7 नवंबर को है कलम हसन, किरण राव और नंदिता दास का जन्मदिन. इस मौके पर इन तीनों सितारों को बधाई.
कमल हसन का जन्म 7 नवंबर, 1954 को के रामनाथपुरम जिले में स्थित परमकुडी ग्राम में तमिल अय्यंगार दंपति, आपराधिक वकील, डी. श्रीनिवासन और उनकी श्रद्धालु पत्नी राजलक्ष्मी के यहां हुआ.
कमल हसन ने हाल ही की अपनी फ़िल्में, उन्नैपोल ओरुवन और दशावतारम का गीत कल्लै मट्टुम में अपने माता-पिता का हवाला दिया.
कमल हसन तीन भाइयों में सबसे छोटे थे, जबकि अन्य दो हैं, चारु हसन और चंद्र हसन. चारु हसन, जिन्होंने अन्य फ़िल्मों के अलावा, लोकप्रिय कन्नड फ़िल्म तबरन
कथे में काम किया था, कमल हसन की तरह ही राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार विजेता हैं, पर हाल के कुछ समय से वे फ़िल्मों में कभी-कभार ही अभिनय करते हैं.
कमल हसन की भतीजी (चारु हासन की बेटी), सुहासिनी भी एक राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार विजेता हैं, और प्रख्यात निर्देशक और 1987 की नायकन में कमल हसन के साथ सहयोग करने वाले, सह-पुरस्कार विजेता मणिरत्नम से विवाह रचाया है.
स्तुत्य और सराहनीय फ़िल्म कॅरियर के बावजूद कमल हसन निजी के जीवन में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा, जिसका मीडिया ने अनुचित लाभ उठाया.
कमल हसन ने अपने कॅरियर की शुरूआत में, लोकप्रिय अभिनेत्री श्रीविद्या के साथ कई तमिल और मलयालम फ़िल्मों में काम किया.
1970 के दशक में कथित रूप से इस जोड़ी के बीच विख्यात प्रेम-संबंध चला था, जिस रिश्ते को 2008 में प्रदर्शित रंजीत की मलयालम फ़िल्म तिरक्कथा में दर्शाया गया, जिसमें अनूप मेनन ने कमल हसन की और प्रियमणि ने श्रीविद्या की भूमिकाएं निभाईं.
2006 में मृत्यु का ग्रास बनने वाली, बीमार श्रीविद्या के अंतिम दिनों में कमल हसन ने उनसे मुलाक़ात की थी.
1978 में, चौबीस साल की उम्र में, कमल हसन ने अपने से बड़ी उम्र की नर्तकी वाणी गणपति से मुलाकात की और उनके साथ शादी की.
वाणी ने कमल हसन की फ़िल्मों के लिए कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर का काम संभाला और शादी के तुरंत बाद कमल हसन के साथ 1980 में आयोजित फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार दक्षिण समारोह में उनकी हमक़दम बन कर चलने के लिए ख़ूब प्रचार पाया.
दस साल तक एक साथ रहने के बाद जब यह पता चला कि कमल हसन अपनी सह-अभिनेत्री सारिका के साथ डेटिंग कर रहे हैं, इस जोड़ी के बीच रिश्ता टूट गया.
कमल हसन भारतीय फ़िल्म अभिनेता, पटकथा लेखक और फ़िल्म निर्माता, भारतीय सिनेमा के प्रमुख, किरदार को जीने वाले अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं.
कमल हासन, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार सहित कई भारतीय फ़िल्म पुरस्कारों के विजेता के तौर पर जाने जाते हैं.
कमल हसन को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फ़िल्म के लिए अकादमी पुरस्कार प्रतियोगिता में भारत द्वारा प्रस्तुत सर्वाधिक फिल्मों वाले अभिनेता होने का गौरव प्राप्त है.
अभिनय और निर्देशन के अलावा, कमल हसन एक पटकथा लेखक, गीतकार, पार्श्व गायक और कोरियोग्राफर हैं.
नायक के रूप में कमल हासन को सफलता 1975 की नाटकीय फ़िल्म अपूर्व रागंगल से मिली.
फिल्म अपूर्व रागंगल में उन्होंने एक उम्र में बड़ी महिला के साथ प्यार करने वाले अक्खड़ युवा की भूमिका निभाई थी.
1982 की फ़िल्म मून्राम पिरइ हेतु उन्होंने एक निष्कपट स्कूल शिक्षक के किरदार में अपने अभिनय के लिए पहली बार भारतीय राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त किया, जो अपनी याद्दाश्त खोने वाली बच्चों जैसी युवती की देखभाल करता है.
मणि रत्नम की गॉड-फ़ादरनुमा नायकन (1987) फ़िल्म में विशेष रूप से उनके अभिनय की सराहना हुई, जिसे टाइम पत्रिका ने सदाबहार सर्वश्रेष्ठ फ़िल्मों में से एक होने का दर्जा दिया.
