टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लेफ्टिनेंट कर्नल बन गए हैं. मंगलवार को एक समारोह में धोनी को ये मानद पद दिया गया.
फौज का हिस्सा बनने के बाद धोनी को वो सारी सुविधाएं मिलेंगी जो सेना के एक जवान को मिलती हैं.
ये वर्दी पहनकर धोनी ने 6 महीने पहले ही सेना के प्रति प्यार और सम्मान जाहिर कर दिया था. सेना ने भी धोनी की भावनाओं की कद्र करते हुए उन्हें पूरे हक से ये वर्दी पहनने का मौका दिया.
धोनी के साथ-साथ गोल्ड मेडलिस्ट शूटर अभिनव बिंद्रा को भी लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि दी गई.
दरअसल धोनी को इस सम्मान की घोषणा अप्रैल महीने में की गई थी. ये सम्मान उन्हें 28 साल बाद हिंदुस्तान को वर्ल्डकप जिताने के तोहफे के रूप में दिया गया है.
देश सेवा का जज्बा लिए धोनी काफी वक्त से सेना से जुड़ना चाहते थे. टेरिटोरियल आर्मी में जगह मिलने के बाद अब धोनी की ये ख्वाहिश पूरी हो गई.
धोनी की वर्दी पर अशोक स्तंभ और एक सितारा लगेगा. टेरिटोरियल आर्मी में धोनी फौजियों के जंग पर जाने की हालत में प्रशासनिक जिम्मेदारियां निभाएंगे.
फौज का हिस्सा बनने के बाद धोनी को वो सारी सुविधाएं मिलेंगी जो सेना के एक जवान को मिलती हैं.
मालूम हो कि धोनी से पहले कपिल को लेफ्टिनेंट कर्नल और सचिन को एयरफोर्स में ग्रुप कैप्टन की मानद उपाधि दी जा चुकी है. अब धोनी ये सम्मान पाने वाले टीम इंडिया के तीसरे कप्तान बन चुके हैं.
धोनी के अलावा ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को भी लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि दी गई है.
धोनी और बिंद्रा को कर्नल का मानद रैंक देने के फैसले को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने सितंबर में ही हरी झंडी दे दी थी लेकिन लगातार क्रिकेट की वजह से ये सम्मान समारोह नहीं हो पा रहा था, परंतु अब ये खिलाड़ी सेना का हिस्सा बन चुके हैं.
महेंद्र सिंह धोनी आज जिस शिखर पर बैठे हैं, वहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने जीतोड़ मेहनत की है. धोनी ने जब से टीम इंडिया की कमान संभाली है तब से भारतीय क्रिकेट की किस्मत ही बदल दी है.