राज्यसभा की सदस्यता की शपथ लेकर अपनी नयी पारी की शुरुआत करने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि उनका पूरा ध्यान फिलहाल क्रिकेट पर होगा, हालांकि उन्होंने संकेत दिया कि खेल से विदाई के बाद वह संसद पर ध्यान केंद्रित करेंगे.
हालांकि उन्होंने इसके साथ शीघ्र ही यह भी जोड़ा कि वह ऐसी अफवाहों को फैलने नहीं देना चाहते कि उन्होंने संसद की सदस्यता लेने के बाद क्रिकेट खेलना छोड़ दिया है.
39 साल के मास्टर ब्लास्टर ने राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी के कक्ष में शपथ ली. इस मौके पर सचिन की पत्नी अंजलि भी मौजूद थीं.
सचिन ने कहा कि मैं यहां सिर्फ अपने क्रिकेट करियर की वजह से हूं. मैं क्रिकेट से ध्यान नहीं हटा सकता. क्रिकेट से ही सबकुछ शुरू हुआ था. मैं अपनी क्रिकेट पर ध्यान दूंगा और जब क्रिकेट खेलना छोड़ दूंगा,जो कि मैं नहीं जानता कब, तो दूसरी चीजों में शिरकत करूंगा.
सचिन ने कहा कि ऐसी अफवाहें फैलने नहीं देना चाहता कि मैं क्रिकेट खेलना छोड़ रहा हूं. जब मैं क्रिकेट खेलना छोड़ूंगा तो इस बारे में सबको बताउंगा.
पत्रकारों ने उनसे कहा कि लोग इस बारे में सवाल कर रहे हैं कि क्या वह क्रिकेट खेलते हुए संसद सदस्य के अपने कत्र्तव्य का निर्वाह कर पाएंगे.
पत्रकारों के यह पूछे जाने पर कि क्या वह क्रिकेट को संसद से ज्यादा अहमियत देंगे, तो सचिन ने कहा कि क्रिकेट सबसे पहले आता है.
सचिन के साथ ही राज्यसभा के लिए मनोनीत की गई अभिनेत्री रेखा और कारोबारी अनु आगा ने पिछले महीने सत्र के दौरान ही शपथ ली थी.
शपथ ग्रहण को लेकर संसद कोरिडोर में काफी उत्सुकता देखी गई. अधिकारी बड़ी संख्या में सचिन का इंतजार कर रहे थे.
संसद के कर्मचारी अपने मोबाइल फोन से सचिन की तस्वीरों को कैद करते देखे गए.
सचिन ने कहा कि राज्यसभा के लिए मनोनीत होना उनके लिए सम्मान की बात है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद वह सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि अन्य खेलों की मदद करने के लिए बेहतर स्थिति में आ गए हैं.
इस चिंता पर कि वह संसद के लिए ज्यादा वक्त नहीं निकाल नहीं पाएंगे, सचिन ने कहा कि देखिए, मैं एक मनोनीत सदस्य हूं. मैं किसी से यह कहने नहीं गया था कि राज्यसभा का सदस्य बनना चाहता हूं. यह एक सम्मान है, जिसे मैंने पूरी शिद्दत से स्वीकार किया है पंरतु मैं अपने क्रिकेट करियर के कारण यहां हूं.
सचिन ने कहा कि मैं अपने क्रिकेट से जुड़े आंकड़ों की बजाय एक ऐसे इंसान के तौर पर याद रखा जाना चाहूंगा, जिसने सभी खेलों में योगदान दिया, यह बेहतरीन होगा.
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण करके अपनी नयी पारी की शुरुआत कर दी.
टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे अधिक शतक तथा सबसे अधिक रन बनाने वाले महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर सोमवार को आधिकारिक तौर पर संसद के सदस्य बन गए.
सचिन को बीते 26 अप्रैल को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था.
39 साल के मास्टर ब्लास्टर ने राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी के कक्ष में शपथ ली.
शपथ ग्रहण के मौके पर सचिन की पत्नी अंजलि भी मौजूद थीं.
शपथ ग्रहण करने के बाद सचिन तेंदुलकर हस्ताक्षर करते हुए.
सचिन ने संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की.
शपथ ग्रहण करने के बाद सचिन ने कहा कि क्रिकेट करियर उनके लिए प्राथमिक बना रहेगा.
क्रिकेट में अनेकों कीर्तिमान स्थापित कर चुके सचिन को 27 अप्रैल को संसद के उच्च सदन के लिए मनोनीत किया गया था.
सचिन ने राज्यसभा अध्यक्ष हामिद अंसारी के कक्ष में शपथ ग्रहण की. सचिन ने हिंदी में शपथ ग्रहण की.
शपथ ग्रहण करने के बाद सचिन ने कहा कि राज्यसभा के लिए मनोनीत होना उनके लिए गौरव का विषय है.
सचिन ने कहा, 'मेरे लिए यह सम्मान की बात है. मुझे पर विश्वास जताने के लिए मैं सबका धन्यवाद करना चाहता हूं.'
सचिन ने कहा कि मैंने 22 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में काफी कुछ हासिल किया है और मैं तहेदिल से इसे क्रिकेट को वापस लौटाना चाहता हूं.
सचिन ने कहा कि मैं आज जो भी हूं वह सिर्फ और सिर्फ क्रिकेट की बदौलत है.
शपथ ग्रहण समारोह में सचिन के साथ उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर भी थीं.
आईपीएल में व्यस्त होने के कारण सचिन पिछले महीने शपथ नहीं ले सके थे.
इसी साल मार्च में इस महान क्रिकेटर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा किया था.
शपथ लेने के साथ सचिन राज्यसभा का सदस्य बनने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
यही नहीं सचिन तेंदुलकर सांसद बनने वाले पहले सक्रिय खिलाड़ी हैं.
सचिन तेंदुलकर ने एक बार यह साफ कर दिया है कि वे आगे भी क्रिकेट पर ही अपना ध्यान लगाएंगे.
राज्यसभा सांसद बनने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा कि उन्हें यह सम्मान उनकी खेल की वजह से हासिल हुआ है.
सचिन ने कहा कि मैंने राज्यसभा की सदस्यता पाने के लिए किसी तरह की गुटबाजी नहीं की.
सचिन तेंदुलकर ने कहा कि मुझे यह सम्मान क्रिकेट में अपने शानदार योगदान की वजह से मिला है. और सांसद बनने के बाद मैं क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ूंगा.
संसद में अपनी भूमिका के बारे में सचिन ने कहा कि मैं राज्यसभा में हर खेल से जुड़े मुद्दों को उठाउंगा.
सचिन तेंदुलकर ने कहा कि मुझे खुशी होगी कि देश मुझे हर खेल में अपना योगदान देने के लिए याद कर सके.
सचिन तेंदुलकर ने जब शपथ ग्रहण किया तो उस वक्त उनकी पत्नी अंजलि भी मौजूद थीं.