बॉलीवुड में यश चोपड़ा इतना बड़ा नाम है कि उन्हें किसी परिचय की जरूरत नहीं है. यश राज बैनर के तले बनी फिल्मों को हिट होने का लाइसेंस तो रिलीज से पहले ही मिल जाता है. यश राज फिल्म्स ने बॉलीवुड में रोमांटिक फिल्मों का एक अलग सा ट्रेंड सेट कर दिया. आइए उनके बर्थ डे पर एक नजर डालते हैं उनकी बेहतरीन फिल्मों पर...
अभी तक यश राज बैनर के तले 50 से ज्यादा फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अपना कमाल दिखा चुकी हैं. यश राज फिल्म्स से पहले आई एस जोहर और बी आर चोपड़ा के साथ सहायक के रूप में काम करते थे. कई सितारों को यश राज फिल्म्स ने अर्श से फर्श तक पहुंचाया है.
यश राज फिल्म्स ने अपना सफर 1973 में फिल्म 'दाग-ए पोयम ऑफ लव' से जो सफर शुरू किया. फिल्म में राजेश खन्ना के साथ शर्मीला टैगोर और राखी नजर आईं. फिल्म ने काफी तारीफ बटोरी.
यश राज की फिल्म 'कभी कभी' ने तो बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार बनाने में यशराज फिल्म्स का बड़ा हाथ रहा है.
'कभी कभी' फिल्म में शशि कपूर और राखी भी थे. फिल्म के गाने भी सुपरहिट रहे थे.
यशराज फिल्म्स ने बॉलीवुड फिल्मों को एक नया आयाम दिया. उन्होंने रोमांटिक फिल्मों से लेकर एक्शन हर तरह की फिल्में बनाई और उन्हें हर जगह सफलता भी मिली.
यशराज की फिल्मों की खासियत उनका सेट और म्यूजिक हमेशा से हटकर रहा है.
विदेशों में शूटिंग करने के ट्रेंड को भी यशराज फिल्म्स ने ही बढ़ावा दिया.
यश राज की फिल्मों के लिए लोग अभी भी इतने क्रेजी होते हैं कि उनके नाम से फिल्में हिट हो जाती हैं.
अमिताभ बच्चन और रेखा के रोमांस को रुपहले पर्दे पर यश राज ने ऐसा दर्शाया कि ये अफसाना सा बन गया.
'रंग बरसे' ऐसा गाना है कि आज भी हिन्दुस्तान की होली इस गाने के बिना अधूरी सी लगती है.
रोमांटिक फिल्मों का ट्रेंड सा सेट करने वाली यश राज फिल्म्स ने बॉलीवुड को कई बड़ी रोमांटिक फिल्में दी.
फिल्म 'वक्त' हालांकि यश राज फिल्म्स बैनर के तले नहीं बनी है, लेकिन इस फिल्म का डायरेक्शन यश चोपड़ा ने किया था. फिल्म निर्माता बी आर चोपड़ा थे.
त्रिशूल में संजीव कुमार और अमिताभ बच्चन ने साथ काम किया, फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर खूब धूम मचाई.
फिल्म 'दीवार' में अमिताभ के इस सीन ने काफी प्रशंसा बटोरी, हालांकि इस सीन के पीछे की पटकथा यश राज फिल्म्स की ही थी.
फिल्म 'काला पत्थर' बॉलीवुड की बेहतरीन एक्शन फिल्मों में शुमार है. मल्टीस्टारर ये फिल्म भी काफी हिट रही थी.
अमिताभ बच्चन से कभी एक्शन तो कभी रोमांस कराकर यश राज फिल्म्स ने उन्हें सदी का महानायक बनाने में काफी अहम भूमिका निभाई.
फिल्म 'काला पत्थर' में शत्रुघ्न सिन्हा का किरदार काफी शानदार था. मंगल सिंह बनकर शत्रुघ्न सिन्हा ने काफी तारीफें बटोरी.
1989 में यश राज फिल्म्स की आई फिल्म 'चांदनी' ने श्रीदेवी के करियर में चार चांद लगा दिए थे, ये फिल्म बॉलीवुड इतिहास की सबसे कामयाब फिल्मों में शुमार है.
चांदनी में श्रीदेवी के साथ ऋषि कपूर मुख्य भूमिका में हैं. इसके अलावा फिल्म में विनोद खन्ना भी मौजूद हैं.
इस फिल्म के हर गाने ने धूम मचाई साथ ही श्रीदेवी के डांस का तो पूरा देश दीवाना सा हो गया.
इस फिल्म का गाना 'मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियां...' इतना हिट हुआ कि आज भी शादियों में इस गाने पर डांस होते हैं.
यश राज फिल्म्स की 'लम्हे' में अनिल कपूर और श्रीदेवी की प्रेम-कहानी ने कई विवादों को जन्म दिया, लेकिन इन सब के बावजूद फिल्म बेहतरीन थी. हालांकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं कर पाई थी.
यश राज बैनर के तले बनी फिल्म 'डर' में विलेन बनकर शाहरुख खान ने सभी को अपने अभिनय से प्रभावित किया.
