हसीनाएं जो हुस्न और ग्लैमर की दुनिया में तो हैं नं 1 लेकिन बीवी बनीं नं 2. बहुत जल्द करीना भी जा रही हैं छोटे नवाब की बेग़म नं 2 बनने. वैसे तो बेग़म बनने से पहले ही ये हसीना पटौदी परिवार में शामिल है.
बॉलीवुड की होरोइन नंबर वन बेबो बनने जा रही हैं सैफ की बीवी नंबर दो. हमउम्र शाहिद का साथ छोड़कर अपने से 10 साल बड़े, छोटे नवाब पर बेबो ऐसे दिल हारी कि उम्र के फासले खो गए और बाल बच्चेदार सैफ की सादगी का जादू चल गया.
वैसे करीना को कभी भी सैफ के तलाकशुदा होने से एतराज़ नहीं था, जब से उन्होने सैफ को अपनी जिंदगी में शुमार किया उनकी पुरानी जिंदगी के पन्ने कभी पलटने की कोशिश भी नहीं की. शायद इसीलिए करीना को बीवी नंबर दो बनने में कोई परहेज़ नहीं है.
सैफ के बच्चों को उन्होने अपना लिया है और उनके परिवार में अपना कद भी बढ़ा लिया है.
और सैफ 8 साल बाद दोबारा बेबो के साथ घर बसाने का ख्वाब देख रहे हैं. खबर है कि दोनों अक्टूबर में शादी करने जा रहे हैं.
ये इश्क का खुमार ही तो है कि वो बेबो जिनपर जमाना जान छिड़कता है वो सैफ पर जान देती है.
सिर्फ बेबो ही नहीं पर्दे पर बीवी नंबर वन बनकर अपना दम दिखाने वाली उनकी बहन करिश्मा भी असल जिंदगी में बीवी नंबर 2 बनीं.
लेकिन करीना की तरह ना तो करिश्मा इश्क के जुनून में दिवानी थी ना ही मुहब्बत में दिल हारी थीं. दिल्ली के तलाकशुदा कारोबारी संजय कपूर से ये रिश्ता परिवार ने ही तय किया था.
अब भले ही करिश्मा कपूर की शादीशुदा जिंदगी उतार चढ़ाव भर रही लेकिन फिर भी अपने दो बच्चों के साथ करिश्मा अपने परिवार को संभालने में लगी रहती हैं. कपूर खानदान की दोनों बेटियां बॉलीवुड में खास हैं तो शादी के मामले में बिंदास हैं.
करिश्मा बनीं संजय कपूर की बीवी नं 2. नंदिता माहतानी थीं संजय कपूर की पहली पत्नी.
इश्क के किस्से तो कईओं के साथ चले लेकिन आखिरकार शादी के बंधन में बंधने की बारी आई तो बीवी नम्बर दो बनने से भी परहेज़ नहीं किया.
यूपी बिहार समेत ना जाने किस किस का दिल लूट लेने वाली शिल्पा को जब मौका मिला दिल लुटाने का तो वो लुटा बैठीं राज कुंद्रा पर और बन बैठीं बीवी नंबर टू. राज कुंद्रा कभी कविता के प्यार में कवि बने बैठे थे लेकिन यूपी बिहार का दामन छोड़ कर जब शिल्पा ने राज की जिंदगी में झांका तो राज अपनी कविता को छोड़ कर शिल्पा के हो लिए.
हुस्न और अपने ठुमकों से करोड़ों दिल को लूटने का दावा करने वाली शिल्पा को कोई भी चिकना चुपड़ा मुंडा मिल जाता. जिसकी वो पहली बीवी बन सकती थीं लेकिन नहीं लंबी छरहरी गोरी गोरी ये छोरी बन बैठी. राज के दिल पर इस कदर राज करने लगी कि बन गई उनकी जिंदगी की मल्लिका.
दिल की इसी कशमकश से गुज़रीं श्रीदेवी...80 के दशक की मलिका सुपरस्टार होते हुए भी अपने माता-पिता के साए में रहीं. सेट्स पर अक्सर पुरुषों से कम घुलने मिलने वाली श्रीदेवी को अपने माता-पिता की निगरानी में किसी से इश्क हो जाए ये तो नामुमकिन था. तो फिर आखिर श्रीदेवी मिसेज़ बोनी कपूर बनीं.
