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Who is MC Square: 'शहर की छोरी को राम राम' कहने वाला शख्स रातोंरात Viral, कैसे किसान का बेटा बना रैप स्टार?

एमसी स्क्वायर हरियाणा में पलवल से हैं. वो रैपर होने के साथ कवि और डांसर भी हैं. एमसी स्क्वायर का असली नाम अभिषेक बैंसला है. वे बचपन से स्टार बनना चाहते थे. स्टार बनने की एमसी स्क्वायर की ये जर्नी आसान नहीं रही है. कैसे एक किसान का बेटा रैप स्टार बना, एमसी स्क्वायर का संघर्ष इंस्पायरिंग है.

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एमसी स्क्वायर
एमसी स्क्वायर

रैप के दीवानों को नया आइडल मिल गया है. यंगस्टर्स का दिल जीतने के बाद रैपर एमसी स्क्वायर ने रैप रियलिटी शो एमटीवी हसल 2.0 की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है. 23 साल के एमसी स्क्वायर सातवें आसमान पर हैं. फरीदाबाद का ये शख्स अब देश का नया रैप स्टार बन गया है.

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अब सवाल ये उठता है कि रातों रात नेम और फेम पाने वाले एमसी स्क्वायर हैं कौन? जिनकी सोशल मीडिया पर हर ओर चर्चा हो रही है. जानते हैं एमसी स्क्वायर के बारे में.

कौन हैं एमसी स्क्वायर?
एमसी स्क्वायर हरियाणा में पलवल के भावना से हैं. वो रैपर होने के साथ कवि और डांसर भी हैं. एमसी स्क्वायर का असली नाम अभिषेक बैंसला है. उन्हें अपने होमटाउन के लोकगीत रागिनी से इंस्पिरेशन मिली. साल 2016 में एमसी स्क्वायर की रैपिंग जर्नी शुरू हुई. IANS से बातचीत में रैपर ने अपनी जर्नी बताते हुए कहा- मैंने 5-6 साल पहले रैपिंग शुरू की थी. ये सब रैंडम था. मैं कविता, गजल लिखा करता था. मेरे दोस्त हिमांशु भट्ट ने मुझे हसल 2.0 के बारे में बताया. मैं इस शो को करने के लिए श्योर नहीं था. क्योंकि मुझे लगता था रियलिटी शोज स्क्रिप्टेड होते हैं. फिर मुझे हसल 2.0 के क्रू का दिल्ली ऑडिशन के लिए फोन आया. 

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एमसी स्क्वायर की जर्नी नहीं रही आसान
एमसी स्क्वायर ने 2018 में सॉन्ग 'हिप हॉप मजहब' से रैप गेम में एंट्री मारी थी. इसके बाद से उन्होंने लगातार ऐसा म्यूजिक बनाने की कोशिश की जो मोटिवेट, इंस्पायर करे. एमसी स्क्वायर घर पर अकेले बैठकर, चाय की प्याली और छत से अरावली पहाड़ियों का नजारा देखते हुए गाना लिखते  हैं. अपने आसपास के लोगों को नोटिस करते हैं. वे बचपन से स्टार बनना चाहते थे. और देखिए एमसी स्क्वायर का ये सपना पूरा भी हुआ. स्टार बनने  की उनकी ये जर्नी आसान नहीं रही है. कैसे एक किसान का बेटा रैप स्टार  बना, एमसी स्क्वायर का संघर्ष इंस्पायरिंग है.

एमसी स्क्वायर

म्यूजिक रहा है पहला प्यार
वे फार्मिंग बैकग्राउंड से आते हैं. इसलिए उनके लिए अपने आस पास के लोगों को हिप हॉप और रैप के बारे में समझाना काफी मुश्किल हुआ. उनके परिवार में हिप हॉप बोलना अच्छा नहीं समझा जाता है. रैपिंग करियर बनाने के लिए उन्हें अपने परिवार को काफी मानाना पड़ा. एमसी स्क्वायर सिविल इंजीनियर हैं. पर उनका पहला प्यार हमेशा से म्यूजिक रहा है. रैपिंग सीखने के लिए उन्होंने फॉर्मल ट्रेनिंग नहीं ली है. वे कवियों और रैपर्स को सुना करते थे. पहले उन्होंने कविता लिखना शुरू किया फिर धीरे धीरे उन्होंने इसे प्रोफेशनल बनाने की कोशिश की.

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इन दिनों आपको सोशल मीडिया पर राम राम और बदमाश छोरा गाना सुनने को मिल रहा होगा. इसका क्रेडिट जाता है एमसी स्क्वायर को. उन्होंने ही ये दमदार गाने बनाए हैं. ये गाने यूथ की जुबां पर चढ़े हुए हैं. एमसी स्क्वायर के शो जीतने से फैंस में खुशी की बहार है. 

हमारी तरफ से भी एमसी स्क्वायर को रैप शो जीतने की बहुत बधाई.


 

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