भारतीय सिनेमा ने 100 साल पूरे कर लिए हैं. 100 साल में भारतीय सिनेमा ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. 'आलम आरा' फिल्म भारतीय सिनेमा इतिहास की एक खास फिल्म है. भारतीय सिनेमा की पहले बोलती फिल्म 'आलम आरा' के डायरेक्टर अर्देशीर इरानी थे. फिल्म में मास्टर विट्ठल और जुबैदा मुख्य भूमिका में थे. फिल्म का प्रसारण 1931 में हुआ था.
भारतीय सिनेमा ने 40 से 60 के दशक के बीच में काफी तरक्की की. ये वो चेहरे हैं जिन्होंने भारतीय सिनेमा का एक नया अध्याय लिखा.
मूक फिल्म 'राजा हरीशचंद्र' 1913 में रिलीज हुई थी. फिल्म के निर्देशक मशहूर दादासाहब फालके थे
ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों शुरू हुआ भारतीय सिनेमा भले ही आज रंगीन हो गया हो, लेकिन इस दौरान ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों का योगदान भूलना बेइमानी होगी.
अभिनेता कुंदन लाल सहगल और अदाकारा जमुना बरुआ की फिल्म 'देवदास' के लिए काफी तारीफ हुई थी. फिल्म का प्रसारण 30 मार्च 1935 को हुआ था.
भारतीय सिनेमा में ये वो फिल्में हैं, जो सिनेमा जगत पर अपनी गहरी छाप छोड़ने में कामयाब रही हैं.
ब्लैक एंड व्हाइट और मूक फिल्म 'राजा हरीशचंद्र' भारतीय सिनेमा इतिहास की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में शुमार है. ये फिल्म भारतीय सिेनेमा की पहली फुल लेंथ फीचर फिल्म थी.
गुरु दत्त भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रहे हैं. गुरु दत्त की फिल्म 'प्यासा' भारतीय सिनेमा की सबसे सफल फिल्मों में से एक थी. फिल्म का प्रसारण 1957 में हुआ था. फिल्म में गुरु दत्त के साथ मशहूर अदाकारा वहीदा रहमान थीं.