विनोद खन्ना के निधन पर पूरा बॉलीवुड शोक में डूबा हुआ है. विनोद खन्ना के साथ कई फिल्मों में काम कर चुके अमिताभ बच्चन उनके निधन से बहुत दुखी हैं. उन्होंने अपने ब्लॉग में विनोद खन्ना से जुड़ी कुछ बातें शेयर की.
अमिताभ साल 1969 में हिंदी फिल्मों में एंट्री के लिए ट्राई कर रहे थे. इस समय तक विनोद खन्ना ने फिल्मों में एंट्री कर ली थी.
विनोद खन्ना के साथ अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए अमिताभ बच्चन ने लिखा, उनसे पहली मुलाकात सुनील दत्त के ऑफिस में हुई थी. जिन्होंने दोनों को 1971 में 'रेश्मा और शेरा' में जगह दी थी.
अमिताभ बच्चन ने लिखा, एक बेहद खूबसूरत युवक, उनका शरीर जैसे सांचें में ढला था, उनकी चाल बेमिसाल भी और उन्होंने जैसे ही मेरी तरफ देखा उनके चेहरे पर एक विनम्र मुस्कान थी.
विनोद खन्ना के साथ अपनी 48 साल पुरानी दोस्ती को याद करते हुए बच्चन ने विनोद के करिश्माई व्यक्तित्व और हमेशा अच्छा सोचने की आदत का खास तौर से जिक्र किया. उनका आत्मविश्वास कमाल का था. उनकी मुस्कुराहट, उनकी खिलखिलाहट और जिंदगी को पूरी तरह जीने की आदत जैसे सबको अपना बना लेती थी.
अमिताभ बच्चन का मानना है कि विनोद अपनी तरह के अलग ही व्यक्ति थे. उन्होंने लिखा कि विनोद की चाल में जो बात थी वह किसी और में नहीं. लोगों से भरे कमरे में विनोद की मौजूदगी अलग ही अहसास देती थी. उनके होने से जैसे आसपास की सारी फिजा रौशन हो जाती थी. किसी और के साथ ऐसा कभी महसूस नहीं हुआ.
बता दें कि गुरुवार को विनोद खन्ना का ब्लैडर कैंसर से निधन हो गया था.