पुरुषवादी समाज में अपनी जगह कैसे बनाई जाए, इसे वह बखूबी जानती हैं. कब जूलिया बनना है और कब ज्वाला, ये चीज उनको पूरी तरह स्पष्ट है. इसी वजह से कंगना हर महिला की रोल मॉडल है.
तीन नेशनल अवॉर्ड जीतने और स्क्रीन स्पेस की जिद में अभी तक तीनों में से किसी बड़े खान के साथ काम न करने वालीं कंगना अपनी शर्तों पर जीती हैं.
कंगना भले ही अपने व्यवहार और बातों से किसी को जिद्दी या बदजुबान लग सकती हैं. उन्होंने हाल ही में बताया था कि वह 'बाहुबली' प्रभास से भी लड़ चुकी हैं. लेकिन गौर से देखा जाए तो यह कंगना का दम ही है कि लाख प्रयासों के बावजूद वह किसी के काबू में नहीं आ रही हैं. वरना फिल्में न मिलने के डर से ऐसी सिचुएशन में अक्सर एक्ट्रेस समझौता कर अपने कदम पीछे खींच लेती हैं.
वहीं करण जौहर, जो अपने शो 'कॉफी विद करण' में किसी को हावी नहीं होने देते. उनको भी कंगना खरी-खरी सुनाकर आईं. भाई-भतीजावाद के इस आरोप पर करण को इतनी मिर्ची लगी थी कि उन्होंने लंदन में जाकर इस पर बयानबाजी की. शायद सामने से कंगना को जवाब देने की हिम्मत तो उनकी भी नहीं हुई.
2009 में 'राज2' में वह अध्ययन सुमन के साथ आईं तो बाद में उनके इस एक्स बॉयफ्रेंड ने उन पर काला जादू और खून पीने तक के आरोप लगाए. ये आरोप रितिक रोशन के साथ उनकी लड़ाई में सामने आए जिनके साथ उन्होंने 'काइट्स' और 'कृष 3' में काम किया था.
बॉलीवुड में एंट्री के साथ ही कंगना का नाम उम्र में अपने से कई साल बड़े आदित्य पंचोली के साथ रिलेशन की वजह से चर्चा में रहा. साथ ही 'गैंगस्टर', 'फैशन' जैसी फिल्मों में उनके किरदारों ने उनकी नशेड़ी इमेज बना दी थी.