‘गणपति बप्पा मोरया’ के उद्घोष के बीच लाखों श्रद्धालुओं ने बुधवार को मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में भगवान गणेश को विदाई दी.
इसके साथ ही दस दिनों से चल रहा उत्सव संपन्न हुआ.
मुंबई में प्रतिमाओं का विसर्जन सुबह से शुरू हो गया था और श्रद्धालु गिरगांव चौपाटी, जुहू बीच और शिवाजी पार्क में एकत्र होने लगे ताकि उनकी आखिरी झलक पा सकें.
मुंबई के स्थानीय निकाय के अनुसार भगवान गणेश की करीब दो लाख प्रतिमाएं समुद्र और कृत्रिम जलाशयों में विसर्जित की जाएंगी.
विसर्जन के दौरान भीड़ को देखते हुए विभिन्न सड़कों पर यातायात मार्ग में परिवर्तन किया गया. वहीं कुछ सड़कों को बंद कर दिया गया था.
नगर में सुरक्षा सख्त कर दी गयी है और आतंकवादी घटनाओं की आशंका को देखते हुए पुलिस बल की बड़े पैमाने पर तैनाती की गयी.
मुंबई पुलिस के 25 हजार जवानों के अलावा आरपीएफ, सीआरपीएफ, आरएएफ और बीएसएफ के जवानों को भी तैनात किया गया.
विभिन्न महत्चपूर्ण स्थानों पर बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते भी तैनात किए गए.
वहीं उन सभी स्थानों पर सीसीटीवी लगाए गए हैं जहां भक्तगण प्रतिमाओं को विसर्जन कर रहे हैं.
पिछले हफ्ते गिरगाम चौपाटी पर प्रतिमा विसर्जन के दौरान कई श्रद्धालु ‘स्टिंगरे’ (एक प्रकार की बड़ी मछली) के काटने से जख्मी हो गए थे.
उस घटना को देखते हुए बीएमसी ने गिरगाम चौपाटी पर एक एंबुलेंस तैनात किया है.
बुधवार को आखिरी दिन सुबह से ही गणेश भगवान को विदाई दी जा रही है जो लगभग पूरी रात जारी रहेगी.
भगवान गणेश की पूजा दस दिन तक की जाती है और उसके बाद उन्हें जल में विसर्जित कर दिया जाता है.