जानी मानी पार्श्व गायिका श्रेया घोषाल का जन्म 12 मार्च 1984 को राजस्थान के रावतभाटा में हुआ था. श्रेया घोषाल के पिता भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र इंजीनियर के रूप में काम करते हैं, जबकि उनकी मां साहित्य की स्नातकोत्तर हैं और घर संभालती हैं.
चार साल की उम्र से घोषाल ने हारमोनियम पर अपनी मां के साथ संगीत सीखना शुरू कर दिया था. संगीत की प्राथमिक शिक्षा के बाद श्रेया घोषाल के माता-पिता ने उन्हें कोटा में महेशचंद्र शर्मा के पास हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की विधिवत शिक्षा के लिए भेजा था.
श्रेया घोषाल ने अपने संगीत के सफर की शुरुआत 1996 में जी टीवी के शो 'सा रे गा मा' में बतौर एक बाल कलाकार भाग लेकर की. 12 साल की उम्र में श्रेया घोषाल अपना हुनर लेकर 'सा रे गा मा' के मंच पर दुनिया के सामने थीं.
श्रेया घोषाल ने 2002 में आई 'देवदास' में 'बैरी पिया', 'छलक-छलक', 'डोला रे', 'सिलसिला ये चाहत का' और 'मोरे पिया' गीत गाए. 'डोला रे' एक गीत इतना हिट हुआ कि वे चोटी की पार्श्व गायिकाओं में शुमार हो गईं.
देवदास में ही गायन के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ गायिका का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला. इसी साल उन्हें उभरती प्रतिभाओं के लिए दिया जानेवाला आर. डी. बर्मन पुरस्कार भी दिया गया.
लता मंगेशकर को अपना आदर्श मानने वाली श्रेया घोषाल ने हिंदी, तमिल, तेलगु, मलयालम, बंगाली, कन्नड, गुजराती, मराठी और भोजपुरी भाषाओं के गीतों को अपनी आवाज दी है. इसके अलावा श्रेया इस साल 5 फरवरी को अपने ब्वॉयफ्रेंड शैलादित्य के साथ शादी के बंधन में बंध गई.
'सा रे गा मा' शो के दौरान ही श्रेया की मुलाकात संगीतकार कल्याणजी भाई से हुई. कल्याणजी श्रेया घोषाल के गायन से बेहद प्रसन्न हुए और उन्हें दो साल तक संगीत की शिक्षा दी.
श्रेया घोषाल ने जब 'सा रे गा मा' के दूसरे दौर में भाग लिया तो डायरेक्टर संजय लीला भंसाली को श्रेया की आवाज अच्छी लगी और उन्होंने श्रेया को फिल्म 'देवदास' में गाने का मौका दिया.
श्रेया घोषाल ने संजय लीला भंसाली की फिल्म 'देवदास' में 'बैरी पिया' गीत से शुरूआत की थी. श्रेया की मेहनत ने उन्हें बॉलीवुड में एंट्री करवा दी. 'देवदास' में श्रेया ने इस्माइल दरबार के संगीत निर्देशन में पांच गाने गाए.
श्रेया घोषाल को अब तक चार फिल्मफेयर अवार्ड, चार नेशनल फिल्म अवार्ड और दो साउथ फिल्मफेयर अवार्ड मिल चुके हैं. पार्श्व गायिकी में अपना एक मुकाम हासिल कर चुकीं श्रेया घोषाल ने अब तक तकरीबन 200 फिल्मों में गाने गाए हैं.
श्रेया घोषाल ने पिछले साल के दो सुपरहिट आइटम नंबर्स, फिल्म ‘अग्निपथ’ में आइटम नम्बर ‘चिकनी चमेली’ और उससे पहले ‘डर्टी पिक्चर’ में ‘ऊ ला ला’, को अपनी आवाज दी. 2012 में फिल्म 'बॉडीगार्ड' में उन्होंने 'तेरी मेरी प्रेम कहानी' गीत में अपनी आवाज दी. इस गीत के लिए उन्हें इंटरनेशल इंडियन फिल्म एकेडमी अवार्ड्स में 'पॉपुलर अवार्ड' से नवाजा गया.