कमल हसन ने कई उल्लेखनीय फ़िल्मों में, यथा उन्हीं की निर्मिती हे राम तथा वीरुमांडी और साथ ही, दस विभिन्न भूमिकाओं में अभिनीत सर्वश्रेष्ठ कृति दशावतारम में काम किया.
आमिर खान की बीवी के तौर पर जानीं जाने वाली किरण राव का जन्म 7 नवंबर 1973 को हुआ.
किरण राव की स्कूली शिक्षा कोलकाता में हुई.
1992 में किरण राव के परिजन कोलकाता से मुंबई आ गए.
1995 में किरण राव ने मुंबई के सोफाया कॉलेज से इकोनोमिक में ग्रेजुएशन किया.
उन्होंन जामिया मिलिया इस्लामिया से एमए मॉस कम्यूनिकेशन का कोर्स किया.
किरण राव पढने में अच्छी थी. खेलकूद सहित साहित्यिक व सांस्कृतिक गतिविधियों में हिस्सा लेती थी.
कोलकाता के क्लब में अच्छी लाइब्रेरी थी, वहां किरण राव का ज्यादा समय गुजरता था.
किरण राव को थिएटर व एक्टिंग का पैशन था, इसलिए वर्कशॉप में हिस्सा लेती थी.
किरण राव 1992 से 1995 तक मुंबई में सोफाया के हॉस्टल में रही.
आदित्य चोपडा की फिल्म दिल वाले दुलहनिया ले जाएंगे के बाद किरण राव की मास मीडिया में रूचि जागी.
आदित्य चोपडा की फिल्म दिल वाले दुलहनिया ले जाएंगे के बाद किरण राव की मास मीडिया में रूचि जागी.
आमिर खान से किरण राव ने वर्ष 2005 में शादी की.
आमिर खान ने किरण से शादी करने से पहले अपनी पत्नी रीना दत्ता को 2002 में तलाक दे दिया था.
किरण राव में हाल ही में फिल्म धोबी घाट का निर्देशन किया.
आमिर और किरण की जोड़ी फिलहाल काफी सफल है.
आमिर खान की वाइफ के तौर जानी जाने वाली किरण राव 'धोबी घाट' का प्रमोशन अकेले ही किया.
सांवली-सलोनी नंदिता दास ने जब हिन्दी फिल्मों में प्रवेश किया तो उनमें दिग्गज और सम्मानित अदाकारा स्मिता पाटिल की छवि देखी गयी.
नंदिता ने अपनी अभिनय क्षमता से स्मिता पाटिल से हो रही तुलना को सकारात्मक मोड़ भी दिया.
प्रकाश झा निर्देशित परिणति से फिल्मी पारी की शुरूआत करने वाली नंदिता दास की पहली उल्लेखनीय फिल्म दीपा मेहता निर्देशित फायर थी.
विवादास्पद विषय को केंद्र में रखकर बनायी गयी इस फिल्म में नंदिता ने सीता की जटिल भूमिका को बड़े ही सधे अंदाज में जिया.
शबाना आजमी जैसी अनुभवी अभिनेत्री की मौजूदगी में भी उन्होंने दर्शकों का ध्यानाकर्षण किया.
फायर के बाद वे 1947-अर्थ में आमिर खान के साथ दिखीं. इस फिल्म में भी नंदिता का अभिनय उल्लेखनीय रहा.
धीरे-धीरे ऑफबीट फिल्मों से मुख्य धारा की फिल्मों की ओर उन्होंने रुख किया और अक्स में अमिताभ बच्चन की नायिका के रूप में दिखीं.
पिता में संजय दत्त की पत्नी की भूमिका में भी नंदिता बेहद जंची. अपनी उम्र से परिपक्व भूमिकाएं निभाने के बाद उन्होंने युवाओं के इर्द-गिर्द घूमती बस यूं ही में भी अभिनय किया.
बस यूं ही के साथ नंदिता ने युवा दर्शकों को भी अपना प्रशंसक बना लिया. गंभीर भूमिकाओं में अभिनय प्रतिभा का प्रदर्शन करने के बाद सुपारी में महिला डॉन की भूमिका को भी बड़े प्रभावी अंदाज में उन्होंने जिया.
बड़े पर्दे पर हर रंग की भूमिकाएं निभाने के बाद अब, नंदिता निर्देशिका भी बन गयी हैं. बतौर निर्देशका नंदिता की पहली फिल्म है फिराक.
मशहूर चित्रकार जतिन दास की सुपुत्री नंदिता दास फिल्मों के साथ-साथ कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़ी हैं.
अपनी सामाजिक चिंताओं को समय-समय पर किसी-न-किसी सार्वजनिक मंच पर रखने वाली नंदिता भारत-पाकिस्तान के मधुर रिश्ते की भी पक्षधर हैं.
पाकिस्तानी फिल्म रामचंद पाकिस्तानी में अभिनय करने के आग्रह को स्वीकार कर उन्होंने इस बात का प्रमाण भी दिया है.
अपेक्षा है कि भविष्य में भी नंदिता दास एक कलाकार की संवेदनशीलता को यूं ही बरकरार रखेंगी और देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के प्रति गंभीर रहेंगी.