फिल्म शाहरुख के अलावा जूही चावला और सनी द्योल भी थे, हीरो सनी द्योल थे लेकिन उनसे ज्यादा वाह-वाही शाहरुख खान ने विलेन बनकर लूटी.
इस फिल्म का डायलॉग 'किकिकि... किरण' काफी हिट हुआ था.
फिल्म 'दिल तो पागल' यश राज बैनर के तले बनी म्यूज़िकल हिट फिल्म है. फिल्म में शाहरुख के साथ माधुरी दीक्षित और करिश्मा कपूर हैं.
फिल्म के गानों ने 1997 में खूब धूम मचायी.
इस फिल्म में यश चोपड़ा ने प्रेम-कहानी को इस खूबसूरती से दिखाया कि हर कोई मान गया कि उन्हें क्यों बॉलीवुड का सबसे बेहतरीन निर्माता और निर्देशक कहा जाता है.
फिल्म में रानी मुखर्जी ने पाकिस्तानी वकील की भूमिका अदा की है.
'वीर-ज़ारा' में यश चोपड़ा ने सरहद के पार की प्रेम-कहानी को दिखाया.
साल 1969 में रिलीज हुई 'आदमी और इंसान' के निर्देशक यश चोपड़ा और निर्माता बी. आर. चोपड़ा थे. यही एक ऐसी फिल्म है जिसमें धर्मेन्द्र और यश चोपड़ा ने एक साथ काम किया है.
1973 में आई फिल्म 'दाग' के निर्माता और निर्देशक यश चोपड़ा थे. इसमें राजेश खन्ना, शर्मिला टैगोर, राखी ने अभिनय किया.
धर्म पुत्र (1961)- धर्मपुत्र 1961 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है. यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी यह दूसरी फिल्म है. इस फिल्म के प्रमुख सितारे अशोक कुमार, माला सिन्हा, शशि कपूर और दिलीप हैं.
धूल का फूल(1959)- धूल का फूल 1959 में बनी फिल्म है, जिसके निर्माता बी आऱ चोपड़ा थे. यह यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी पहली है. इसके फिल्म के मुख्य कलाकार अशोक कुमार, माला सिन्हा, मीना खोसला, राजेन्द्र कुमार, नन्दा हैं.
फिल्म 'दिल तो पागल है' के जरिए एक बार यश युवा वर्ग के दिलों में छा गए. शाहरुख की बेहतरीन अदाकारी से फिल्म सुपरहिट गई.
1985 में आई फिल्म 'फासले' के निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा थे. इसमें सुनील दत्त, फारुक शेख, दीप्ति नवल आदि कलाकार थे.
वक्त (1965): 'वक्त' 1965 में बड़े सितारों को लेकर बनाई पहली फिल्म है. इस फिल्म में उस समय के मशहूर अभिनेता सुनील दत्त, शशि कपूर, साधना, शर्मिला टैगोर, बलराज साहनी को लेकर बनाया गया था.
1969 में आई फिल्म 'इत्तेफाक' के निर्माता थे बी. आर. चोपड़ा और निर्देशक थे यश चोपड़ा. फिल्म में राजेश खन्ना, नंदा, बिंदु, मदन पुरी ने अभिनय किया था.
किंग ऑफ रोमांस' कहे जाने वाले यशराज चोपड़ा अपनी आने वाली रोमांटिक फिल्म 'जब तक है जान' को अधूरा छोड़कर ही दुनिया को अलविदा कह गए.
1973 में यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी फिल्म जोशीला एक थ्रिलर फिल्म थी. इस फिल्म में देव आनंद, राखी और हेमा मालिनी के मुख्य भूमिकाएं निभाई थी.
फिल्म 'काला पत्थर' बॉलीवुड की बेहतरीन थी. इसमें अमिताभ और शशि कपूर के काम को काफी सराहा गया था.
यश फिल्मों में प्रयोग और अपने प्रयोगों में परफेक्शन के माहिर थे.
फिल्म मशाल प्रसिद्ध मराठी नाटक "आंश्रूचि झली फूले"( आंसू बन गए फूल) पर आधारित थी.
1984 में उनके निर्देशन में बनी फिल्म मशाल इस बात की तस्दीक करती है. इस फिल्म से दिलीप कुमार और अनिल कपूर भी अपने अभिनय के लिए बेहद चर्चित हुए.
फिल्म परंपरा 1993 में यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी थी. यह फिल्म सैफ अली खान की पहली फिल्म थी.
अपने बेहतरीन काम से यश चोपड़ा बॉलीवुड के सरताज बने. उनका बैनर हिट की पहचान बन गया था.
विजय (1988): 1988 में बनी फिल्म फासले के निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा ही थे. इस फिल्म में राजेश खन्ना, ऋषि कपूर, हेमा मालिनी, अनिल कपूर तथा अनुपम खेर थे. अनुपम को इस फिल्म के लिए बेस्ट सर्पोर्टिंग एक्टर का अवार्ड मिला था.