श्रीदेवी ने बिना किसी का नाम लिए और बिना किसी छींटाकशी के बीबी नं 2 का ये सच दुनिया के सामने रखा...1996 में श्रीदेवी ने बोनी कपूर से शादी की.
आज बोनी और श्रीदेवी की दो प्यारी बच्चिया हैं, जान्हवी और खुशी. आज बोनी का पूरा परिवार भी श्रीदेवी को स्वीकार चुका है. मोना कपूर अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनके भी बच्चे अर्जुन और अनशुला अपने पिता के करीब हैं.
बोनी ने 13 साल पुराना अपना रिश्ता मोना कपूर से तोड़ा. ऐसे में कई सवाल श्रीदेवी पर भी उठे...लेकिन श्रीदेवी ने खामोशी से नं 2 के इस रिश्ते को अव्वल बनाया.
एक और रिश्ते की मंज़िल तक पहुंचने की दास्तान है रवीना और अनिल थड़ानी की शादी. रवीना अक्षय कुमार से ब्रेकअप के बाद तनहा ज़िंदगी काट रही थीं और तब उनकी ज़ंदगी में फिल्म डिस्ट्रिब्यूटर अनिल थड़ानी आए. अनिल के लिए भी ये रिश्ता नताशा से तलाक के बाद आया.
ड्रीम गर्ल हेमा मालीनी जिन्के चाहने वालों की तादात लाखों में थी जिन्की एक अदा पे पुरी दुनिया मरती थी लेकिन उन्का दिल फिसला तो वो भी एक शादी शुदा पर औऱ दिल एसा आया कि बीवी नम्बर 2 बनने से उन्हे कोई परहेज़ नहीं रहा.
एक ड्रीमगर्ल और ही मैन की दास्तान-ए-मुहब्बत में वो मसाला था जो शायद किसी बॉलीवुड की मसाला फिल्म में भी ना होगा. एक हीरोइन का हुस्न था. एक जट यमला की दीवानगी थी. इश्क की तमाम हदों को तोड़ देने की बग़ावत थी और था उस हसीना का त्याग जो खामोशी से वफादारी निभाता रहा.
कहते हैं धर्मेंद्र और हेमा की शुरुआती मुलाकात फिल्म शराफत के सेट पर हुई. उसके बाद दोनो की जोड़ी को मैं हसीन तुम जवां और नया ज़माना में भी दोहराया गया. हेमा नई सनसनी बनकर सामने आईँ तो धर्मेंद्र भी सुपरस्टार थे.
हेमा मालिनी जब बॉलीवुड में आईं तो हिंदी कम समझती थीं. लोगों से घुलती मिलती भी कम थीं. ऐसे में उनके हुस्न के चर्चे तो खूब उड़े लेकिन उन्हे यकीन किसी पर नहीं था. ना तो किसी की चाहत पर ऐतबार. लेकिन कुछ था धर्मेंद्र में जो शर्मीली हेमा खुद को रोक नहीं पाईँ.
लेखिका हनी इरानी ने एक बार इँटरव्यू में अपनी तमाम क़ड़वाहटों के बारे में कहा भी था...लेकिन वक्त के साथ हनी के जख्म भर गए और अब वो पति से कहीं बेहतर एक दोस्त मानती हैं...यही दोस्ती थी जो लंबे वक्त तक इन तीनों के रिश्तों के साथ रही और रहेगी...शबाना के साथ भी....हनी के साथ भी और जावेद के साथ भी.
जावेद पहले से शादी शुदा थे. उन्हे पहली पत्नी हनी से दो बच्चे भी थे फरहान और ज़ोया.
शिल्पा की तरह ही कहानी रही अपनी बिल्लू की हीरोइन की. लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनीं तो कोई भी उन पर मर मिटने को तैयार था. लेकिन नहीं यहां भी लारा का दिल आया टेनिस प्लेयर पर. ये प्रेम कुछ इस कदर परवान चढ़ा कि महेश अपनी पहली पत्नी श्वेता जयशंकर का दामन छोड़ कर लारा के साथ हो लिए. जनाब इसे कहते हैं मुहब्बत.