अमिताभ बच्चन और प्रियंका चोपड़ा के बाद अब अभिनेता आमिर खान को भारत में संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपदा कोष (यूनिसेफ) का राष्ट्रीय दूत नियुक्त किया गया.
46 वर्षीय अभिनेता को अधिकारिक रूप से 30 नवंबर को यूनिसेफ (यूनाईटेड नेशंस चिल्ड्रेन्स फंड) का राष्ट्रीय दूत चुन लिया गया. महात्मा गांधी स्मृति भवन में हुए हस्ताक्षर कार्यक्रम में आमिर ने यूनिसेफ के करार पर हस्ताक्षर कर यह जिम्मेदारी संभालने की घोषणा की.
यह पूछे जाने पर कि उनपर पहले से ही इतनी सारी जिम्मेदारियां हैं और वह बहुत सारे जागरूकता अभियानों से जुड़े हैं तो ऐसी स्थिति में वह एक और जिम्मेदारी कैसे संभालेंगे, आमिर ने कहा कि यह एक विशेष पहल और जिम्मदारी है. जब भी उनकी जरूरत होगी वह निश्चित तौर पर उपलब्ध रहेंगे.
संगठन ने दुनियाभर में अपने अभियान के समर्थन के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय हस्तियों की सेवाएं ली हैं. इसमें हॉलीवुड अभिनेता एंजेलिना जोली, जैकी चैन, मिया फरो, शकीरा मेबारक, वेनेसा रेडग्रेव, सुजैन सारंडन और फुटबॉल स्टार डेविड बेकहम समेत अन्य लोग शामिल हैं.
इस कार्यक्रम में यूनिसेफ की भारतीय शाखा की प्रमुख कैरिन हुलशॉफ, गांधी स्मृति समिति की उपाध्यक्ष तारा गांधी भट्टाचार्य, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव डी के सीकरी और प्रसिद्ध गीतकार प्रसून जोशी भी शामिल हुए.
आमिर ने कहा, ‘बच्चे देश का भविष्य हैं. अपने बेहतर भविष्य के लिए हमें वर्तमान को बेहतर बनाना होगा. हमें बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करानी होंगी. मैं सरकार के साथ पहले से ही काम कर रहा हूं और अब यूनिसेफ के साथ मिलकर अपना अधिकतम योगदान दूंगा.’
आमिर ने कहा कि इस अभियान के साथ जुड़ना उनका सौभाग्य है. वह यूनिसेफ के आभारी हैं कि उसने उन्हें इस जिम्मदारी के योग्य समझा. वह पूरी ईमानदारी के साथ यह जिम्मदारी उठाएंगे और देश में बच्चों के विकास और पोषण संबंधी कार्यक्रमों के लिए काम करेंगे.
‘तारे जमीन पर’, ‘गजनी’, ‘3 इडियट्स’ और ‘धोबी घाट’ जैसी फिल्मों के लिए जाने-जाने वाले आमिर बाल अधिकारों और दो साल से कम के बच्चों में पोषाहार को प्रोत्साहन देने में यूनिसेफ के काम में समर्थन करेंगे.