बॉलीवुड के हरफनमौला कहे जाने वाले मशहूर एक्टर, कॉमेडियन, डायरेक्टर और
डायलॉग राइटर कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर 1936 को अफगानिस्तान के
काबुल में
हुआ.
विलेन से लेकर कॉमेडियन तक हर किरदार में जान फूंक देने वाले कादर खान अब तक 300 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं.
बेहतरीन एक्टर कादर खान 80 से ज्यादा लोकप्रिय फिल्मों के लिए डायलॉग लिखकर अपना लोहा मनवा चुके हैं.
अमिताभ की फिल्मों ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘शराबी’, ‘लावारिस’ और ‘कुली’ के संवाद आज भी दर्शकों की जुबां पर हैं,
‘बाप नंबरी-बेटा दस नंबरी’, ‘तकदीरवाला’, ‘दूल्हे राजा’, ‘जुदाई’, ‘कुली नं. 1’ और ‘राजा बाबू’ जैसी कई फिल्में लोगों को अगर अभी भी गुदगुदाती हैं तो उसका एक बड़ा कारण कादर
खान ही हैं
कादर खान ने अपने करियर की शुरुआत एक शिक्षक के तौर पर की. अभिनय का मौका उन्हें दिलीप कुमार ने दिया.
उनकी वही खौफनाक मुस्कान वक्त के साथ हंसी के फुहारों में बदल गई. डेविड धवन की फिल्मों में गोविंदा के साथ उन्होंने दर्शकों को खूब लोट-पोट किया.
हालांकि वक्त के साथ वह रुपहले पर्दे से दूर होते गए और अपना ज्यादा वक्त लेखन में ही गुजारने लगे.
कादर खान नई पीढी के साथ काम करने में सहज महसूस नहीं करते. उनका कहना है कि आज की पीढ़ी कम्प्यूटर साइंस, तकनीक और बिजनेस मैनेजमेंट पर ज्यादा निर्भर है.
गालिब और मंटों की रचनाओं से प्रेरणा पाकर उन्होंने काफी कुछ लिखा.