ग्लैमर, स्टारडम, फिल्मी चकाचौंद और इससे आगे क्या? यह सवाल है बॉलीवुड हसीनाओं से जो अपना फिल्मी करियर खत्म होने के बाद समाज में अपनी एक नई पहचान से जानी जाती हैं. ज्यादातर बॉलीवुड एक्टर्स बॉलीवुड से किनारा कर अपने हमसफर के साथ बाकी की
जिंदगी बसर करना पसंद करती हैं लेकिन क्या सभी इस जिंदगी से खुश हैं? शायद नहीं. यही वजह है कि कई बॉलीवुड हसीनाओं ने
अपनी जिंदगी में साध्वी और योगिनी की राह को चुनना बेहतर समझा. तस्वीरों में जानें कौन हैं ये अदाकाराएं:
मॉडलिंग के बाद 1996 में फिल्म 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' के जरिए बॉलिवुड में कदम रखने वाली बरखा ने 4 नवंबर 2012 को संन्यास ले लिया. कभी ग्लैमर इंडस्ट्री की चमक-धमक में रहने वाली बरखा की अलमारी में अब मात्र दो जोड़ी कपड़े और एक
जोड़ी चप्पल ही मिलेगी. उन्हें अक्सर धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में मेडिटेशन करते या फिर बौद्ध गया के तारा चिल्ड्रेन प्रोजेक्ट में HIV
ग्रस्त बच्चों की सेवा करते देखा जा सकता है.
बेहतरीन एक्टर मनीषा कोईराला किसी परिचय का मोहताज नहीं. उन्हें फिल्म 'बॉम्बे', 'दिल से', '1942 ए लव स्टोरी' जैसी फिल्मों
के लिए जाना जाता है. उनके करियर की शुरुआत सुभाष घई की फिल्म सौदागर से हुई थी. वैवाहिक जीवन में अनबन और कैंसर जैसी
बिमारी की परेशानियों का भी सामना किया. इस दौरान मनीषा कई बार साध्वी के रूप पर नजर आईं.
बॉलीवुड इंडस्ट्री में 90 के दशक में सेक्स सिंबल के तौर पर मशहूर रहीं एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी अब जोगन बन गईं हैं. 'घातक',
'करण अर्जुन' और 'बाजी' जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं ग्लैमरस ममता पिछले एक दशक से लाइमलाइट से गायब रहीं. उन्होंने आध्यात्म पर एक किताब लिखी है, जिसका नाम है- 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन योगिनी'. ममता कुलकर्णी को हाल ही में केन्या
में अपने पति के साथ ड्रग तस्करी मामले में पुलिस हिरासत में भी लिया गया था.
सुपरहिट मूवी 'आशिकी', 'किंग अंकल' और 'खलनायिका' जैसी कई फिल्मों में काम करने वाली एक्ट्रेस अनु अग्रवाल ने भी अब योग के जरिए लोगों की सेवा कर रही हैं. 1996 में
उन्हें अंतिम बार सिल्वर स्क्रीन पर देखा गया था. इसके बाद उनका एक्सीडेंट हुआ और फिर वे पूरी तरह से फिल्मों से दूर हो गईं.
खबरों के मुताबिक वे इन दिनों बिहार की प्रसिद्ध योग यूनिवर्सिटी में योग सिखा रही हैं. वह मुंबई के स्लम इलाके में भी गरीब बच्चों को योग सिखाती रही हैं.