अमेजन प्राइम के वेब सीरीज मिर्जापुर के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है. कोर्ट की ओर से ओटीटी प्लेटफार्म अमेजन प्राइम, केन्द्र सरकार और फिल्म डायरेक्टर को नोटिस भेजा गया है. याचिका में ओटीटी प्लेटफार्म पर आ रही फिल्मों के कंटेट को रेगुलेट करने की मांग की गई है.
बता दें कि यह याचिका मिर्जापुर के एक निवासी ने दाखिल की है. याचिका में ओटीटी प्लेटफार्म पर आ रही फिल्मों के कंटेट को रेगुलेट करने की मांग की गई है. याचिकाकर्ता एस.के.कुमार ने अपनी अर्जी में कहा है कि वेब सीरीज में मिर्जापुर शहर को आतंकी और अवैध गतिविधियों में लिप्त शहर दिखाया गया है जो कि जनपद की छवि को खराब करता है. मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने मामले में नोटिस जारी किया है.
बता दें कि इससे पहले यूपी के मिर्जापुर में इस सीरीज के खिलाफ केस दर्ज कराया जा चुका है. बता दें कि इन दिनों सैफ अली खान स्टारर वेब सीरीज तांडव को लेकर भी खूब बवाल मचा हुआ है. सीरीज में भगवान शिव के एक सीन को लेकर विवाद है. OTT प्लेटफॉर्म के कॉन्टेंट को लेकर लगातार हो रहे विवादों के बाद OTT प्लेटफॉर्म पर आने वाले कॉन्टेंट को रेग्युलेट करने वाली एक बॉडी के निर्माण की मांग तेज हो गई है. कहा जा रहा है कि CBFC की तरह ही एक बॉडी होनी चाहिए जो कि OTT के कॉन्टेंट को रेग्युलेट करे.
क्या है मिर्जापुर की कहानी?
मिर्जापुर अमजेन प्राइम वीडियो की कुछ सबसे लोकप्रिय वेब सीरीज में से एक है. सीरीज में पंकज त्रिपाठी, अली फजल और दिव्येंदु शर्मा ने अहम किरदार निभाए हैं. सीरीज में मिर्जापुर को एक ऐसे शहर के तौर पर दिखाया गया है जिसमें कालीन भईया नाम का एक व्यापारी राजनीतिक शह पाते हुए अवैध बंदूकों, अफीम व अन्य काले कारोबार करता है. सीरीज में सारी जंग मिर्जापुर की कुर्सी को लेकर दिखाई गई है.