हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रहे देव आनंद बीते जमाने के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक हैं. जिस तरह दिलीप कुमार ट्रेजडी किंग के नाम से जाने जाते थे, वहीं देव आनंद रोमांस किंग के नाम से लोकप्रिय थे. अपनी डायलॉग डिलीवरी, अदाकारी, लुक्स और हेयरकट के अलावा देव अपने फैशन सेंस के लिए भी बहुत पॉपुलर थे. सफेद शर्ट के ऊपर काला कोट पहनना उनका सिग्नेचर स्टाइल बन गया था. लेकिन एक समय ऐसा आया जब उनके इस पहनावे पर कोर्ट ने बैन लगा दिया.
साल 1958 में आई फिल्म 'काला पानी' में देव आनंद के सफेद शर्ट और काले कोट वाले लुक ने लड़कियों को ही नहीं बल्कि लड़कों को भी दीवाना बना दिया था. इसके बाद देव साहब के काले कोट पर बैन लगाने की कवायद भी शुरू हुई थी. इस बात का जिक्र देव आनंद के ऑटोबायोग्राफी में किया गया है.
दरअसल, देव आनंद जब भी सफेद शर्ट के ऊपर काले रंग का कोट डालकर बाहर निकलते थे, तो लड़कियां उन्हें देखने के लिए इकट्ठा हो जाती थी. इतना ही नहीं बल्कि लड़कियां छत से कूदकर उन्हें देखने आ जाती थीं. अपने बेहतरीन लुक के साथ देव का यूं सार्वजनिक रूप से बाहर आना लोगों की जान पर बन आई थी.
बता दें देव आनंद ने 1946 में फिल्म 'हम एक हैं' से एक्टिंग डेब्यू किया था. पर यह फिल्म चल नहीं पाई. पर इसके बाद जब देव आनंद की जिद्दी आई तो वे रातों रात स्टार बन गए. फिल्म में उनकी अदाकारी ने दर्शकों का दिल जीत लिया था.
देव आनंद ने अपने पूरे फिल्मी करियर में लगभग 112 फिल्में की हैं. बाजी, टैक्सी ड्राइवर, हाउस नंबर 44, पॉकेट मार, फंटूश, सीआईडी, नौ दो ग्यारह, गाइड, काला पानी, असली नकली, ज्वेल थीफ, प्रेम पुजारी, जॉनी मेरा नाम, तेरे मेरे सपने आदि उनके हिट फिल्मों की फेहरिस्त में शामिल हैं.
एक्टिंग के अलावा देव आनंद ने निर्देशन में भी किस्मत आजमाई और सफल भी हुए. इनमें से एक है हरे रामा हरे कृष्णा. 1972 में रिलीज इस फिल्म से देव आनंद ने जीनत अमान को ब्रेक दिया था. फिल्म और इसके गाने लोगों को बहुत पसंद आए. इस फिल्म के बाद देव आनंद को जीनत अमान से लगाव भी हो गया था. खुद देव आनंद ने इस बात को कई बार पब्लिकली भी माना है.
लेकिन देव का पहला प्यार मशहूर सिंगर सुरैय्या थीं. सुरैय्या से उनकी मोहब्बत के किस्से मशहूर हैं. वे खुद मानते थे कि उन्हें सुरैया से बेइंतहा प्यार था. उन्होंने सुरैया से अपने प्यार का इजहार किया था लेकिन सुरैया के परिवार वालों को यह पसंद नहीं था. इस कारण उनका पहला प्यार अधूरा रह गया.
सुरैया से अलग होने के बाद देव आनंद एक फिल्म के सेट पर मोना सिंघा (कल्पना कार्तिक) से मिले. दोनों क प्यार परवान चढ़ा और फिर दोनों ने टैक्सी ड्राइवर फिल्म के सेट पर चुपके से शादी कर ली. खुद देव बताते हैं कि उस वक्त शूटिंग के समय लंच ब्रेक हुआ था. वे पहले से ही कोर्ट मैरिज के लिए इंतजाम कर चुके थे. ब्रेक के दौरान रजिस्ट्रार जैसे ही आए, देव और मोना चुपके से निकलकर शादी की फॉर्मेलिटी पूरी कर ली. हालांकि एक कैमरामैन को इस बात का पता चल गया लेकिन देव आनंद ने उन्हें इसे कुछ समय के लिए सीक्रेट रखने को कहा.
आज देव आनंद को गुजरे कई साल बीत चुके हैं लेकिन सदाबहार हीरो की उनकी छवि आज भी बरकरार है. उनका देहांत लंदन में हार्ट अटैक से हो गया था. उस वक्त वे 88 साल के थे.