टीम इंडिया के हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने अपनी किताब 'द टेस्ट ऑफ माय लाइफ' का विमोचन किया. युवी ने कैंसर से जंग जीत कर क्रिकेट में वापसी की और शानदार प्रदर्शन करके सबका मन मोह लिया था. इस मौके पर युवराज ने भारत की 2011 वर्ल्ड कप में जीत को याद करते हुए कहा, ‘धोनी बल्लेबाजी करते हुए बहुत ज्यादा बात नहीं करता लेकिन जब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में आउट हो गया तो उसने लौटते हुए कहा कि, शाबास युवी जिताके आना.’
इस मौके पर युवराज सिंह ने अपनी मां शबनम सिंह को भी अपनी किताब की एक प्रति दी.
सचिन तेंदुलकर ने युवराज की किताब ‘द टेस्ट ऑफ माय लाइफ’ के रिलीज के अवसर पर कहा, ‘जब मैं लंदन में उससे मिलने गया तो मैंने अपनी पत्नी से कहा कि मैं नहीं चाहता कि उससे मिलने पर मेरे आंसू निकलें. मैं उससे मिला और मैंने उसे कसकर गले लगाया. हमने खाने का मजा लिया. वह जिस तरह से खा रहा था मुझे विश्वास हो गया कि वह पटरी पर लौट गया है.’
इस मौके पर टीम इंडिया के लगभग सभी खिलाड़ियों ने शिरकत की. भुवनेश्वर कुमार, विराट कोहली, प्रज्ञान ओझा समेत कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी इस दौरान नजर आए.
धोनी ने इस मौके पर कहा, ‘पहले मैं उसे (युवराज सिंह) आप कहकर बुलाता था, फिर मैं तुम पर आया और आज तू कहकर बात करता हूं.’
सचिन युवराज सिंह को छोटे भाई की तरह मानते हैं तो युवी भी मास्टर ब्लास्टर को अपने बड़े भाई के रूप में देखते हैं.