कौन बनेगा करोड़पति टीवी जगत के सबसे पॉपुलर क्विज शो में से एक है. इसके रजिस्ट्रेशन की शुरुआत 1 मई से हो चुकी है. इसे हमेशा की तरह एक बार फिर अमिताभ बच्चन होस्ट करने जा रहे हैं. केबीसी की इसी पॉपुलैरिटी को देखते हुए कश्मीर दूरदर्शन पर पहली बार एक नए करोड़पति की शुरुआत की गई है, जिसका नाम है, "Kus Bani Koshur Karorpaet ". लेकिन शो के शुरू होने के महीने बाद ही धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है. जिसकी वजह से कश्मीर के एक परिवार को अपनी अब तक की सारी जमा पूंजी गंवानी पड़ गई है.
केबीसी कश्मीर के रजिस्ट्रेशन 16 मार्च से शुरू हुए थे. शो ने कश्मीर में जबरदस्त पॉपुलैरिटी हासिल की. नॉर्थ कश्मीर के रहने वाले अब्दुल मजीद ने भी केबीसी में एंट्री की कोशिश की, जिसके लिए उन्होंने फ्रॉड करने वालों को 23 लाख रुपये दिए. अब्दुल को बताया गया था कि एक बड़ी रकम चुकाने के बाद वो एक करोड़ रुपये तक जीत जाएंगे.
कश्मीर में शुरू हुए केबीसी का प्रसारण जम्मू-कश्मीर के दूरदर्शन चैनल पर होता है. होम मिनिस्ट्री के आइडिया पर शुरू किए गए इस शो का मकसद कश्मीर में अमन और देशभक्ति लाने की कोशिश है.
आईबी टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अब्दुल मजीद अपने कश्मीर केबीसी में करोड़पति बनने के बाद अपने परिवार की किस्मत बदल देना चाहते थे लेकिन विजय कुमार नाम के किसी शख्स ने उनके साथ धोखा कर दिया.
विजय कुमार ने अब्दुल को अलग-अलग बैंक में पैसे जमा करने को कहा. विजय
ने अपनी बातों के झांसे में अब्दुल को इस तरह लिया कि उन्होंने अपने
परिवार की एकलौती जमा पूंजी अपना घर और दूसरी चीजें बेचकर 23 लाख रुपये
इकट्ठे किए. इन रुपयों को अलग-अलग बैंक अकाउंट में डाला गया. इसके बदले 1.5
करोड़ रुपये देने की बात कही गई थी, जो रकम अब तक परिवार को नहीं मिल सकी
है.
अब्दुल मजीद के गरीब परिवार के पास अब रहने को जमीन तक नहीं है. परिवार की सहायता के लिए पड़ोसियों ने हाथ बढ़ाया है, साथ ही इस पूरे मामले के जांच की मांग की गई है. अब तक इस मामले में अरोपियों के बारे में पता नहीं चल सका है.
बता दें सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले कौन बनेगा करोड़पति में अमिताभ बच्चन हर साल इस बात से आगाह करते हैं कि हमारे रजिस्ट्रेशन के लिए किसी भी तरह की रकम नहीं ली जाती है.
केबीसी को लेकर ठगी का खेल सबसे ज्यादा तब शुरू होता है जब फोन करके लोगों
से कहा जाता है कि 25 से 30 लाख रुपये की इनाम राशि जीतने के लिए 8,000
रुपये से 10,000 रुपये के बीच जमा करने के लिए कहा जाता है. यह राशि आमतौर
पर बैंक ड्राफ्ट के रूप में जमा करने के लिए कही जाती है.
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