'पान सिंह तोमर' के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने वाले अभिनेता इरफान खान इंडिया टुडे माइंड रॉक्स यूथ समिट 2013 के 'बॉलीवुड टू हॉलीवुड टू बॉलीवुडः द लॉन्ग जर्नी होम बिगेन्स' सेशन में लोगों को संबोधित करते नजर आए.
इरफान खान ने बताया, 'मैं एक अत्यंत मध्यम वर्गीय परिवार से हूं जो सिनेमा में काम करने पर कभी राजी नहीं होता.' इरफान ने आगे कहा, 'मेरे बचपन में कोई यह सोच भी नहीं सकता था कि मैं एक अभिनेता बनूंगा, लेकिन मैंने सपना देखा और एक अभिनेता बना.'
इंडिया टुडे की एडिटर कावेरी बामजेई ने जब इरफान से पूछा कि स्टारडम के क्या नुकसान हैं तो इरफान का जवाब था, 'अगर आप सड़क पर हार्टअटैक के चलते भी गिर जाएं तो हो सकता है लोग आपके पास महज ऑटोग्राफ मांगने के लिए आएं.'
अपनी फिल्म 'पान सिंह तोमर' के बारे में इरफान ने कहा, 'इस फिल्म ने हम सबको परखा. अगर आप किरदार के साथ खुद को जोड़कर देखते हैं तो चुनौतियों का मजा आता है.'
इरफान खान ने कहा कि आज भी लोगों की नजर में नेशनल अवॉर्ड की अहमियत है.
इरफान खान ने कहा, 'मैंने ऑस्कर अवॉर्ड्स के दौरान डिनेरो और सीन पेन को देखा था. उनके चेहरे पर अजीब सी शालीनता थी.'