसंबर में शादी करने वाले थे, जिसकी तैयारी भी शुरू हो गई थी. 

Advertisement

बेसुध पड़ी थी मां 
बोरीवली वेस्ट में वैभवी के दाह संस्कार का आखिरी पड़ाव था. मां बेसुध एक कोने में पड़ी थीं, कभी जोर-जोर से चिल्ला उठती, तो कभी शून्य नजरों से वैभवी को देखतीं. वहीं पिता खुद को संभालते हुए सारी जिम्मेदारियां पूरी करने में लगे हुए थे. तीन भाई-बहनों में दूसरी बेटी वैभवी की बॉडी को उनके साथ मंगेतर जय भी खड़े होकर एकटक देख रहे थे. जीवन के सफर में चलने का वादा करने वाली वैभवी का यूं चले जाना शायद उन्हें धोखा सा लग रहा था. भाई भी दाह संस्कार की तैयारियों में को पूरा करने में लगा हुआ था. कुछ महीनों में जिस घर से बेटी को विदा किया जाना था, वहां से उसकी डोली के बजाए अर्थी को जाता देखना, परिवार वालों पर क्या गुजरती होगी. 

Advertisement

ऑस्ट्रेलिया में थे वैभवी के पैरेंट्स 
बता दें, वैभवी के माता-पिता ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं. बेटी की मौत की खबर मिलते ही पैरेंट्स 24 की सुबह मुंबई पहुंचे हैं. पिता ने इस कड़े वक्त में खुद को संभालकर रखा था, तो वहीं मां का रो-रोकर बुरा हाल था. वैभवी के साथ कार में सवार उनके मंगेतर भी वहां मौजूद थे. उनके हाथों में पट्टी लगी और थोड़ी सी चोट लगी हुई थी. वैभवी और जय इस साल के अंत में दिसंबर में शादी के बंधन में बंधने वाले थे. परिवार वालों ने शादी की तैयारी भी शुरू कर दी थी लेकिन होनी को शायद कुछ और ही मंजूर था. 

और ट्रक से लगते ही कार खाई में जा गिरी.. 
इंडस्ट्री से वैभवी के दोस्त उनकी अंतिम विदाई के लिए पहुंचे थे. गौतम रोढ़े और जेडी मजेठिया के अलावा वहां मौके पर कोई मौजूद नहीं था. जेडी वहां काफी समय तक थे. आजतक से बातचीत के दौरान जेडी बताते हैं, वैभवी की मौत मेरी लिए शॉकिंग है. वो दिसंबर में शादी के बंधन में बंधने वाली थी. कभी नहीं सोचा था, उसके बारे में ये खबर सुनने को मिलेगी. मैं अभी उसके परिवार वालों से मिलकर लौटा हूं. उसके पिताजी को देखकर दुख हो रहा था. 22 तारीख को उसकी मौत हुई है. वो और उनका मंगेतर हिमाचल गए हुए थे. एक संकीर्ण रास्ता था, जहां उन्होंने ट्रक वाले को पास देने के चक्कर में कॉर्नर में कार खड़ी कर दी थी. ट्रक जब उस डाइवर्जन से गुजर रहा था, तो तब ट्रक से उनकी गाड़ी को हल्का सा धक्का लगा. चूंकि गाड़ी एकदम घाटी के किनारे खड़ी थी. तो गाड़ी नीचे चली गई. दुख की बात यह है कि गाड़ी जब नीचे गिरी तो वैभवी ने सिट बेल्ट नहीं लगाया हुआ था. इससे हमें सीख लेनी चाहिए. खैर, होनी को कौन टाल सकता था. वैभवी के साथ काम किया है, वो बेहद ही खुशमिजाज लड़की थी. कभी काम से लेकर उसके टैंट्रम नहीं रहे थे.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement