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फिल्मी बैकग्राउंड के बावजूद स्पोर्ट्समैन बनना चाहते थे आदित्य रावल, ये है कहानी

फिल्मी बैकग्राउंड के बावजूद स्पोर्ट्समैन बनना चाहते थे आदित्य रावल, ये है कहानी
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परेश रावल के बेटे आदित्य रावल ने Zee5 की फिल्म बमफाड़ से फिल्मी डेब्यू किया है. हालांकि कम ही  लोगों को पता है कि आदित्य रावल काफी समय से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का हिस्सा रहे हैं. ऐसी बहुत सी दिलचस्प बातें हैं जो आपको आदित्य के बारे में नहीं पता और इसलिए आज आपको हम वो बातें बता रहे हैं.
फिल्मी बैकग्राउंड के बावजूद स्पोर्ट्समैन बनना चाहते थे आदित्य रावल, ये है कहानी
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एक एक्टर्स से भरे परिवार में रहते हुए भी आदित्य रावल ने कभी एक्टर बनने के सपने नहीं देखे थे. आदित्य शुरू से स्पोर्ट्समैन बनना चाहते थे. दूसरी क्लास में आदित्य रावल ने बतौर गोली फुटबॉल खेलना शुरू किया था. 2009 में उन्होंने मुंबई के फुटबॉल क्लब केंकर फुटबॉल क्लब को ज्वाइन किया. इसमें अंडर 17 तक आने पर उन्हें मुंबई यूनिवर्सिटी का कप्तान बना दिया गया.

इसके बाद उनका मन क्रिकेट में लगा. उन्होंने फुटबॉल छोड़कर क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया और मोहिंदर अमरनाथ और चंद्रकांत कांत से ट्रेनिंग लेना शुरू किया.
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आदित्य रावल ने न्यूयॉर्क से पढ़ाई पूरी की है. अपनी ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने द क्वीन नाम के एक स्क्रीनप्ले लिखा था. इसे न्यूयॉर्क के थिएटर ने प्रोड्यूस किया था. इसके बाद उन्होंने अलग-अलग डायरेक्टर्स के लिए स्क्रीनप्ले लिखना शुरू किया. इतना ही नहीं आदित्य ने दुनियाभर के फिल्म फेस्टिवल्स में अपनी शॉर्ट फिल्में और प्ले दिखाए हैं. इतना ही नहीं उन्होंने लंदन और न्यूयॉर्क में प्ले लिखने की वर्कशॉप भी करवाई हैं.
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उन्होंने विक्रम कपाड़िया की विक्रम टॉकीज में एक गुजराती लड़के की भूमिका निभाई थी. इतना ही नहीं उन्होंने अपने पिता परेश रावल की फिल्म ओह माई गॉड पर बने प्ले किशन VS कन्हैया में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में भी काम किया है.


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इसके साथ-साथ आदित्य समाजिक कार्यों से भी जुड़ते रहे हैं. उन्होंने बच्चों के हक के बारे में कहानियां भी लिखी हैं .इसके अलावा उन्होंने ड्रामा-इन-एजुकेशन: टेकिंग गांधी आउट ऑफ टेक्स्टबुक नाम की डॉक्यूमेंट्री को प्रोड्यूस और डायरेक्ट भी किया हुआ है.

आदित्य ने फिल्म बमफाड़ से पहले बोमन ईरानी और शरमन जोशी की फिल्म फेरारी की सवारी में काम किया था.

(INSTAGRAM)


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