3. संजय दत्त 19-20 साल की उम्र में नशे के आदी हो गए थे. संजय खुद बताते हैं, जब मेरी मां का कैंसर का इलाज चल रहा था, तब मैं इस लत का शिकार हो गया था. मुझे याद है एक बार मैंने फ्लाइट में अपने जूते में एक किलो हेरोइन छिपाकर सफर किया था. मेरे साथ मेरी दोनों बहनें भी थीं. उसम समय एयरपोर्ट पर चैकिंग उतनी सख्त नहीं होती थी.
5. संजय दत्त ने अपने ड्रग्स लेने का कारण भी बताया. उन्होंने कहा, मैं लड़कियों से बात नहीं कर पाता था. किसी ने मुझसे कहा कि आप ड्रग्स लोगे तो लड़कियों से बात कर पाओगे. इसलिए मैंने ऐसा करना शुरू किया और यह तरीका काम भी आया.
9. ये सुनकर संजय दंग रह गए. वे आइना में अपना चेहरा देखकर हैरान थे. उन्होंने तय कर लिया कि वे इस लत से किसी तरह निजात पाकर रहेंगे.
11 .अपने जेल के दिनों को याद करते हुए संजय ने कहा था, जब मैं पहली बार जेल गया तो वहां मिलने वाले कूपन कलेक्ट कर लेता था और राखी पर जब बहन आती थी तो उसे दे देता था. पुणे जेल के बारे में संजय बताते हैं, वहां करोड़ों मक्खियां होती थीं. बालों में, कपड़ों में यहां तक कि खाने में भी. मैं दाल में से मक्खी अलग कर पी जाता था. मेरा साथी बोलता था कि तू ये कैसे कर लेता है, मैंने कहा जेल में प्राटीन नहीं मिलती और दाल में प्रोटीन होती है, इसलिए जरूरी है. अब जब घर पर बीवी काली दाल बनाती है तो मैं उससे शिकायत नहीं कर सकता.
13. संजय बताते हैं कि मैंने जेल में रामायण, भागवत गीता, शिवपुराण, बाइबिल, कुरान, और गुरुग्रंथ साहिब पढ़ी. मैं किसी भी मौलाना या पंडित के सामने बैठकर इस पर बात कर सकता हूं. जेल में मेरा एक अपना छोटा मंदिर था, जबकि सामने बाथरूम था. दरअसल, ऊपर वाला आपके दिल में होता है.
15. जब संजय दत्त जेल गए थे, तब उनका वजन 110 किलो था. उन्होंने जेल में भी अपनी फिजिक को मेंटेन किया. संजय कहते हैं, एक दिन मैंने आइने में देखा कि मेरा पेट बहुत निकल रहा है. इसके बाद मैंने जेल में ही वॉकिंग, लिफ्टिंग और वर्कआउट शुरू किया. मैं दीवार पर अपने नाखूनों को जब तक घिसता था, तब तक पोरों से खून नहीं आ जाता था और कलाई सूज नहीं जाती थी.
17. अप्रैल, 1993 में संजय दत्त को पहली बार टाडा एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उन्हें अक्टूबर, 1995 में बेल मिल गई, लेकिन दो महने बाद ही उन्हें फिर गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद वे अप्रैल, 1997 में फिर बेल पर रिहा हुए.यह केस 2006 से 2007 तक फिर चला और संजय को सात महीने तक जेल में बिताने पड़े. मार्च, 2003 में सुप्रीम कोर्ट ने संजय को पांच साल की सजा सुनाई, चूंकि वे दो बार में 18 महीने पहले ही जेल में गुजार चुके थे, इसलिए उन्हें बकाया समय ही जेल में रहना पड़ा. संजय कुल चार साल, तीन महीने और 14 दिन जेल में रहे. उनके अच्छे व्यवहार को देखते हुए उनकी सजा कुछ कम की गई थी. 25 फरवरी, 2016 को संजय जेल से रिहा हो गए.
19. संजय की जेल से रिहाई के बाद रिलीज हो रही पहली फिल्म भूमि बेटी और पिता के रिश्ते की कहानी है. इसमें बेटी के किरदार में अदिति राव हैदरी हैं.