मुंबई के ताज महान सिंह पैलेस में सिनेमा के सौ साल का जश्न मनाया गया. इस मौके पर पुराने और नए जमाने के चेहरों को एक साथ देखा गया.
इस मौके पर वहीदा रहमान, आशा पारेख, शबाना आजमी, रेडिया प्रेसेंटेटर अमीन सयानी और जावेद अख्तर भी शामिल हुए. सभी हीरोइन ने अपने दौर के किस्सों को याद किया और सबके साथ यादों को बांटा.
वहीदा ने रहमान ने फिल्म 'मुझे जीने दो' की शूटिंग के दिन याद किए और बताया कि इसकी शूटिंग सुनील दत्त के साथ चंबल घाटी में चल रही थी और नरगिस चार साल के संजय दत्त को लेकर वहां पहुंची थीं.
खूबसूरत अदिति राव हैदरी कैमरे को पोज देते हुए.
आशा पारेख ने इस मौके पर पुराने दिनों को याद किया और बताया कि कैसे उन्होंने फिल्म 'बिन बादल बरसात' के एक सीन के लिए 25 रीटेक किए थे.
Uff Yoo Maa टाटा मेडिकल सेंटर के लिए चैरिटी कार्यक्रम था. इस मौके पर ऊषा उत्थुप ने अपने गाने की प्रस्तुती दी और उनकी आवाज सुनकर सब झूम उठे.
इस चैरिटी शो में गायिका ऊषा उत्थुप भी शामिल हुईं. उन्होंने गाना 'डार्लिंग...' गाया और रेखा भारद्वाज को भी अपने गाने में साथ देने के लिए कहा.
सोनम कपूर ने अपनी फिल्म 'दिल्ली 6' को याद किया और बताया कि फिल्म में उनका नाम बिट्टू शर्मा था और उनके कबूतर का नाम मस्सकली था,लेकिन गाना इतना हिट हुआ कि लोगों ने उन्हें ही मस्सकली समझ लिया.
शो में अभिनेत्री काजोल को भी पहुंचना था और 90 के दशक के बारे में बातचीत करनी थी, लेकिन वह किसी कारणवश पहुंच नहीं सकीं.
सोनम कपूर ने अपने बॉलीवुड के सफर के बारे में सबको बताया.
वहीदा रहमान, आशा परेख से बातचीत करती सोनम कपूर.
वहीदा रहमान के साथ कैमरे को पोज देती सोनम कपूर.
विशाल भारद्वाज और रेखा भारद्वाज कैमरे को पोज देते हुए.
शबाना आजमी ने 80 के दशक के बारे में बातचीत की और कहा, 'फिल्म 'अर्थ 1982 करने के बाद मेरे घर में महिलाएं आती रहती थीं और मुझसे अपनी शादीशुदा जिंदगी की परेशानियों को सुलझाने की सलाह मांगती थी. इससे मुझे अहसास हुआ कि अभिनेत्री के तौर पर यह जिम्मेदारी बनती है कि सामाजिक मुद्दों को फिल्मों में उठाया जाए.'
कार्यक्रम में रेखा भारद्वाज और ऊषा उत्थुप ने अपने गाने की प्रस्तुती दी.